विवादों में घिरे राकांपा विधायक, प्रदेश अध्यक्ष पाटील ने जताया खेद

Comment on Kanyadaan practice - NCP MLA embroiled in controversies, State President Patil expressed regret
विवादों में घिरे राकांपा विधायक, प्रदेश अध्यक्ष पाटील ने जताया खेद
कन्यादान प्रथा पर टिप्पणी विवादों में घिरे राकांपा विधायक, प्रदेश अध्यक्ष पाटील ने जताया खेद

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विवाह में कन्यादान प्रथा के बारे में की गई विवादित टिप्पणी को लेकर राकांपा के विधायक अमोल मिटकरी विवादों में घिर गए हैं। मिटकरी के खिलाफ ब्राह्मण समाज आक्रामक हो गया है। गुरुवार को पुणे में ब्राह्मण महासंघ ने राकांपा कार्यालय के सामने आंदोलन करते हुए मिटकरी से माफी मांगने की मांग की। हालांकि मिटकरी माफी मांगने को तैयार नजर नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने किसी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग नहीं किया है। इसलिए मेरे माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि भाजपा से जुड़े संगठन मेरे बयान को लेकर राजनीति कर रहे हैं। वहीं विवाद बढ़ने के बाद राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष तथा राज्य के जलसंसाधन मंत्री जयंत पाटील ने मिटकरी के बयान पर खेद प्रकट किया है। पाटील ने कहा कि मिटकरी की भावना ब्राह्मण समाज को आहत करने की नहीं थी। मिटकरी ने अपने बयान में ब्राह्मण समाज का उल्लेख नहीं किया है। केवल मंत्रोउच्चार के बारे में की गई टिप्पणी से लोगों की नाराजगी सामने आई है। इसके लिए मैं खेद प्रकट करता हूं। जबकि प्रदेश के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे ने कहा कि हमारी ब्राह्मण समाज को आहत करने की भावना नहीं थी। मिटकरी ने एक विवाह समारोह के अपने अनुभवों को बताया था। उनका बयान व्यक्तिगत है। उनका बयान राकांपा की भूमिका नहीं है। जबकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि मिटकरी के हिंदू पुरोहितों का मजाक उड़ाने से असंतोष पैदा हो गया है। मिटकरी समाज के बीच मतभेद पैदा करके उसका टुकड़े करने का काम कर रहे हैं। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को अपनी पार्टी के टुकड़े- टुकड़े गैंग को रोकना चाहिए। पाटील ने कहा कि हिंदू पुरोहितों का मजाक उड़ाने वाले राकांपा के नेताओं में मुस्लिम अथवा अन्य किसी धर्म के धर्मगुरुओं का मजाक उड़ाने की हिम्मत नहीं है। 

इससे पहले मिटकरी ने सांगली में राकांपा की ओर से आयोजित सभा में विवाह में कन्यादान प्रथा को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने कन्यादान में किए जाने वाले मंत्रोउच्चार को लेकर भी कटाक्ष किया था। मिटकरी ने कहा था कि मैं एक विवाह में गया था तो वधु के पिता ने मुझसे कहा कि आप कन्यादान में बैठिए। फिर मैंने पूछा कि हमने अन्नदान और नेत्रदान करने के बारे में सुना है। कन्या को दान किया जाता है क्या? फिर पिता ने कहा कि हमें कन्यादान के बारे में सिखाया गया है। राकांपा की इस सभा में मंत्री पाटील और मुंडे भी मौजूद थे। 

Created On :   22 April 2022 3:55 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story