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इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के 11 विद्यार्थियों का करियर दांव पर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अमरावती रोड पर गोंडखैरी स्थित विद्यानिकेतन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कॉलेज इस सत्र से बंद होने जा रहा है। परिणाम स्वरूप कॉलेज के 11 विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटकने वाला है। इधर रातुम नागपुर विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों के परीक्षा फॉर्म स्वीकार करने से इंकार कर दिया है। अब अपना कैरियर बचाने के लिए विद्यार्थी विविध स्तरों पर गुहार लगा रहे हैं। विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में इस संबंध में शिकायत दी है।
एटीकेटी के विषय पास, फाइनल ईयर बाकी
दरअसल, कॉलेज प्रबंधन ने कुछ वर्ष पूर्व कॉलेज बंद करने का निर्णय लिया था। एआईसीटीई ने संस्थान को प्रोग्रेसिव क्लोजर यानी धीरे-धीरे कॉलेज बंद करने की अनुमति दी है। कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि, बीते तीन वर्षों में उन्होंने किसी विद्यार्थी को प्रवेश नहीं दिया। अत: अब मौजूदा सत्र में कॉलेज बंद करने के लिए उन्हें नागपुर विश्वविद्यालय और डीटीई से एनओसी मिल गई है। अब कॉलेज के 11 ऐसे विद्यार्थी सामने आए हैं, जिन्होंने एटीकेटी में बचे सारे विषय पास कर लिए हैं, लेकिन उनका फायनल ईयर बाकी है। अब फायनल ईयर की पढ़ाई कहां करें, यह सवाल विद्यार्थियों के सामने है।
फॉर्म स्वीकार नहीं कर रहे
विद्यार्थियों द्वारा नागपुर विश्वविद्यालय में की गई शिकायत मंे प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि एटीकेटी क्लीयर करने के बाद कॉलेज ने उन्हें फायनल ईयर में प्रवेश दिया और पैसे ले लिए। लेकिन फायनल ईयर का परीक्षा फॉर्म भरने की बारी आई, तो नागपुर विश्वविद्यालय ने फाॅर्म स्वीकार करने से इंकार कर दिया। विश्वविद्यालय का कहना है कि अब यह कॉलेज उनके संलग्नित नहीं है।
दोबारा कॉलेज कैसे शुरू करें
इस मामले में कॉलेज प्रबंधन के एक वरिष्ठ सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर वस्तुस्थिति बताई। उन्होंने कहा कि गिरती विद्यार्थी संख्या के कारण प्रबंधन ने कॉलेज बंद करने का निर्णय लिया है। उन्होंने तीन वर्ष से कोई नया प्रवेश नहीं लिया और उनके सभी नियमित छात्र पास आऊट हो गए। लेकिन अब कहीं से पूर्व छात्र आ गए जिन्हें फायनल ईयर पास करना है। 11 विद्यार्थियों के लिए दोबारा कॉलेज शुरु नहीं किया जा सकता। सदस्य के अनुसार विद्यार्थियों के पास एक विकल्प था कि वे इंस्टीट्यूशन बदल कर फायनल ईयर पास कर सकते है। लेकिन यहां उच्च व तंत्र शिक्षा विभाग (डीटीई) की एक शर्त आड़े आ गई।
Created On :   28 Sept 2019 4:12 PM IST