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कृषि कानूनों के समर्थन में उतरी भाजपा, महाराष्ट्र में एकदिन में हुए 5 हजार जगहों पर सम्मेलन
डिजिटल डेस्क, पुणे। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में शुरू आंदोलन की धार कुंद करने के लिए महाराष्ट्र में भाजपा नेता किसानों के बीच जा रहे है। शुक्रवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के गृह क्षेत्र में आयोजित किसान सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की दूसरी किश्त जारी करने के कार्यक्रम और मोदी के संबोधन का सीधा प्रसारण दिखाया गया।
दिल्ली में शुरू किसान आंदोलन के साथ ही राज्य की सत्ता में भागीदार कांग्रेस भी किसान आंदोलन खड़ा करने की कोशिश में जुटी है। हालांकि अभी तक पार्टी को इस दिशा में बहुत समर्थन नहीं मिल पाया है। अब भाजपा भी कृषि कानूनों के समर्थन में उतर आई है। पुणे शहर से सटे भुगाव स्थिति जिला परिषद स्कूल परिसर में आयोजित किसान सम्मेलन में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि इस देश मे किसानों का दुख सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समझा। पाटिल ने कहा कि विपक्ष किसान कानूनों को लेकर भ्रम फैला रहा है। इसके जवाब में आज महाराष्ट्र भर में 5 हजार जगहों पर किसान भाइयों का सम्मेलन आयोजित किया गया है। पुणे के सांसद गिरीश बापट ने कहा कि दिल्ली में किसानों के नाम पर शुरू आंदोलन में हम किसान खोज रहे हैं।
मिल बैठकर निपटाए मेट्रो-बुलेट ट्रेन का मामला: चंद्रकांत पाटिल
मराठा आरक्षण के लिए भी दिल्ली जाए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि विकास कार्य नहीं रुकने चाहिए। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस को विश्वास में लेकर मिल बैठ कर मेट्रो कारशेड और बुलेट ट्रेन का विवाद सुलझा लेना चाहिए। मुलसी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए पाटिल ने कहा कि सौनिक कमेटी ने कांजुर मार्ग में मेट्रो कारशेड को लेकर नकारात्मक रिपोर्ट दी थी। भाजपा नेता ने कहा कि अब तो बुलेट ट्रेन को लेकर कोई विवाद ही नहीं था पर बुलेट ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश हो रही है। एक सवाल के जवाब में पाटिल ने कहा कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने इस मामले में मध्यस्थता करने की इच्छा जताई है तो उन्हें किसने रोका है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अनावश्यक क्रिया प्रतिक्रिया से महाराष्ट्र का नुकसान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की परंपरा रही है कि राज्य हित मे सभी दल एकसाथ आकर दिल्ली जाते हैं। इस बार भी ऐसा कर सकते हैं। पाटिल ने कहा मराठा आरक्षण के लिए भी एक प्रतिनिधिमंडल लेकर दिल्ली जाना चाहिए।
Created On :   25 Dec 2020 5:51 PM IST