श्रेणी के अनुसार समय तय, जहां ज्यादा बिजली हानि, वहां अधिक लोडशेडिंग

Category wise timing, where more power loss, more load shedding
श्रेणी के अनुसार समय तय, जहां ज्यादा बिजली हानि, वहां अधिक लोडशेडिंग
बिजली संकट श्रेणी के अनुसार समय तय, जहां ज्यादा बिजली हानि, वहां अधिक लोडशेडिंग

डिजिटल डेस्क, नागपुर. एक तरफ लोडशेडिंग नहीं करने का दावा किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ महावितरण ने 18 अप्रैल को लोडशेडिंग का सर्कुलर जारी कर दिया। हर इलाके में श्रेणी तय की गई है और उसी अनुसार लोडशेडिंग का समय तय हुआ है। डेढ़ से पांच घंटे तक लोडशेडिंग की चेतावनी सर्कुलर में दी गई है। जिस एरिया में बिजली हानि ज्यादा है, वहां ज्यादा लोडशेडिंग होगी। 

नक्सल प्रभावित क्षेत्र में लोडशेडिंग नहीं 

नक्सल प्रभावित क्षेत्राें में लोडशेडिंग नहीं करने का निर्णय महावितरण द्वारा लिया गया है। विद्युत हानि ज्यादा व वसूली कम का नियम नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लिए लागू नहीं है।

अब यह व्यवस्था
महावितरण ने हर इलाके को ए, बी, सी, डी, ई, एफ, जी 1, जी 2, जी 3 मेें बांटा है। ए, बी श्रेणी को उत्कृष्ट माना जा रहा है, वहीं सी, डी को ठीक-ठाक व ई, एफ को खराब माना गया है। जी1, जी2 व जी3 को अति खराब माना गया हैै। ए श्रेणी में डेढ़ घंटे तक व बी श्रेणी में दो घंटे तक लोडशेडिंग रह सकती है। सी, डी श्रेणी में क्रमश: ढाई व तीन घंटे तक लोडशेडिंग रह सकती है। ई, एफ श्रेणी में साढ़े तीन घंटे से  चार घंटे तक लोडशेडिंग रह सकती है। जी1, जी2 व जी3 में चार घंटे से ज्यादा लोडशेडिंग रह सकती है।

इसीलिए वॉर रूम शुरू किया

उपभोक्ताओँ को लोडशेडिंग से बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाने का दावा महावितरण कर रहा है। इसी का परिणाम है कि पांच दिन से नागपुर जिले (शहर व ग्रामीण) में लोडशेडिंग नहीं होने का  दावा किया गया है। इन दावों के बीच महावितरण ने 18 अप्रैल को श्रेणी के अनुसार लोडशेडिंग का सर्कुलर जारी कर दिया हैै। इधर, अधिकारियों का कहना है कि लोडशेडिंग की नौबत न आए, इसीलिए वॉर रूम शुरू किए गए हैं। सारा नियोजन लोडशेडिंग न हो, इसीलिए हो रहा है। सर्कुलर में लोडशेडिंग का उल्लेख है, लेकिन प्रशासन लोडशेडिंग न हो, इस दिशा में काम कर रहा है।

Created On :   20 April 2022 4:02 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story