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शिवसेना नेता रहे हैं एंटीलिया मामले के दोनों आरोपी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक भरी कार खड़ी करने और कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या के मामले में गिरफ्तार पूर्व पुलिस अधिकारियों प्रदीप शर्मा और सचिन वाझे के साथ रिश्तों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है। महाराष्ट्र भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने गुरूवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एनआईए के हलफनामे से खुलासा हुआ है कि हिरन की हत्या की साजिश में शर्मा शामिल था और वाझे ने उसे 45 लाख रुपए की सुपारी दी थी। इसलिए विधानसभा में ‘सचिन वाझे लादेन है क्या’ कहकर उसका बचाव करने वाले मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे को महाराष्ट्र का अपमान करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। क्योंकि शर्मा और वाझे दोनों शिवसेना में थे। शर्मा ने 2019 में शिवसेना के टिकट पर नालासोपारा सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। उपाध्ये ने कहा कि शर्मा और वाझे के शिवसेना के कई नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध थे। ऐसे में शिवसेना से संबंधित पुलिस अधिकारियों का अपराध और गंभीर हो जाता है। उन्होंने कहा कि यह जानकारी भी सामने आई है कि वाझे ने हिरन की हत्या के लिए 45 लाख रुपए दिए। एक सामान्य पुलिस अधिकारी के पास इतने पैसे कहां से आए। यह खुलासा होना चाहिए कि दोनों पुलिस अधिकारी किसके इशारे पर इन गंभीर अपराधों को अंजाम दे रहे थे। उपाध्ये ने कहा कि हर बात में महाराष्ट्र के अपमान खोज लेने वाले और दूसरे नेताओं पर सुपारी लेने का आरोप लगाने वाले शिवसेना के नेताओं के साथ इन पुलिस अधिकारियों से संबंध से क्या महाराष्ट्र का सम्मान बढ़ गया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इसका जवाब देना चाहिए।
वाझे की बहाली के लिए फडणवीस पर बनाया था दबाव
उपाध्ये ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे ने राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कई बार कहा था कि निलंबित किए गए वाझे को फिर बहाल किया जाए। इसलिए अपराधियों से संबंधों को लेकर वे संदेह के घेरे में हैं। इस मामले में मुख्यमंत्री ठाकरे को लोगों के सामने अपनी भूमिका साफ करनी चाहिए और महाराष्ट्र का अपमान करने को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
Created On :   5 May 2022 7:19 PM IST