- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- शहडोल
- /
- बाणसागर बांध लबालब, 6 गेट खोले गए...
बाणसागर बांध लबालब, 6 गेट खोले गए -अंचल में तीन दिन से हो रही बारिश, कई गांवों का संपर्क कटा
डिजिटल डेस्क शहडोल/उमरिया/अनूपपुर । संभाग में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश से जहां आसपास के नदी-नाले उफान पर हैं, वहीं शहडोल का बाणसागर बांध और उमरिया का उमरार बांध भी भर चुका है। सोमवार सुबह बाणसागर बांध के छह गेट खोल दिए गए। वहीं उमरिया के जोहिला बांध के तीन गेट खोले गए हैं। दूसरी ओर बारिश के चलते अनूपपुर जिले के कोठी में पुलिस बह गई, जिससे आसपास के दर्जनों गांवों का आवागमन बाधित हुआ है।
अंचल में पिछले तीन दिनों से बारिश का दौर जारी है। सोमवार को भी दिन में रुक-रुक का बारिश होती रही। सोमवार को शहडोल जिले में कुल 47 मिमी बारिश दर्ज की गई। जिले में इस वर्ष अब तक 659 मिमी औसत बारिश हुई है। जो पिछले वर्ष के मुकाबले करीब 160 मिमी अधिक है। पिछले वर्ष 17 अगस्त तक 499 मिमी औसत वर्षा हुई थी। जिले की सामान्य औसत वर्षा 1211 मिमी है। इसी तरह उमरिया जिले की सालाना औसत बारिश 1215.7 मिमी. के मुकाबले अब तक 777.6 यानि 63.95 प्रतिशत पानी गिर चुका है। अनूपपुर जिले में अब तक 780 मिमी औसत बारिश हो चुकी है। जिले की सामान्य औसत वर्षा 1305 मिमी है। यानि अब तक 59 फीसदी बारिश हो चुकी है।
खेतों में भरा लबाबल पानी
अच्छे मानसून का असर भी दिखना प्रारंभ हो चुका है। खेत जहां पानी से लबालब भरे हुए हैं। वहीं आसपास के नाले भी उफान मान रहे हैं। रविवार को नजदीकी पोंडा नाला में कमर तक पानी था। वहीं उमरिया में उमरार नदी के नईगमाटोला, फजिलगंज, मइरोई सहित तकरीबन आधा दर्जन रपटे घंटों पानी में डूबे रहे। मानपुर क्षेत्र में इंदवार-पडख़ुरी, पडख़ुरी से धनवाही, झाल से चितराव मार्ग भी बाणसागर का पानी भरने से डूब चुका है। 341.64 मीटर क्षमता क्षमता वाला बाणसागर डैम भर चुका है। सोमवार सुबह करीब 6 बजे इसके छह गेट खोले गए। इसी तरह संजय गांधी ताप केन्द्र मंगठार का 477.50 मीटर क्षमता वाला जोहिला बांध भी भर चुका है। इधर पाली के पास पोड़ी रपटा पानी में डूब गया।
उमरार बांध भी ओवर फ्लो
जिले में सबसे बड़ा 16.52 एमसीएम बांध उमरार भी रविवार 16 अगस्त को भर गया। रात से ही बेस्ट वीयर के माध्यम से पानी नदी में जाना प्रारंभ हो गया। जैसे ही यह खबर आसपास फैली लोगों का तांता लग गया। दरअसल ओवर फ्लो के पास ददरी गांव में वाटर फॉल है। यहां ऊंचाई से पानी गिरने पर नीचे दूधिया रंग दिखलाई पड़ता है। इस सुंदरता को कैमरे में कैद करने हर साल लोग आते है। दूसरी तरफ बांध से मछली भी नदी में इसी रास्ते से आती है। यही कारण है कि कुछ ग्रामीण जागरुकता के अभाव में चट्टानों के बीच जान जोखिम में डालने से भी परहेज नहीं करते।
खेत के पानी से बह गई सड़क की पुलिया
अनूपपुर जिले में बीते 2 दिनों से हो रही बारिश ने गत वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। गत वर्ष जहां 17 अगस्त तक 666 मिलीमीटर बारिश हुई थी, वहीं इस वर्ष अब तक बारिश का आंकड़ा 780 मिलीमीटर पार हो चुका है। लगातार हो रही बारिश के कारण बिजुरी से कोठी मार्ग में स्थित पुलिया 16 अगस्त की शाम बह गई, जिसकी वजह से दर्जनों ग्रामों का आवागमन बाधित हो गया। बिजुरी-कोठी मुख्य मार्ग पर खेतों के पानी की निकासी के लिए 15 फीट लंबी और 18 फीट चौड़ी पुलिया बनाई गई थी। खेत में पानी अधिक भर जाने के कारण तेज पानी के बहाव में पुलिया बह गई। पुलिया बहने से दर्जनों ग्रामों का बिजुरी नगर से संपर्क कट गया है। इनमें कोठी, उमरदा, मझौली, मंटोलिया, तरसिली, गुलीडांड, अकरिया, भलमुड़ी, छतई आदि गांव शामिल हैं। पुलिया के बहने से खेतों में रेत और पानी भर गया है और फसल डूब गई है। पीएमजीएसवाई के सहायक प्रबंधक मो. निजामुद्दीन हाशमी ने बताया कि वहां पर कोई प्राकृतिक नाला नहीं था। खेतों के पानी के लिए बनाई गई पुलिया अचानक पानी का बहाव तेज होने के कारण बह गई है। तत्काल ही पुलिया का निर्माण करा कर आवागमन सुचारू कराने के निर्देश दिए गए हैं।
Created On :   17 Aug 2020 7:41 PM IST