शहर का पोर-पोर पानी में डूबा एलएंडटी के सँकरे नालों को दिया दोष, मकान-पेड़ गिरे, कारें बहीं

शहर का पोर-पोर पानी में डूबा एलएंडटी के सँकरे नालों को दिया दोष, मकान-पेड़ गिरे, कारें बहीं
शहर का पोर-पोर पानी में डूबा एलएंडटी के सँकरे नालों को दिया दोष, मकान-पेड़ गिरे, कारें बहीं
शहर का पोर-पोर पानी में डूबा एलएंडटी के सँकरे नालों को दिया दोष, मकान-पेड़ गिरे, कारें बहीं

डिजिटल डेस्क जबलपुर । सोमवार की दरमियानी रात हुई बारिश ने  शहर में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए। सड़कों पर नदी के नजारे थे तो बस्तियों के हाल बिहार जैसे हो गए थे। शहर का ऐसा कोई क्षेत्र नहीं बचा जहाँ पानी न भरा हो यह अलग बात है कि कुछ जगह तो पानी भरा और थोड़ी देर में निकल भी गया, लेकिन शहर के मध्य क्षेत्र के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में जो पानी भरा तो वह सोमवार की दोपहर तक नजर आया। बारिश जितनी तेजी से हुई उतनी तेजी से जलभराव भी हुआ और यही कारण था कि फायर ब्रिगेड में बनाए गए कंट्रोल रूम में सुबह तक 114 शिकायतें दर्ज कराई जा चुकी थीं। इनमें अधिकांश तो पानी भरने की थीं, लेकिन इसके साथ ही मकान गिरने, पेड़ गिरने, करंट फैलने, कारें और दो पहिया बहने की भी शिकायतें दर्ज कराई गईं। इस बार एक स्वर में शहर ने कहा कि पानी भरने का मुख्य कारण एलएंडटी कम्पनी से नालों का जो पक्कीकरण कार्य कराया गया उसके कारण नाले सँकरे हो गए और यही मुख्य वजह है। लोगों को जो नुकसान हुआ है उसके िलए यह माँग भी उठ रही है कि नगर निगम उसकी भरपाई करे। जलभराव की सबसे अधिक शिकायतें बिलहरी, ओमती नाला क्षेत्र, मदन महल, घमापुर रामकृष्ण आश्रम क्षेत्र आदि की दर्ज कराई गईं। 

Created On :   18 Aug 2020 2:58 PM IST

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