लॉकडाउन में कालाबाजारियों की कमी नहीं, एफडीए ने 22 दिनों में 380 जगह की छापामार कार्रवाई

Black marketers in lock down, FDA raids on 380 sites in 22 days
लॉकडाउन में कालाबाजारियों की कमी नहीं, एफडीए ने 22 दिनों में 380 जगह की छापामार कार्रवाई
लॉकडाउन में कालाबाजारियों की कमी नहीं, एफडीए ने 22 दिनों में 380 जगह की छापामार कार्रवाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जहां एक ओर पूरा देश कोरोना की जंग लड़ रहा है। वही दुसरी ओर कुछ लोग ज्यादा पैसों की लालच में कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। हालांकि अन्न व औषधी विभाग लॉकडाउन में भी छापामार कार्रवाई कर कालाबाजारियों की धरपकड़ कर रहा है। आंकड़ों की बात करें तो 22 मार्च से अब तक विभाग ने 380 छापामार कार्रवाई की है। जिसमें ज्यादात्तर तेल की कालाबाजारी करते हुए लोगों को पकड़ा गया है। आगे भी विभाग ने लगातार कार्रवाई करने का लक्ष्य रखा है। ताकि कोई भी लॉकडाउन में गरीब जनता से खाद्य पदार्थों के नाम पर धोखाधड़ी न कर सके।

इन दिनों पूरी दुनिया को कोरोना नामक महामारी ने अपने चपेट में लिया है। भारत भी इसमें शामिल है। अन्य देशों की तुलना भारत में कोरोना का प्रकोप थोड़ा कम है। जिसका मुख्य कारण समय रहते लॉकडाउन करना है। 22 मार्च से भारत में लॉकडाउन किया गया है। केवल जीवनावश्यक वस्तुओं की सेवा ही शुरू है। जिसमें अनाज की दुकाने व घर में लगनेवाली सब्जी भाजी की दुकानें शामिल है। लोगों में कोरोना की दहशत इस हद तक है, कि वह अब अनाज दुकानों में आने के बाद किसी भी तरह की क्वालिटी आदि की जांच-पड़ताल कर ही दुकानदारों के मनमर्जी से सामान ले रहे हैं। लेकिन इसी का फायदा कुछ कालाबाजारी मिलावट या घटिया दर्जे का सामान बेचकर उठा रहे हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए अन्न व औषधी विभाग की ओर से लगातार अनाज दुकानों में छापामार कार्रवाई की जा रही है। हालांकि लॉकडाउन के कुछ दिन तक एफडीए की गतिविधियां नहीं देखने से कुछ दुकानदार बेखौफ मिलावट कर रहे थें। लेकिन अचानक बाजारों में एफडीए की टीम ने छापामार कार्रवाई करने के बाद सभी सकते में आ गये हैं।

डेढ़ लाख का तेल ही जब्त 

लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा मिलावटखोरी खाने के तेल में होते दिखाई दे रही है। कोई बेचने की तिथि निकलने के बाद भी पूराने तेल पैकेट बेच रहा है। तो कोई खराब टीन के डिब्बों में तेल सप्लाय कर रहा है। अन्न विभाग के साहायक आयुक्त अभय देशपांडे ने बताया कि, जेठानंद एंड कंपनी को एफडीए ने पहले ही सील कर दिया है। लेकिन इसके बाद भी यह कंपनी रीफाइन्ड सोयाबीन तेल बेच रही थी। ऐसे मे 9 सौ 72 किलो तेल किमत 1 लाख 16 हजार का जब्त किया गया है। वही इसका सैंपल टेस्टींग के लिए भेजा गया है। जिसकी रीपोर्ट अभी आने की है। इसी तरह इतवारा परिसर में मधुसुधन ट्रेडर्स से पूराने तेल के पैकेट बेचते पकडा गया है। जिसके बाद विभाग ने रीफाइन्ड सूर्यफूल ऑइल के 27 हजार से ज्यादा किमत के पैकेट जब्त किये हैं। इसके अलावा बिना कोई लेबल लगाये घटिया दर्जे का मीर्ची व हल्दी पावडर बेचनेवालों पर भी कार्रवाई करते हुए 28 किलो का माल जब्त किया गया है। साथ ही साथ विभाग ने प्रतिबंधित सुगंधित तंबाखू भी जब्त किया है।

औषधी विभाग ने की 303 छापामार कार्रवाई 

सह आयुक्त एम. शेंडे ने बताया कि 11 मार्च से अब तक उनकी टीम ने 303 जगह छापामार कार्रवाई की है। जिसमें 20 लाख से ज्यादा के केवल सेनेटाइजर ही जब्त किये गये हैं। जिसमें 10 लाख के सेनेटाइज भंडारा में जब्त किये थें। वही 10 लाख से ज्यादा के सेनेटाइजर बर्डी से जब्त किये थे। बगैर लाइसेंस वह सैनेटाइजर का निर्माण कर रहे थें। इसके अलावा वैद्यमापन विभाग की मद से 20 कार्रवाई ओवर प्राइज पर मास्क बेचनेवालों पर की है।

जो के अनुसार टीम बनाकर हो रही निगरानी 

एफडीए के अधिकारियों ने बताया कि, लॉकडाउन की स्थिति में सैनेटाइजर, हैड वॉश से लेकर अनाज की कालाबाजारियों को रोकने के लिए जो के अनुसार टीम तैयार की है। एक टीम में एफडीए के अधिकारी के साथ क्राइम ब्रांच, वैद्य मापन शास्त्र विभाग व अन्न आपूर्ति विभाग के अधिकारी शामिल है। यह टीम केवल दुकानों पर पर ही नहीं बल्कि भोजनदान से लेकर लोगों तक पहुंचाये जानेवाले अनाज पर भी ध्यान रख रही है।

Created On :   17 April 2020 2:30 PM IST

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