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बच्चों को मिला टीके का सुरक्षा कवच, पहले दिन 31 हजार से ज्यादा लगे टीके
डिजिटल डेस्क जबलपुर। पंद्रह से अठारह वर्ष तक के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगाने जिले में टीकाकरण अभियान की शुरूआत उत्साह के साथ हुई। बच्चे सुबह से ही अपने स्कूल में बनाए वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे। अपनी बारी का इंतजार किया और टीका लगवाया। अभियान के तहत जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में 277 स्कूलों में टीकाकरण केंद्र बनाए, 5 मोबाइल टीमें भी उतरीं। कुछ केंद्रों पर वैक्सीनेशन शुरू होने पर लेटलतीफी भी हुई। 40 हजार के लक्ष्य के मुकाबले 31 हजार 858 टीके लगे। बता दें कि जिले में 1 लाख 18 हजार बच्चों को वैक्सीन दी जानी है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए 9 जनवरी तक की तिथि निर्धारित की गई है।
पहला किड्स वैक्सीनेशन सेंटर शुरू
शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनमोहन नगर में बनाए गए देश के पहले किड्स वैक्सिनेशन सेंटर का उद्धाटन प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव, सांसद राकेश
सिंह ने किया। अतिथियों ने वैक्सीन लगवाने आए बच्चों से बात की। इस मौके पर विधायक सुशील तिवारी इंदु एवं अशोक रोहाणी, भाजपा नगरअध्यक्ष जीएस ठाकुर, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य डॉ. संजय मिश्रा, सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुररिया,ननि आयुक्त आशीष वशिष्ठ, डीआईओ डॉ. एसएस दाहिया, स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती निधि सिंह राजपूत, डॉ. आरके पहारिया आदि मौजूद रहे। अतिथियों की मौजूदगी में सुख:दुख परिवार द्वारा पौधारोपण भी किया गया। किड्स वैक्सीनेशन सेंटर का निर्माण स्मार्ट सिटी जबलपुर द्वारा नर्चरिंग नेवरहुड चैलेंज के तहत किया गया था।
सरकारी में ज्यादा टीके, प्राइवेट स्कूलों ने किया निराश
शहरी क्षेत्रों में 84 निजी एवं 18 शासकीय स्कूलों को मिलाकर 102 केंद्र बनाए गए। प्रत्येक स्कूल को 300+बच्चों को टीके लगाने थे, लेकिन प्राइवेट स्कूलों ने निराश किया। लक्ष्य से पीछे रहे। इधर शासकीय स्कूलों में बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ वैक्सीन लगवाई। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के 167 केंद्रों में 19 हजार 620 बच्चों को टीके लगे, जबकि शहरी क्षेत्र में 12 हजार 238 बच्चों ने वैक्सीन लगवाई।
एक नजर
- कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने मॉडल स्कूल पहुँचकर टीकाकरण का जायजा लिया, बच्चों से बात की।
- भेडाघाट बायपास स्थित शासकीय नेत्रहीन विद्यालय में नेत्र दिव्यांग बच्चों को टीका लगाया गया।
- दोपहर एक बजे तक 10 हजार से अधिक बच्चों को वैक्सीन लगाई जा चुकी थी।
- मॉडल हाई, एमएलबी समेत कुछ केंद्रों पर किट समय पर पहुंची, लेकिन वैक्सीनेशन स्टॉफ देरी से पहुंचा।
टीका लगवाने के बाद बच्चों ने कहा
- मॉडल स्कूल में कक्षा 11वीं के छात्र अरमान चक्रवर्ती ने बताया कि उन्हें इस मौके का काफी लंबे समय से इंतजार था। अब ऑफ लाइन क्लास अटेंड कर पढ़ाई पर ज्यादा फोकस कर सकेंगे।
- महारानी लक्ष्मी बाई कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला की कक्षा 12 वीं की छात्रा दीपांशी पटेल ने बताया कि वैक्सीन लगाते समय उन्हें बिल्कुल भी डर नहीं लगा बल्कि अब इस बात की ज्यादा खुशी है कि बिना किसी भय के स्कूल जा सकेंगी।
- एमएलबी स्कूल कक्षा बारहवीं की कॉमर्स की छात्र अंशिता शर्मा ने बताया कि वैक्सीनेशनके बाद निडर होकर स्कूल जा सकेंगी। इससे इम्युनिटी बढ़ेगी। जिसके फलस्वरूप पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दे सकेगी ।
और यहां हुई गड़बड़ी....
14 वर्ष से कम उम्र की बच्ची को लगा दिया टीका
देवताल स्थित हितकारिणी स्कूल में 14 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों को वैक्सीन लगाए जाने की बात सामने आई, जबकि वैक्सीनेशन 15 से 18 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए हो रहा है। स्कूल की कक्षा 9वीं में अध्ययनरत अनीषा शुक्ला की उम्र 13 साल 8 माह है। उनके पिता अरविंद शुक्ला ने बताया कि बच्ची का जन्म वर्ष 2008 है। इसके बाद भी बिना उम्र की जांच किए, स्कूल में बेटी को वैक्सीन लगा दी गई। वैक्सीन लगने के बाद मैसेज भी उनके मोबाइल पर भेज दिया गया। इस मामले में उन्होंने प्राचार्य के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई, तो संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। अनीषा के अनुसार क्लास टीचर ने 9वीं में पढ़ रहे सभी बच्चों को वैक्सीन लगवाने के लिए कहा था। कुछ बच्चे और हैं जिनकी उम्र 15 वर्ष से कम है और वैक्सीन लगा दी गई। मामले को लेकर जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. दाहिया का कहना है कि गड़बड़ी को लेकर जांच की जाएगाी और स्कूल प्रबंधन से जवाब मांगा जाएगा।
आज बच्चों का टीकाकरण नहीं
नियमित टीकाकरण का दिन निर्धारित होने की वजह से आज मंगलवार को जबलपुर शहर और जिले में स्थित शासकीय अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर 18 वर्ष से अधिक आयु के पात्र व्यक्तियों को ही कोरोना का टीका लगाया जायेगा। आज बच्चों का टीकाकरण नहीं होगा।
Created On :   3 Jan 2022 9:35 PM IST