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राज्यसभा चुनाव में आमने सामने होगी भाजपा-शिवसेना
डिजिटल डेस्क, मुंबई। सत्तारूढ़ महाविकास आघाड़ी की महाराष्ट्र में राज्यसभा की छह सीटों पर निर्विरोध चुनाव कराने की कोशिश नाकाम साबित हुई है। निर्विरोध चुनाव कराने के लिए महाविकास आघाड़ी और भाजपा दोनों की तरफ से एक-दूसरे को प्रस्ताव दिया गया। मगर सत्ताधारी और विपक्ष के बीच बात नहीं बन पाई। इससे अब राज्यसभा चुनाव में तीन दलों वाली महाविकास आघाड़ी और विपक्षी दल भाजपा के बीच संघर्ष अटल है। शुक्रवार को राज्यसभा की छह सीटों के चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामांकन वापसी के आखिरी दिन किसी प्रत्याशी ने पर्चा वापस नहीं लिया। इससे अब राज्यसभा चुनाव के लिए 10 जून को मतदान होगा। राज्यसभा की छह सीटों पर महाविकास आघाड़ी के चार और भाजपा के दो उम्मीदवार उम्मीदवार मैदान में है। लेकिन राज्यसभा की छठवीं सीट पर शिवसेना के उम्मीदवार संजय पवार और भाजपा के प्रत्याशी धनंजय महाडिक के बीच कांटे की टक्कर होगी। मतदान की नौबत आने से छोटे दलों के विधायकों और निर्दलीयों की पूछ परख बढ़ गई है।
इस चुनाव में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है। क्योंकि ठाकरे सरकार बनने के बाद पहली बार राज्यसभा के चुनाव में मतदान की स्थिति बन गई है। राज्यसभा की छह सीटों पर कुल सात उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चुनाव में भाजपा तीन सीट, शिवसेना दो सीट, राकांपा और कांग्रेस एक एक सीट पर चुनाव लड़ रही है। विधानमंडल में विधायकों के संख्याबल के अनुसार राज्यसभा चुनाव में भाजपा दो सीट, शिवसेना एक सीट, राकांपा एक सीट और कांग्रेस एक सीट पर आसानी से जीत सकती थी। पर अब छठवीं सीट के लिए शिवसेना और भाजपा के बीच घमासान होना तय हो गया है।
महाविकास आघाड़ी के प्रस्ताव को भाजपा ने ठुकराया
राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के पर्चा वापस लेने के आखिरी दिन शुक्रवार को सत्तारूढ़ और भाजपा दोनों खेमों में दिन भर बैठकों का दौर चला। प्रदेश के खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। भुजबल ने महाविकास आघाड़ी की ओर से भाजपा को तीसरे उम्मीदवार धनंजय महाडिक को पर्चा वापस लेने का प्रस्ताव दिया। इसके बदले में महाविकास आघाड़ी ने भाजपा को विधान परिषद चुनाव में एक अतिरिक्त सीट देने का वादा किया। विधान परिषद की दस सीटों पर 20 जून को चुनाव होने वाला है। इसके जवाब में फडणवीस ने भाजपा की ओर से महाविकास आघाड़ी को अपने चौथे प्रत्याशी यानी शिवसेना के उम्मीदवार संजय पवार को नामांकन वापस लेने का प्रस्ताव दिया। फडणवीस ने कहा कि यदि शिवसेना के प्रत्याशी पवार पर्चा वापस लेते हैं तो इसके ऐवज में भाजपा विधान परिषद चुनाव में पांच के बजाय केवल चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा पांचवीं सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी। इससे विधान परिषद चुनाव भी निर्विरोध हो सकेगा। फडणवीस के सरकारी आवास सागर पर हुई बैठक में शिवसेना के सांसद अनिल देसाई और कांग्रेस से कैबिनेट मंत्री सुनील केदार भी मौजूद थे। फडणवीस के साथ हुई बैठक के बाद शिवसेना सांसद देसाई ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर भाजपा के प्रस्ताव की जानकारी दी। उधर, प्रदेश के सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री अशोक चव्हाण के सरकारी आवास पर कांग्रेस के मंत्रियों की अलग से बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार महाविकास आघाड़ी में इस बात को लेकर सहमति नहीं बन पाई कि भाजपा के लिए विधान परिषद चुनाव में एक अतिरिक्त सीट कौन छोडेगा। क्योंकि विधान परिषद की दस सीट में से राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना दो-दो सीटों पर लड़ना चाहती हैं। इस लिए कांग्रेस विधान परिषद की एक सीट भाजपा को देने के लिए तैयार नहीं हुई। दूसरी ओर राज्यसभा की छठवीं सीट पर शिवसेना अपने उम्मीदवार पवार का पर्चा वापस लेने के लिए सहमत नहीं हुई। वहीं भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने प्रदेश भाजपा के नेताओं को राज्यसभा चुनाव में पीछे नहीं हटने का निर्देश दिया। जिसके बाद भाजपा ने तीसरे उम्मीदवार का पर्चा वापस नहीं लिया।
भाजपा के पास तीसरी सीट जीतने के लिए वोट-पाटील
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि भाजपा के पास निर्दलीयों को मिलाकर 113 विधायकों का समर्थन है। राज्यसभा की छठवीं सीट के लिए भाजपा के पास 30 वोट हैं। इसके अलावा भाजपा अतिरिक्त 12 वोट भी जुटा लेगी। राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए एक उम्मीदवार को 42 वोटों की जरूरत पड़ेगी। हमें आत्मविश्वास है कि भाजपा तीनों सीटों पर चुनाव जीतेगी। पाटील ने कहा कि भाजपा ने पिछली बार हुए राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव को निर्विरोध कराने में मदद की थी। लेकिन शिवसेना ने निर्विरोध चुनाव कराने की परंपरा को कायम नहीं रखा।
महाविकास आघाड़ी चारों सीटों पर जीतेगी- थोरात
कांग्रेस के विधानमंडल दल नेता तथा प्रदेश के राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात ने कहा कि महाविकास आघाड़ी को छोटे दलों और निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। इसलिए राज्यसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी के चारों उम्मीदवार चुनाव जीतेंगे। थोरात ने दावा किया कि महाविकास आघाड़ी को विपक्षी दलों के कुछ विधायकों का समर्थन मिलेगा।
सरकार को अस्थिर करने का प्रयास- राऊत
शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि विपक्ष महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने के लिए कई तरह का प्रयास करता है। इसी कोशिश के तहत भाजपा ने राज्यसभा चुनाव जबरन लादा है। राऊत ने कहा कि विधायकों पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दबाव है। खरीद फरोख्त की बात चल रही है। लेकिन महाविकास आघाड़ी चारों सीट जीतेगी। जबकि शिवसेना सांसद अनिल देसाई ने कहा कि पार्टी के सभी विधायकों और समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायकों को मुंबई में एक साथ ठहराया जाएगा।
राज्यसभा चुनाव में उतरे प्रत्याशी
पीयूष गोयल (भाजपा)
अनिल बोंडे (भाजपा)
धनंजय महाडिक (भाजपा)
संजय राऊत (शिवसेना)
संजय पवार (कोल्हापुर)
प्रफुल्ल पटेल (राकांपा)
इमरान प्रतापगढ़ी (कांग्रेस)
विधानसभा में दल वार विधायकों की संख्या
शिवसेना - 55
राकांपा- 53
कांग्रेस- 44
भाजपा- 106
बहुजन विकास आघाडी- 3
समाजवादी पार्टी - 2
एमआईएम- 2
प्रहार जनशक्ति पक्ष (पार्टी) 2
मनसे- 1
माकपा- 1
शेतकरी कामगार पक्ष - 1
स्वाभिमानी पक्ष - 1
राष्ट्रीय समाज पक्ष - 1
जनसुराज्य शक्ति पक्ष - 1
क्रांतिकारी शेतकरी पक्ष - 1
निर्दलीय 13
रिक्त 1
कुल 288
Created On :   3 Jun 2022 9:09 PM IST