2 करोड़ से बन रही नाली में बोल्डर की जगह काली मिट्टी

Black soil instead of boulders in the drain being built from 2 crores
2 करोड़ से बन रही नाली में बोल्डर की जगह काली मिट्टी
2 करोड़ से बन रही नाली में बोल्डर की जगह काली मिट्टी

उद्यमियों ने कहा - औद्योगिक क्षेत्र रिछाई में नाली निर्माण के दौरान ठेका कंपनी द्वारा बरती जा रही लापरवाही
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
औद्योगिक क्षेत्र रिछाई में ड्रेनेज सिस्टम यहाँ इकाई लगाने वालों के लिए नासूर बन गया है। जरा सी बरसात में यूनिटों में पानी भर रहा है। इस सिस्टम को सुधारने नाली का निर्माण कराया जा रहा है उसमें बरती जा रही अनियमितता से आए दिन दुर्घटनाएँ हो रही हैं और इंडस्ट्री तक वाहन भी नहीं पहुँच पा रहे हैं, जिससे यहाँ इंडस्ट्री लगाने वालों में आक्रोश व्याप्त है। इकाई लगाने वालों का कहना है कि नाली निर्माण के लिए लघु  उद्योग विभाग द्वारा भोपाल की कंपनी को 2 करोड़ में ठेका दिया गया है मगर कंपनी द्वारा नाली निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है जिससे इसकी गुणवत्ता भी खराब हो रही है और लोगों को परेशानी अलग हो रही है। यहाँ इकाई लगाने वालों का आरोप है कि इस समस्या से लघु उद्योग विभाग को भी सूचित किया गया मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
वाहन आने-जाने में हो रही परेशानी 
इकाई संचालकों का कहना है कि सबसे ज्यादा दिक्कतें वाहनों के  आने-जाने में हो रही हैं। माल लेकर जो वाहन यहाँ आते हैं वह फैक्टरी तक नहीं पहुँच पा रहे है और फैक्टरी से माल भी सीधे वाहन में नहीं जा पा रहा है उसे किसी और माध्यम से मुख्य सड़क तक लाना पड़ता है। यह स्थिति किसी एक यूनिट के साथ नहीं बल्कि यहाँ की 50 फीसदी इंडस्ट्री के सामने नाली के अधूरे और अनियमित कार्य के कारण हो रही है।
6 फीट गढ्डे की खुदाई की फिर वहीं की मिट्टी से कर रहे फिलिंग 
िरछाई क्षेत्र में इंडस्ट्री लगाने वालों का कहना है कि यहाँ नाली निर्माण कार्य कर रही भोपाल की भागवत कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा नाली निर्माण कार्य को उच्च स्तरीय तरीके से नहीं किया जा रहा है। नाली निर्माण के लिए करीब 5 से 6 फीट चौड़ा गड्ढा खोदा जा रहा है जिसमें नाली निर्माण तो कांक्रीट से किया जा रहा है मगर उसके दोनों ओर  मिट्टी से फिलिंग की जा रही है। यह फिलिंग हार्ड मुरुम या फिर बोल्डर से करना चाहिए। यहाँ के लोगों का कहना है कि फिलिंग कार्य में भी इतनी लापरवाही बरती जा रही है कि नाली निर्माण के लिए जो खुदाई से मिट्टी निकली है वही मिट्टी भरी जा रही है। यह काली मिट्टी होने के कारण पानी गिरने से पूरे क्षेत्र में कीचड़ मच जाता है। 
संंबंधित विभाग व ठेकेदार से की शिकायत 6इस क्षेत्र में इकाई लगाने वाले अभिताभ जैन व अतुल गुप्ता ने बताया कि निर्माण कार्य में गड़बड़ी संबंधी शिकायत डीआईसी व लघु उद्योग िनगम के अधिकारियों से की गई है, साथ ही  ठेकेदार को भी काम में सुधार लाने कहा गया है।
इनका कहना है
संबंधित ठेकेदार को फिलिंग का भुगतान नहीं किया गया है। उसे मिट्टी की जगह सेंड फिलिंग करने कहा गया है। सेंड फिलिंग के बाद ही भुगतान किया जाएगा।
बृजेंद्र सिंह गुर्जर, प्रभारी प्रबंधक, लघु उद्योग निगम
 

Created On :   6 July 2021 3:40 PM IST

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