- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- आज दोपहर 3 बजे इस जूम मीटिंग से...
आज दोपहर 3 बजे इस जूम मीटिंग से जुड़िए, जान जाएंगे-जीतने के लिए बस जरा सी हिम्मत की है जरूरत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। दैनिक भास्कर और वुमन भास्कर क्लब द्वारा "कैंसर-डे" के अवसर पर 3 फरवरी को दोपहर 3 से 4.30 बजे तक ऑनलाइन जूम एप पर टॉक-सेशन का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष कैंसर-डे की थीम "क्लोज द केयर गैप" है। टॉक-सेशन पावर्ड बाय किंग्सवे हॉस्पिटल है, जिसमें किंग्सवे हाॅस्पिटल के कैंसर विशेषज्ञ जागरूकता पर निवारण, देखभाल, पूर्व उपाय, स्वस्थ आहार आदि पर जानकारी देंगे। कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया है। टॉक-सेशन में शामिल होने के लिए अपना नाम, व्यवसाय 9422165556 मोबाइल नंबर पर मैसेज कर नि:शुल्क रजिस्टर कराएं। रजिस्ट्रेशन कराकर जल्द अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं। कैंसर टॉक-सेशन में शामिल होने वाले प्रत्येक प्रतिभागी को डिजिटल माध्यम से उपहार दिया जाएगा। कैंसर से लड़ रहे मरीजों का मनोबल बढ़ाने के लिए कैंसर वॉरियर dbnagpurevent@gmail.com ईमेल आईडी पर अपने अनुभव साझा कर सकते हैं, या शॉर्ट वीडियो बनाकर भेज सकते हैं। वीडियो 90 सेकंड से ज्यादा का न हो व प्रेरणा देने वाला हो।
Join Zoom Meeting
https://us02web.zoom.us/j/88577871002?pwd=TU8zaHgwc0d6VU9XZFZUQkgwVnhBUT09
Meeting ID: 885 7787 1002
Passcode: 206195
परिवार का साथ
विद्या डांगे (52)ने बताया कि मुझे दो वर्ष पूर्व ओवरी का कैंसर डिटेक्ट हुआ था। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी कैंसर अस्पताल में इलाज हुआ। जैसे ही कैंसर का पता चला तो पैरों तले जमीन खिसक गई थी। 1 साल पहले ही कैंसर का सफल इलाज हुआ। आज मैं पूरी तरह से ठीक हंू। मेरे 16 कीमो हुए, कीमो के दौरान बहुत तकलीफ हुई। बाल भी चले गए। कैंसर होने के बाद परिवार की चिंता सताने लगी। मन में अजीब-अजीब ख्याल आने लगे। मैं डर भी गई थी, लेकिन फिर परिवारजनों की हिम्मत ने मेरा हौसला बढ़ाया। इस दौरान ईसीआईसी कार्यालय से दवाएं मिलने में बहुत दिक्कत हुई। कैंसर की दवाइयां बहुत महंगी हैं, लेकिन बेटों ने कार्यालय के कई चक्कर लगाए। मैं आज कैंसर को मात देकर स्वस्थ जीवन जी रही हूं। जो लोग कैंसर की बीमारी से पीड़ित हैं, उनसे मेरा कहना है कि अपने आप को मजबूत रखें। परिवार के सदस्य हमेशा आपके साथ हैं। बीमारी को अपने ऊपर हावी न होने दें। खुश रहें। बीमारी को मात देने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी खुश रहना है।
हिम्मत बहुत जरूरी
कैंसर वॉरियर 46 वर्षीय प्रिया सिन्हा अपनी इस मुश्किल भरे सफर के बारे में बताते हुए कहती हैं कि मुझे अप्रैल 2021 में ब्रेस्ट कैंसर डिटेक्ट हुआ था। 2020 में मैंने पूरा चेकअप कराया था। डॉक्टर ने बताया कि किस तरह से चेक करना चाहिए। एक दिन मैं चेक कर रही थी, तो छोटी सी गांठ समझ में आई। पहले तो मैं घबरा गई, लेकिन फिर हिम्मत रखी। हसबैंड के साथ डॉक्टर के पास पहंुची। कैंसर अंडर कंट्रोल था। उसके बाद कीमोथेरेपी का दाैर शुरू हुआ। इसमें सबसे बड़ी बात यह थी कि कोरोनाकाल में कैंसर होने के बाद एकदम अकेलापन भी महसूस हो रहा था। कोरोना की दूसरी लहर होने के कारण न तो घर से बाहर जा सकते थे, और न ही कोई आ सकता था। ऐसे में खुद से हिम्मत रखी। मैं आर्ट टीचर हूं। इसलिए अपनी पेंटिंग में बिजी रही। 6 कीमो हुए। बाल भी धीरे-धीरे झड़ने लगे। एकदम से पूरी दुनिया ही बदलने लगी। लेकिन फिर पति और दोनों बच्चों के साथ परिवार के सदस्यों ने मोरल सपोर्ट किया। मई में कैंसर का ऑपरेशन हुआ। आज मैं एकदम स्वस्थ जीवन जी रही हूं। जो लोग कैंसर से जूझ रहे हैं, उनसे मेरा कहना है कि बीमारी से तो इंसान को अकेले ही लड़ना पड़ता है, लेकिन उसके साथ हौसला और प्यार देने वाले लोग भी बीमारी से लड़ने में मदद करते हैं। महिलाओं को खासतौर पर अपना ध्यान रखना चाहिए। 40 वर्ष की उम्र के बाद नियमित चेकअप करना चाहिए। अगर ऐसा कुछ होता भी है,तो उससे निकलने के लिए हिम्मत रखें। अपने आप को तोड़ें नहीं
Created On :   2 Feb 2022 7:22 PM IST