नवरात्रि उत्सव में महिलाओं के स्वास्थ्य जांच के लिए चलाया जाएगा अभियान

Campaign will be run for health checkup of women in Navratri festival
नवरात्रि उत्सव में महिलाओं के स्वास्थ्य जांच के लिए चलाया जाएगा अभियान
सरकारी पहल नवरात्रि उत्सव में महिलाओं के स्वास्थ्य जांच के लिए चलाया जाएगा अभियान

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से नवरात्रि उत्सव के दौरान माता सुरक्षित तो घर सुरक्षित अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के जरिए राज्य में 18 साल से अधिक आयु की महिलाओं की मुफ्त में स्वास्थ्य जांच जाएगी। गुरुवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नवरात्रि उत्सव के पहले दिन स्वास्थ्य जांच अभियान शुरू होगा।  इसके तहत दस दिनों में लगभग तीन करोड़ महिलाओं की जांच का लक्ष्य है। राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में महिलाओं की स्वास्थ्य जांच के लिए शिविर आयोजित किए जाएंगे। हर दिन सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक जांच की जाएगी। उपकेंद्र और आरोग्यवर्धिनी केंद्र स्तर के समुदाय स्वास्थ्य अधिकारियों के माध्यम से माताओं की जांच और समुपदेशन करेंगे। ग्रामीण और दूसरे सरकारी अस्पतालों में महिला रोग विशेषज्ञों के माध्यम से जांच की जाएगी। मानव विकास कार्यक्रम के तहत विशेषज्ञ डॉक्टरों की शिविर आयोजित किए जाएंगे। सावंत ने बताया कि महिलाओं का वजन, ऊंचाई, हिमोग्लोबिन की जांच होगी। आवश्यकता पड़ने पर रक्त जांच और छाती का एक्सरे और अन्य जांच की जाएगी। कैंसर, रक्तचाप, मधुमेह की जांच भी की जाएगी। माताओं और बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। महिलाओं के पोषण, मानसिक स्वास्थ्य, स्तनपान, नशामुक्ति के लिए बारे में काउंसलिंग की जाएगी। सावंत ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग महानगर पालिकाओं, आदिवासी विकास विभाग, महिला व बाल कल्याण विभाग, स्कूली शिक्षा विभाग और ग्रामीण विकास विभाग की सहयोग से स्वास्थ्य जांच अभियान चलाया जाएगा। अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारियों और जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में अभियान की तैयारी करने के बारे में आदेश दिए गए हैं।  

(ऐसे चलेगा जांच अभियान)

-    स्वास्थ्य विभाग का उड़न दस्ता आदिवासी इलाकों में महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच करेगा। 
-    राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य योजना के डॉक्टर गांवों में महिलाओं की जांच और काउंसलिंग करेंगे। 
-    गांवों के आंगनवाड़ी केंद्रों में स्वास्थ्य शिविर की आशा स्वयंसेविका, आंगनवाड़ी सेविकाओं की अभियान में मदद ली जाएगी। 
-    अभियान के दौरान तीन दिन गर्भवतियों की सोनोग्राफी व जांच की जाएगी। 

Created On :   22 Sept 2022 9:08 PM IST

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