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बीपीएल सूची मेें धनवानों के नाम शामिल - जिम्मेदारों पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग
डिजिटल डेस्क कटनी । राशन पात्रता पर्ची के सर्वे में अब वह जानकारी सामने आ गई है। जिस पर परदा डालकर अधिकारी धनवान लोगों को गरीबों का हक दे रहे थे। मामला बरही नगर परिषद है। यहां पर जनप्रतिनिधियों के दबाव में अधिकारी और कर्मचारी अपात्रों को बीपीएल सूची में शामिल करते हुए राशन दिलाने का काम करते रहे। सूची सामने आने पर इसकी शिकायत प्रमुख सचिव से बरही निवासी ओंकार विश्वकर्मा ने करते हुए अपात्रों को बीपीएल सूची में नाम जोड़े जाने हेतु अनुशंसा करने वाले पार्षदों, पटवारियों और सीएमओ के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की मांग है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि नगर पंचायत बरही के वार्ड क्रमांक एक से पंद्रह तक बीपीएल सूची में जुड़े 1590 में से पचास प्रतिशत से अधिक परिवार अपात्र तरीके से जुड़े हुए हैं।
चहेतों को दिलाया लाभ
सूची में ऐसे लोगों के नाम शामिल हैं। जिनके पास स्वयं का सत्तर से अस्सी लाख रुपए का मकान है। इतना ही नहीं बारह से तेरह हजार रुपए पाने वाले कर्मचारी भी गरीब रेखा में शामिल हैं। अस्सी लाख का मकान, स्वयं की दुकान, स्कूलों में एमडीएम का ठेका लेने वाले कर्मचारी भी गरीबी रेखा में शामिल हैं। यहां तक की जिनकी पत्नी शासकीय कर्मचारी है, पति को बीपीएल में शामिल कर दिया गया है। शिक्षा विभाग में नौकरी करने वाले लोग भी अपात्र तरीके से इसका लाभ ले रहे हैं। थोक व्यापारी भी यहां पर गरीबों का हक मार कर राशन और अन्य योजनाओं के लिए पात्र हैं।
भूमिका पर उठे सवाल
बीपीएल सूची से नाम काटे जाने का जो कारण उल्लेख किया गया है। उसने अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। शिकायकर्ता का आरोप है कि एक तरफ गरीब वर्ग के लोगों के लिए जहां कई तरह के नियम बताकर अफसर रोड़ा अटकाए। वहीं दूसरे तरफ राजनैतिक रसूख रखने वाले लोगों के लिए पूरे नियमों को शिथिल कर दिया गया और अपात्र होते हुए भी बीपीएल सूची में शामिल होकर कई तरह की योजनाओं का लाभ लेते रहे।
इनका कहना है
यह सही है कि नगर के बीपीएल सूची में कई अपात्र लोग शामिल रहे। जिसके लिए सर्वे कराया गया था। बीपीएल सूची में शामिल होकर अपात्र लोग कौन-कौन सी योजनाओं का लाभ लिए। इसकी जानकारी नहीं है। फिलहाल राशन के संबंध में जो दावा-आपत्ति आई है। उसी पर अधिकारी और कर्मचारी काम कर रहे हैं। बीपीएल
सूची में सर्वे का काम राजस्व विभाग के अधिकारी करते हैं। इस संबंध में विभाग के अधिकारी ही अधिक जानकारी दे सकते हैं।
अभयराज सिंह, सीएमओ नगर परिषद बरही
Created On :   13 Aug 2020 3:36 PM IST