- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- वैक्सीनेशन टारगेट से दूर, ऐसे में...
वैक्सीनेशन टारगेट से दूर, ऐसे में तो लक्ष्य पाना होगा कठिन
इलाज की प्रक्रिया में उलझ गए परिवार इसलिए पिछड़ गया टीकाकरण, एक मई से टारगेट और बढ़ेगा
डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना से बेतहाशा मौतों का सिलसिला, संक्रमण का यह खतरनाक दौर तभी थम सकता है जब वैक्सीनेशन निर्धारित लक्ष्य के अनुसार हो जाए। वैक्सीनेशन जो कोरोना के फैलाव से राहत दे सकता है वही इस समय कमजोर पड़ रहा है। शहर में हर दिन टीकाकरण का जो निर्धारित लक्ष्य रखा जा रहा है उसके करीब पहुँचना तो दूर आधा टारगेट तक पूरा नहीं हो पा रहा है। टीकाकरण का लक्ष्य पूरा न हो पाने की वैसे कई वजह हैं। इनमें प्रमुख रूप से पहला कारण यह है परिवारों में ज्यादा लोग बीमार हो रहे जिससे लोग वैक्सीन लगाना छोड़कर इलाज की प्रक्रिया में उलझ गए हैं। एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक इलाज के लिए चक्कर लगा रहे हैं। बीमा होने के बाद परिवारों के लोग घरों में क्वारंटीन हैं।
इस क्षेत्र में कार्य कर रहे एक्सपर्ट के अनुसार वैक्सीनेशन कम होने की एक वजह यह भी है कि जहाँ पर वैक्सीन लगाने के केन्द्र बनाये गये हैं वहीं मरीजों की जाँच भी हो रही है। इस कारण लोगों में यह खौफ रहता है कि कहीं टीका लगवाने आए और वहीं वायरस ने अपनी जकड़ में ले लिया तो जान के लाले पड़ सकते हैं। इस तरह दो प्रमुख वजहों से वैक्सीनेशन का लक्ष्य एकदम भटक सा गया है। टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसएस दाहिया कहते हैं कि लोग जागरूक होकर टीका लगवाएँ इस दिशा में कोशिश हम कर रहे हैं। माह की शुरूआत में इसका टारगेट अब पहले से ज्यादा होने वाला है। लोगों को जागरूक होकर जीवन रक्षा के लिए टीका हर हाल में लगवाना चाहिए।
3.92 लाख लोगों को लगे दोनों डोज
जिले में दोनों तरह के डोज को मिलाकर 22 अप्रैल तक 3 लाख 92 हजार 557 लोगों को टीका लग चुका है। गुरुवार को जो 20 हजार लोगों को 202 केन्द्रों में टीका लगना था पर इसमें से केवल 7318 लोगों ने ही वैक्सीन लगवाई। इस तरह टारगेट से पीछे रह गया। अभी ग्रामीण क्षेत्रों में शहपुरा में प्रतिशत ठीक है शेष ब्लॉकों में इसका प्रतिशत बेहद कम है। निजी अस्पतालों और सरकारी अस्पतालों के वैक्सीनेशन में भी अंतर है। अभी निजी अस्पतालों में टीकाकरण कम िकया जा रहा है।
Created On :   23 April 2021 3:32 PM IST