डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ को वायरस से बचाएगा, ब्रोंकोस्कोपी सेफ्टी बॉक्स, जानिए-क्या है खास बात

Bronchoscopy safety box will protect doctors and nursing staff from viruses
डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ को वायरस से बचाएगा, ब्रोंकोस्कोपी सेफ्टी बॉक्स, जानिए-क्या है खास बात
डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ को वायरस से बचाएगा, ब्रोंकोस्कोपी सेफ्टी बॉक्स, जानिए-क्या है खास बात

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना वायरस का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। इस संक्रमण का इलाज करने वाले डॉक्टर और नर्स भी संक्रमण का शिकार हो रहे है। ऐसे में उन्हें संक्रमण से बचाने के लिए शहर के  पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ समीर अरबट ने ब्रोंकोस्कोपी सेफ्टी बॉक्स बनाया है। जिसकी मदद से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के आसपास के लोग, डॉक्टर्स और नर्स को संक्रमण का खतरा 70 से 80 फीसदी कम हो जाता है। डॉ समीर ने बताया कि जब किसी पेशेंट को कोरोना वायरस का निमोनिया होता है,तो पेशेंट की ब्रोंकोस्कोपी नामक जांच करनी होती है। ब्रोंकोस्कोपी में नाक या मुंह के जरिए एक ब्रोंकोस्कोप नली डाली जाती है,फिर फेफड़ो में से कफ बाहर खींचते है। ऐसी जांच करते समय पेशेंट के खांसने से जो द्रव्य पदार्थ बाहर निकलते है,उससे डॉक्टर्स,नर्स या आसपास के पेशेंट को इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। कोरोना वायरस के पेशेंट को जब वेंटीलेटर की जरूरत होती है तो इन्क्युबेशन प्रक्रिया की जाती है, इस प्रक्रिया से भी वायरस इंफेक्शन का खतरा होता है। इनसे बचने लिए ब्रोंकोस्कोपी सेफ्टी बॉक्स बनाया है

कैसे करता है काम

उन्होने बताया कि ब्रोंकोस्कोपी  सेफ्टी बॉक्स एक्रीलिक प्लास्टिक से बना है,जो पारदर्शी है। इसको पेशेंट के सिर के उपर रखते है और डॉक्टर बॉक्स के अंदर हाथ डालकर इन्क्युबेशन कर सकते है या डॉक्टर बाहर से ब्रोंकोस्कोप नली को  पकड़कर ब्रोंकोस्कोपी कर सकता है। बॉक्स के दूसरी तरफ से असिस्टेंट मदद कर सकते है। इसमें निगेटिव सकशन भी है,जो अंदर के इंफेक्शन को बाहर खींच लेता है। बॉक्स की मदद से इन्क्युबेशन और ब्रोंकोस्कोपी  करते वक्त डॉक्टर्स और आसापास के लोगो को वायरस का खतरा कम होगा। एक बॉक्स 100 से 200 पेशेंट के यूज में आ सकता है।  इसका प्रस्ताव केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी और डॉ विकास महात्मे के समक्ष रखा है। जिसमें कोशिश की जा रही है,कि  कम से कम लागत और कम से कम समय में  बॉक्स को बनाया जाए। अगर यह प्लान सक्सेस होता है,तो सबसे पहले ये बॉक्स मेयो और मेडीकल अस्पताल में दिए जाएंगे। इटली के अस्पताल में वीडियो के द्वारा ब्रोंकोस्कोपी सेफ्टी बॉक्स का प्रेजेंटेशन दिया गया। ब्रोंकोस्कोपी बॉक्स की मांग इटली और अमेरिका में भी की गई है।  इटली में कोरोना का इलाज करते वक्त कई डॉक्टर कोरोना संक्रमित हुए,और कई की मौत भी हा गई।  इस बॉक्स से डॉक्टर को इंफेक्शन का खतरा 70 से 80 फीसदी कम होता है। डॉक्टर्स,नर्स को कोरोना पेशेंट का इलाज करते वक्त पीपीई किटी,ग्लब्स,मास्क आदि पहनना जरूरी है।

 

Created On :   8 April 2020 4:20 PM IST

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