- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- कपड़े रंगने के कलर से लाल हो रहा था...
कपड़े रंगने के कलर से लाल हो रहा था मिर्च पाउडर - रिपोर्ट आने के बाद मिलावट का हुआ खुलासा
डिजिटल डेस्क जबलपुर । खाद्य पदार्थों में मिलावट कर जमकर कमाई की जा रही है और लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम भी ऐसे लोगों पर अब नजर रख रही है। ऐसा ही एक सैंपल पिछले दिनों औरिया ग्राम से लिया गया था। शुक्रवार को जब जाँच रिपोर्ट आई तो पता चला मिर्च पाउडर को सुर्ख लाल करने कपड़े रंगने वाला कलर मिलाया जा रहा था। इसके साथ ही दूध में मिलावट और लईया का सैंपल भी रिपोर्ट में मिसब्रांड आया है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने कटंगी बायपास के पास औरिया ग्राम में स्थित आरती गृह उद्योग की जाँच की थी। मिर्च पाउडर और मसालों में मिलावट की संभावना को देखते हुए यहाँ से मिर्च पाउडर का सैंपल लिया गया था। रिपोर्ट में मिर्च में डाई कलर मिला पाया गया है। टीम ने मसाला फैक्टरी के संचालक दीपक भोजक पर प्रकरण दर्ज किया है। प्रकरण अपर कलेक्टर न्यायालय में पेश किया जाएगा।
पापड़-नूडल्स के लिए सैंपल
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने शुक्रवार को रसल चौक स्थित रेस्टॉरेंट में जब जाँच की तो यहाँ ग्राहकों को जो पापड़ और चाउमिन परोसे जा रहे थे, उसमें मिलावट और मिसब्रांड की संभावना को देखते हुए सैंपल लिए। खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमरीश दुबे ने बताया कि खत्री फूडस के नाम से चल रहे रेस्टॉरेंट में जो पापड़ और नूडल्स ग्राहकों के लिए रखे थे, उनके पैकेट में कोई ऐसी जानकारी नहीं थी कि ये कब बने हैं और कहाँ बनाए गए हैं। रेस्टॉरेंट के संचालक संजय खत्री से टीम ने पूछताछ की है।
क्या है नुकसान
सब्जियों के साथ ही खाद्य पदार्थों में जो अखाद्य कलर मिलाए जा रहे हैं, उससे लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है। जानकारों का कहना है कि लगातार मिलावट वाली खाद्य सामग्री खाने से लोगों के लीवर पर तो इसका असर पड़ता ही है, कई अन्य बीमारियों के साथ ही कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती है।
मिस ब्रांड लईया बन रही थी
टीम ने बिलहरी क्षेत्र में स्थित लईया फैक्टरी में जाँच की थी और सैंपल लिए थे। एके ब्रांड के नाम से बन रही लईया मिस ब्रांड होने के साथ ही गंदगी के बीच भी बनाई जा रही थी। टीम ने रिपोर्ट के आधार पर संचालक संजय दासानी पर प्रकरण बनाया है। इसी तरह टीम ने इमलिया मोड़ में स्थित पटेल डेयरी से दूध का सैंपल लिया था। जाँच रिपोर्ट में दूध में फैट कम पाया गया है। रिपोर्ट के आधार पर संचालक दिनेश पटेल पर दूध में मिलावट करने का प्रकरण बनाया गया है।
Created On :   30 Jan 2021 3:04 PM IST