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केन्द्रीय जेल में विचाराधीन बंदी से मांगी 5 हजार की रिश्वत - जेल प्रहरी पर आरोप
ऑडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन में हड़कम्प
डिजिटल डेस्क सतना। शुक्रवार को यहां के केन्द्रीय कारागार में धारा 307 के मामले में कैद विचाराधीन बंदी ऋषभ शुक्ला के मित्रों से जेल प्रहरी द्वारा 5 हजार रुपए की मांग की गई। गौरतलब है कि जेल प्रहरी संजय दीवान ने विचाराधीन बंदी ऋषभ शुक्ला के साथ मारपीट न करने और अन्य सुविधाओं के नाम पर उनके मित्र जितेन्द्र गुप्ता से 5 हजार रुपए तुरंत देने की मांग की गई। बजरंग दल के जितेन्द्र गुप्ता के आरोपों के मुताबिक लगभग डेढ़ साल से सेंट्रल जेल में बंद उनके मित्र ऋषभ से शुक्रवार की सुबह लगभग 12 बजे जेल के नम्बर पर बात हुई, जिसमें ऋषभ ने जेल स्टॉफ द्वारा मारपीट कर पैसे मांगने की बात कही। श्री गुप्ता ने बताया कि मोबाइल नम्बर 8319149251 से संजय दीवान नामक प्रहरी ने शुक्रवार की ही शाम 7 बजे के आसपास फोन कर जेल अधीक्षक के नाम पर 5 हजार रुपए की मांग की। लगभग 3 मिनट की ऑडियो रिकार्डिंग में जेल प्रहरी द्वारा ऊपर तक पैसा देने की बात की गई। साथ ही जेल प्रहरी ने इस रिकार्डिंग में जितेन्द्र गुप्ता को आश्वासन दिलाया कि पैसा मिलने के बाद बंदी के साथ कोई मारपीट या अन्य दुव्र्यवहार नहीं किया जाएगा।
जेल प्रशासन के लिए फैलाएंगे झोली
इस मामले में बजरंग दल के प्रांत सहमंत्री सागर गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष राजबहादुर मिश्रा एवं सचिन शुक्ला आदि लोगों ने सभी कार्यकर्ताओं से शनिवार को अपरान्ह 3 बजे जेल चौराहे पहुंचने की अपील की है। राजबहादुर मिश्रा ने बताया कि बजरंग दल के नगर संयोजक ऋषभ शुक्ला के साथ केन्द्रीय जेल में मारपीट और अमानवीय व्यवहार करने के मामले में जेल प्रशासन की ईंट से ईंट बजा देंगे। उन्होंने कहा कि सुविधाओं के नाम पर बंदियों के परिजनों से मांगे जाने वाली रिश्वत की रकम इक_ा करने के लिए शहर की गलियों में झोली फैलाकर चंदा इक_ा किया जाएगा।
इनका कहना है
सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से जेल प्रहरी द्वारा एक बंदी से 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगने की जानकारी मिली है। इस मामले में दोषी पाए गए जेल के किसी भी स्टॉफ को बख्शा नहीं जाएगा।
आरके चौरे प्रभारी जेल अधीक्षक
Created On :   29 Aug 2020 9:25 AM GMT