भेड़ाघाट - वल्र्ड हेरिटेज की दौड़... और इधर सब कचरा - जिम्मेदारों के साथ लोगों की बेरुखी भी पड़ रही भारी

भेड़ाघाट - वल्र्ड हेरिटेज की दौड़... और इधर सब कचरा - जिम्मेदारों के साथ लोगों की बेरुखी भी पड़ रही भारी
भेड़ाघाट - वल्र्ड हेरिटेज की दौड़... और इधर सब कचरा - जिम्मेदारों के साथ लोगों की बेरुखी भी पड़ रही भारी

रियलिटी -  भेड़ाघाट के हाल-बेहाल, - कर्मचारी तैनात तो भी हर तरफ बिखरी गंदगी, पर्यटकों में निराशा
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
भेड़ाघाट को एक ओर विश्व धरोहर में शामिल करने की कवायद चल रही है, तो दूसरी ओर  यहाँ हालात ऐसे हैं कि सुंदर टूरिस्ट प्लेस में नियमित सफाई के लाले पड़े हैं। सफाई कर्मियों की कमी नहीं, कमी है तो उस हौसले की जो नैसर्गिक सुंदरता से भरपूर इन इलाकों को  क्लीन बनाए रखे। ग्वारीघाट, लम्हेटा और तिलवारा जैसे आध्यात्मिक तटों पर विशेष अवसरों में ज्यादा गंदगी होती है, तो भेड़ाघाट, पंचवटी और न्यू भेड़ाघाट में ये हर दिन की चुनौती है। फिलहाल अभी  भेड़ाघाट में पर्यटक औसत से कम आ रहे हैं, लेकिन इस क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में सफाई वैसे नहीं हो रही, जैसी किसी प्रसिद्ध टूरिस्ट प्लेस में होती है। टूरिस्ट संख्या कम होने के बाद भी सफाई को लेकर यहाँ  घोर अनदेखी भरा रवैया देखने मिल रहा है।
भेड़ाघाट में धुआँधार फॉल के आसपास की चट्टानें जहाँ से फॉल को निहारा जाता है, वहाँ आसपास पॉलीथिन, सिंगल यूज प्लास्टिक, खाली पॉली पैक और कई तरह का कचरा जमा है। सड़कों से लेकर प्रवेश द्वार पर गंदगी व कचरा देख जा सकता है। जानकारों का कहना है कि  जिम्मेदारों के साथ पर्यटक भी इसके लिए जिम्मेदार हैं।  वे अधिकारी जिनको लगातार सफाई पर लगातार निगरानी रखनी है वे हमेशा नदारद रहते हैं। प्रकृति ने जिन इलाकों को असीम सुंदरता से नवाजा और जिनको देखते ही मन प्रसन्न हो जाता है, उनको जरा सी लापरवाही बदरंग बनाने उतारू है।
यहाँ हालात कुछ नहीं बदले 8 भेड़ाघाट में अब भी संसाधनों और सफाई का टोटा है, तो वहीं न्यू भेड़ाघाट में टूटी बैंच, बिखरे डोम और हर तरफ अराजकता का नजारा है। इन हिस्सों में ऐसा लगता है कि जैसे कोई ध्यान ही नहीं देता है। नगर परिषद के दायरे में ये इलाका आता नहीं और पंचायत इस ओर ध्यान देती नहीं। दो साल पहले न्यू भेड़ाघाट को बारिश ने जो उजाड़ा, तो इसको सटीक बनाने की सुध आज तक नहीं ली गई है। ग्रिल टूटी है और कचरा चारों तरफ जमा है। इस हिस्से में सफाई न होने को लेकर परिषद के अधिकारी कहते हैं कि पंचायत में यह हिस्सा आता है, इसलिए वे कर्मचारी नहीं भेजते हैं, यहाँ पंचायत को सफाई करानी चाहिए पर नियमित सफाई होती नहीं है। 
एक नजर इस पर भी  
* हर साल देशी पर्यटक - 6 लाख के करीब। 
* विदेशी पर्यटकों की संख्या - 400। 
* भेड़ाघाट-लम्हेटा-गोपालपुर की आबादी - 4500। 
* सफाई कर्मी, दोनों हिस्सों के लिए - 08।
* सबसे कम पर्यटक आए - 50 हजार, 2020 में। 
* सगड़ा मार्ग से दूरी है करीब -11 किलोमीटर।
हम लगातार निगरानी रखते हैं 
 जितने भी सफाई कर्मचारी तैनात हैं हम उन पर लगातार नजर रखते हैं, साथ ही टूरिस्ट प्लेस में सफाई का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। जहाँ कुछ कमियाँ हैं उनको दूर करने की कोशिश की जाएगी। कहीं कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
 -एके रावत, मुख्य अधिकारी भेड़ाघाट नगर परिषद
 

Created On :   16 March 2021 2:35 PM IST

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