पूर्व महापौर पांडुरंग हिवरकर सहित 5 लोगों पर मामला दर्ज

Car dispute - Case registered against 5 people including former mayor Pandurang Hivarkar
पूर्व महापौर पांडुरंग हिवरकर सहित 5 लोगों पर मामला दर्ज
कार पर तकरार पूर्व महापौर पांडुरंग हिवरकर सहित 5 लोगों पर मामला दर्ज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मामूली बात पर हुए विवाद में पूर्व महापौर पांडुरंग हिवरकर सहित 5 आरोपियों पर अजनी पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है। आरोपियों में पांडुरंग हिवरकर, उनका बेटा अजय पांडुरंग हिवरकर (35) रामेश्वरी चौक, सचिन चंद्रशेखर वाघमारे (22), जोगेंद्र मेश्राम  और विपिन कपूरचंद घाटे (44) शामिल हैं। पुलिस ने अजय, सचिन और विपिन को गिरफ्तार कर धारा 353, 506, 143, 145, 149, 186, 188, 189, 283  के तहत मामला दर्ज किया है। हिवरकर के समर्थन में उनके कार्यकर्ता, वरिष्ठ नागरिक और भाजपा के कुछ पदाधिकारी अजनी थाने में पहुंचे थे।

गेट से बाहर निकाल रहे थे कार

पुलिस के अनुसार, होली के दिन पूर्व महापौर के रिश्तेदार जोगेंद्र मेश्राम उनके घर गए थे। मेश्राम की कार क्रमांक एमएच 49 बी के- 9997 से घर के गेट के बाहर निकल रहे थे, तभी उनकी कार को  एक दोपहिया पर ट्रिपल सीट सवार युवकों की टक्कर लग गई। तीनों युवक नीचे गिर पड़े। एक युवक के िसर से खून निकल गया। इस दौरान अजय का युवकों से विवाद हो गया। उसी समय रामेश्वरी चौक पर पुलिस बंदोबस्त में तैनात पुलिसकर्मी पूर्व महापौर के घर  के पास पहुंचे। उसी मार्ग से जा रहे अजनी क्षेत्र के सहायक पुलिस आयुक्त गणेश विराजदार भीड़ देखकर रुके जानकारी लेने लगे। 

आरोप-प्रत्यारोप

अजय ने विराजदार को बताया कि युवकों ने जोगेंद्र मेश्राम की कार को टक्कर मार दी है। युवक भाग न जाएं, इसलिए उसने उनकी दोपहिया वाहन को रोककर रखा है। विराजदार ने अजय को अजनी थाने में शिकायत देने की सलाह दी। इस बीच अजय की सहायक पुलिस आयुक्त से तू-तू मैं-मैं हो गई। सहायक पुलिस आयुक्त का आरोप है कि अजय और उसके 3-4 लोगों ने उनकी कॉलर पकड़ी और सरकारी कार्य में रुकावट डाली। हिवरकर परिवार का आरोप है कि युवकों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय पुलिस कार चालक को ही फटकार लगा रही थी। पहले पुलिस ने पांडुरंग की कॉलर पकड़ी तो मामला उलझ गया। घटना के बाद अजनी पुलिस अजय, सचिन और विपिन को हिरासत में ले कर थाने ले गई। हिवरकर के समर्थक भी थाने में पहुंचे। करीब 2 घंटे तक थाने में मंथन चलता रहा। क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त नुरुल हसन भी थाने पहुंचे। उन्होंने सभी पर कार्रवाई करने का आदेश दिया। सभी पर हवलदार गिरीश नगराले की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया।  

चाबी वापस देने की बात की : विराजदार ने दोपहिया वाहन चालक के माथे से खून बहता देखकर उसकी चाबी वापस देने की बात की। आरोपी पक्ष का कहना था कि पहले दोपहिया वाहन चालक पर कार्रवाई करो, फिर चाबी वापस देंगे।

Created On :   20 March 2022 12:53 PM IST

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