- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- मप्र के पोर्टल की नकल कर करोड़ों की...
मप्र के पोर्टल की नकल कर करोड़ों की चोरी का मामला
डिजिटल डेस्क, नागपुर. जिले के रेत घाटों से हो रही रेत चोरी के मामले में घाट मालिकों को पुलिस निरीक्षक डिक्टेशन यूनिट क्र.-3 अपराध शाखा, नागपुर शहर द्वारा सूचना पत्र देकर अधिकारियों के समक्ष पेश होने को कहा गया है। बावजूद घाट मालिक तय तारीख पर अधिकारियों के समक्ष पेश होने के बजाय देवदर्शन के लिए निकल गए। इसके अलावा कुछ लोग अपनी सुविधा अनुसार भूमिगत हो गए। उनके फोन नॉट रिचेबल बता रहे हैं। बताया जा रहा सभी एक-दूसरे के पेश होने के इंतजार में समय काट रहे हैं।
रेत चोरी आम बात : जिले के सावनेर तहसील अंतर्गत लगभग 10-12 रेतघाट आते हैं। प्रशासन द्वारा कुछ ही रेतघाट की नीलामी की जाती रही है। बचे रेत घाटों से रेत चोरी होना आम बात हो गई है। सरकारी अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधि तक रेत चोरी के धंधे में लिप्त होने की चर्चा जोरों पर है।
200 करोड़ की रेत चोरी : कुछ माह पूर्व रेत माफियाओं ने मध्यप्रदेश के सरकारी रेत पोर्टल की नकल कर अवैध रॉयल्टी पर महाराष्ट्र सरकार की करोड़ों रुपए की रेत चुरा ली थी। एक अनुमान के मुताबिक इसकी कीमत लगभग 200 करोड़ रुपए बताई जा रही है। जिसे लेकर प्रशासन ने कुछ रेत माफियाओ को गिरफ्तार भी किया था। कुछ जमानत पर बाहर भी आ गए।
सूत्र बताते है 200 करोड़ रुपए के राजस्व को लेकर प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। प्रशासन 200 करोड़ की वसूली को लेकर घाट मालिकों पर 25-25 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा सकती है। इसके अलावा सीबीआई से जांच करने के संकेत भी मिले हैं। इसके बाद रेत घाट मालिक सकते में है। रेत माफियाओ की चल-अचल संपत्ति को लेकर भी जांच चल रही हैं। रेत माफियाओं ने अवैध रेत बेचकर करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की है। मामूली रेत चोरी करने वाले कुछ ही महीने में पेट्रोल पंप मालिक भी बन बैठे हैं। अपराध शाखा द्वारा रेत घाट मालिकों पर धारा 465, 466, 467, 468, 471, 420, 34, 379, 120 (बी), सहधारा 48(7) व 48(8) के तहत मामला चल रहा है।
Created On :   14 Sept 2022 8:11 PM IST