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आपत्तिजनक ट्विट मामला में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पूर्व प्रधानमंत्रियों पंडित जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी को लेकर आपत्तिजनक ट्वीट करने के मामले में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ असंज्ञेय अपराध (एनसी) का मामला दर्ज किया गया है। ठाणे जिले के कल्याण इलाके में स्थित महात्मा फुले पुलिस स्टेशन में यह शिकायत दर्ज की गई है। महाराष्ट्र प्रदेश युवक कांग्रेस के महासचिव ब्रज किशोर दत्त ने मामले की शिकायत पुलिस से की है। सीनियर इंस्पेक्टर एन के बनकर ने एनसी दर्ज किए जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आईपीसी की धारा 500 के तहत मानहानि के आरोप में शिकायत दर्ज की गई है। मामले में आगे की कार्रवाई के लिए शिकायतकर्ता अदालत का दरवाजा खटखटा सकता है। कांग्रेस पार्टी से जुड़े दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों के नाम घोटाले से जोड़ते हुए पात्रा ने ट्वीट किया था कि अगर मौजूदा समय में कांग्रेस की सरकार होती तो कोरोना के नाम पर एक के बाद एक घोटाले हो रहे होते।
यात्रा के लिए फर्जी ई-पास बनाने वाले तीन गिरफ्तार
कोराना के कारण लागू लॉकडाउन में मंगलवार को यात्रा के लिए फर्जी ई-पास के साथ तीन लोगों को नई मुंबई में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। पनवेल पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक अजयकुमार लांडगे ने कहा कि पुलिस जरूरतमंदों को जारी किए गए कुछ ई-पासों की प्रामाणिकता की जांच कर रही थी और जिला कलेक्ट्रेट से पुष्टि करने पर उन्होंने पाया कि दस्तावेज नकली थे। उन्होंने आगे कहा कि इस संबंध में पनवेल के करंजडे इलाके से मारुति राठौड़ (21), जावेद शेख (28) और सलीम शेख (42) को गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने बताया कि इन तीनों ने लॉकडाउन के दौरान पनवेल से जालना की यात्रा के लिए फर्जी ई-पास का इस्तेमाल किया। पुलिस ने आरोपियों से 32,000 रुपये के मोबाइल फोन और चार नकली पास जब्त किए। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ भादसं की धारा 420 (धोखाधड़ी), 465 (जालसाजी) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
करोड़ो के जेवरात चोरी करने वाले आरोपी कोरोना पॉजिटिव
गहने के कारखाने से सात करोड़ रुपये के गहने चोरी के मामले में गिरफ्तार एक पुलिसवाले समेत मामले के दो आरोपियों को कोरोना संक्रमित पाया गया है। मामले में कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। गरीबों को खाना पहुंचने के नाम पर हासिल किए गए पास का इस्तेमाल कर इस चोरी को अंजाम दिया गया था। मामले के ज्यादातर आरोपी एक गैरसरकारी संस्था से जुड़े हुए थे।
चोरी में कारखाने के कर्मचारी और वहां तैनात सुरक्षाकर्मी का भी हाथ सामने आया था। छानबीन के दौरान एक पुलिस कांस्टेबल की भी भूमिका सामने आई थी। पुलिस ने कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार कर उसके पास से लाखों के गहने भी बरामद किए थे। आरोपियों को अदालत ने पुलिस हिरासत में भेजा था। जिसके बाद उन्हें अंधेरी पुलिस स्टेशन के लॉकअप में रखा गया था। इस दौरान सभी 10 आरोपियों की कोरोना संक्रमण के लिए जांच कराई गई तो कांस्टेबल और एक और आरोपी कोरोना संक्रमित पाए गए। इसके बाद दोनों को क्वारेंटाईन कर दिया गया है।
Created On :   12 May 2020 10:25 PM IST