उधारी के विवाद में पार्षद गावंडे की निर्मम हत्या- सात हजार रुपए के लिए गई जान 

Brutal murder of councilor Gawande in loan dispute
उधारी के विवाद में पार्षद गावंडे की निर्मम हत्या- सात हजार रुपए के लिए गई जान 
यवतमाल उधारी के विवाद में पार्षद गावंडे की निर्मम हत्या- सात हजार रुपए के लिए गई जान 

डिजिटल डेस्क, बाभुलगांव (यवतमाल). बाभुलगांव नगर पंचायत के पार्षद तथा प्रहार जनशक्ति पार्टी के युवा नेता तथा नेताजी चौक  निवासी अनिकेत विलास गावंडे 26 की चाकुओं से गोदकर  हत्या कर दी गई। घटना रविवार की रात 10 बजे के बाद मिटणापुर गांव में उजागर हुई।  पुलिस ने इस हत्याकांड के आरोप में तीन सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में सद्दू उर्फ सादिक मुल्ला सलीम मुल्ला (27), गोलू उर्फ समीरमुल्ला सलीम मुल्ला (25) और सोनू उर्फ आबिद मुल्ला सलीम मुल्ला (22) शामिल हैं। हमले का मास्टर माइंड सादिक मुल्ला बताया जा रहा है। घटना की शिकायत मृतक के भाई शुभम विलास गावंडे ने दर्ज कराई। 

शिकायत के अनुसार 12 मार्च की रात 10.30 बजे मिटणापुर में उसके भाई अनिकेत को उसके सामने उधार लिए पैसे को लेकर विवाद किया और चाकू से गोदकर घायल कर दिया। अस्पताल में ले जाने पर डॉक्टरों ने अनिकेत को मृत घोषित कर दिया। अनिकेत भी अपराधी किस्म का था। उसने शॉर्टकट अपनाकर रेत ठेकेदार बनकर संपत्ति हासिल की। बाद में कुछ माह पहले हुए बाभुलगांव नगर पंचायत चुनाव में प्रहार की ओर से चुनकर आया था। 

गौरतलब है कि बाभुलगांव तहसील में नदी में रेत व्यवसाय चल रहा है। इसी व्यवसाय में अनिकेत अमीर बना था। इस बीच उसके कुछ दुश्मन भी बने। उसने 7 हजार रुपए उधार आरोपियों को दिए थे। इसी उधार मांगने पर उपजे विवाद में उसकी हत्या की गई। 7 हजार रुपए लेने के बहाने उसे बुलाया गया और चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। इस कारण उधार दिए गए मात्र सात हजार रुपए के लिए इस तरह निमर्म हत्या करने की चर्चा बाभुलगांव में हो रही है।  

यह कार्रवाई थानेदार रवींद्र जेधे, पीएसआई दर्शन दिकोंडवार, हवालदार अशोक गायकी, गणेश शिंदे, नायक आशीष अवझाडे, संजय भुजाडे, सागर बेलसरे, पवन नांदेकर, रवि इरतकर, योगेश बनकर ने की। इस मामले में तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। यह तीनों आरोपी बाभुलगांव के एक चैनल संचालक के भतीजे बताए जाते हैं। 

रेत तस्करी का केंद्र बना बाभुलगांव

बाभुलगांव रेत तस्करी का केंद्र बना हुआ है। उसी के चलते वर्चस्व की लड़ाई के लिए यहां अपराध का जन्म हुआ है। पहले अनिकेत यह कुख्यात अक्षय राठोड़ का सहयोगी था। इसके बाद उसने खुद का अलग नेटवर्क खड़ा किया। रेत के 7 हजार की राशि को लेकर आरोपियों के साथ उसका विवाद हुआ था। घटना के समय वह यही पैसे लेने गया था। अनिकेत ने वहां पर आरोपियों को कुछ चांटे रसीद किए। इस कारण संतप्त होकर आरोपियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया।

घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारी

जिले के एसपी डा.पवन बनसोड, अतिरिक्त एसपी पीयुष जगताप, डीवाईएसपी संपत भोसले आदि ने घटनास्थल मिटणापुर का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने इस घटना के बारे में संबधित जांच अधिकारी को दिशा-निर्देश दिए हैं। 

 

Created On :   14 March 2023 7:18 PM IST

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