नागपुर में सुपारी माफिया का चेन्नई कनेक्शन, फैल रहा है अवैध कारोबार   

Chennai connection of arecanut mafia in Nagpur, spreading illegal business
 नागपुर में सुपारी माफिया का चेन्नई कनेक्शन, फैल रहा है अवैध कारोबार   
 नागपुर में सुपारी माफिया का चेन्नई कनेक्शन, फैल रहा है अवैध कारोबार   

डिजिटल डेस्क, नागपुर। संतरानगरी में अवैध सुपारी का कारोबार बडे पैमाने पर फैला हुआ है। विदेश से आनेवाली खराब सुपारी का इसतेमाल खर्रे में किया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर में कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन शुरू है। इसके बाद भी शांतिनगर और कलमना क्षेत्र में कुछ सुपारी कारखानों में चोरी छिपे किया जा रहा है। चर्चा है कि राजू, भोपाली और अन्ना का तो चेन्नई से कनेक्शन जुडा है। यह विदेशों से आनेवाली सुपारी को यहां तक लाकर बेचने का काम करते हैं। यहां के शांतिनगर और कलमना क्षेत्र में सुपारी के कारखानों में इन दिनों लॉकडाउन शुरू होने के बाद भी बंद कारखानों में इक्का दुक्का मजदूर लगाकर  सुपारी कटिंग का कार्य किया जा रहा है। पिछले दिनों संतरानगरी में कई सुपारी कारखानों में पुलिस की छापामार कार्रवाई से यह बात सामने भी आ चुकी है। संतरानगरी के शांतिनगर और कलमना क्षेत्र में सुपारी के दर्जनों कारखानों में सुपारी कटिंग का कार्य शुरू है। इन सुपारी कारखानों में भले ही बाहर से ताला लगा नजर आता है, मगर अंदर सुपारी कटिंग की जा रही है। पिछले दिनों कलमना क्षेत्र के चिखली परिसर में पुलिस ने एक कारखाना पर छापामार कार्रवाई कर यह मामला उजागर कर चुकी है।

लॉकडाउन: शांतिनगर – कलमना में सुपारी कारखानों में कटिंग का काम शुरू

शांतिनगर इलाके में केबलवाला, फारुख, किशोर, बेंसानी, वसीम सहित अन्य कई लोग सुपारी के कारोबार में लिप्त बताए जा रहे हैं। लॉकडाउन शुरू होने के बाद भी यह लोग सुपारी के कारोबार में जुटे हैं। इनमें से कुछ लोगों का सुपारी कारखाना भी चोरी छिपे संचालित हो रहा है। सुपारी कारोबार से जुडे माफियाओं ने नागपुर में लॉकडाउन शुरू रहने के बाद भी सुपारी का कारोबार बेधडक शुरू कर रहे हैं। कलमना क्षेत्र में मौर्या, इतवारी में राजू, भोपाली ने भी सुपारी के कारोबार को बंद नहीं किया है। पिछले दिनों एक दोपहिया वाहन पर सुपारी लादकर ले जाने का मामला चर्चा में आया था।पिछले दिनों लकडगंज पुलिस ने दो स्थानों पर छापामार कार्रवाई कर लाखों रुपए की कटिंग सुपारी जब्त की थी। कटिंग की गई यह सुपारी खर्रा बनाने के लिए तैयार की जा रही थी। विदेशी से आनेवाली खराब सुपारी को इस कदर बारीक कर दी जाती है कि उसे खर्रा में मिलाने के बाद समझ में नहीं आती है कि वह खराब सुपारी है या नहीं। विदेश से आनेवाली इस सुपारी का उपयोग खर्रा बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस सुपारी के कारण लोगों की सेहत पर असर पड रहा है। इससे मुंह और आंत के कैंसर होने का खतरा तेजी से बढ रहा है।   

नागपुर में बिकता है सबसे अधिक खर्रा

सूत्रों के अनुसार नागपुर में सुपारी का कारोबार बडे पैमाने पर होता है। एक जानकारी के मुताबिक हर माह नागपुर में करोडों रुपए का खर्रे का कारोबार होता है। नागपुर में 5 हजार से अधिक लोग खर्रा बेचने का काम करते हैं। इन दिनों लॉकडाउन के चलते भले पानठेलों पर खर्रा बिकना बंद हो गया है, लेकिन चोरी छिपे बिक रहा है। पहले जहां यह खर्रा 20 रुपए में मिलता था अब इसकी कीमत 30 से 50 रुपए हो गई है। लोग अपनी जिंदगी को खतरे में डालकर इसे बेच रहे हैं और खाने के शौकीन इसे खरीद रहे हैं।  
 

Created On :   23 April 2020 7:52 AM GMT

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