प्रशासन ने  नहीं सुनी, तो पहाड़ का सीना चीरकर इस गांव के लोग खुद बना रहे सड़क

प्रशासन ने  नहीं सुनी, तो पहाड़ का सीना चीरकर इस गांव के लोग खुद बना रहे सड़क

डिजिटल डेस्क मंडला/मवई। यहां के गैगा सालों से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं किंतु प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंगी । हर तरफ से निराश ग्रामीणों ने अंतत: स्वयं ही सड़क बनाने को निर्णय लिया और जुट कर पहाड़ का सीना चीरकर सड़क बनाने के लिए । डेढ़ किलोमीटर की यह सड़क बनाने में गांव के हर परिवार से एक आदमी श्रमदान कर रहा है। जिला मुख्यालय से 115 किलोमीटर दूर मवई की ग्राम पंचायत अमवार के ग्राम औराघुघरा में एक नहीं हर घर में दशरथ मांझी है। जंगल में बसे ग्राम में आवाजाही के लिए सड़क नही है, जिसके कारण यहां बैगा परिवारों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा था, जिसके बाद यहां ग्रामीणों ने खुद श्रमदान कर रास्ता बनाने का संकल्प लिया है। यहां पूरा गांव पहाड़ी में पत्थर तोड़कर मार्ग बना रहा है।

जानकारी के मुताबिक मंडला जिले के विकासखंड मवई के ग्राम औराघुघरा में 28 बैगा परिवार निवास करते है। यहां तक पहुंच मार्ग नही है। जिसके कारण ग्रामीण पहाड़ी से आवाजाही करते है। इस रास्ते में पत्थर है। जिसके चलते ग्राम औरा घुघरा तक कोई वाहन नहीं पहुंच पाता है। यहां ग्रामीणों को आवाजाही में मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम में कोई बीमार होने की स्थिति में मरीज को डोली बनाकर सड़क तक लाते है। कोई भी सामग्री गांव पहुंचाने के लिए वाहन नही जाते है, जिससे सिर पर सामग्री को ले जाना पड़ता है। यहां के बैगा परिवार आजादी के बाद से ही समस्या का सामना कर रहे है।  

आठ साल से चल रही मांग
ग्रामीण पिछले आठ साल से सड़क निर्माण की मांग रहे है। इसके लिए ग्राम पंचायत से लेकर जिला ्रप्रशासन को कई बार शिकायतें दी है। ग्राम पंचायत में आवेदन दिये लेकिन जब बात नही बनी तो जनपद पंचायत ओर जिला पंचायत को भी शिकायत दी गई।  यहां कोई सुनवाई नही हुई है। शिकायत से निराकरण नही होने के कारण ग्रामीणों ने हार नही मानी और अब खुद अपने लिए रास्ता बना रहे है।  

पत्थर तोड़कर बना रहे मार्ग
ग्रामीणों को होने वाली परेशानी को देखते हुये उन्होने खुद रास्ता बनाने के लिए संकल्प लिया है।इसके लिए ग्राम में बैठक का आयोजन किया गया। ग्रामीणों ने निर्णय लिया है हर घर से एक सदस्य श्रमदान करेगा और पत्थर तोड़ेंगे। रविवार से ग्रामीण रास्ता बनाने में जुट गये है। तसला, फावड़ा और अन्य औजार लेकर रास्ता बना रहे है। यहां पहाड़ी पर बड़े पत्थरों को हटाने के लिए मेहनत कर रहे है। ग्रामीणों के द्वारा रेहताखैरो से लेकर गांव तक रास्ता बनाया जा रहा है। जिससे गांव तक वाहन पहुंच सके। ग्रामीणों को आवाजाही में मुसीबत का सामना नहीं करना पड़े। 
 

Created On :   24 Dec 2019 1:24 PM GMT

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