पैसे लेकर टिकट न देने वाले कंडक्टर आयुक्त के रडार पर

Conductor who did not give ticket with money, commissioner on radar
पैसे लेकर टिकट न देने वाले कंडक्टर आयुक्त के रडार पर
पैसे लेकर टिकट न देने वाले कंडक्टर आयुक्त के रडार पर

 डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगरपालिका परिवहन सेवा में आपली बस के कंडक्टर अब आयुक्त के रडार पर आ गए हैं। टिकट की रकम पर डाका डालने वाले कंडक्टरों के वॉट्सएप ग्रुप की रिपोर्ट परिवहन विभाग ने आयुक्त तुकाराम मुंढे को सौंपी है। वॉट्सएप ग्रुप में मोबाइल नंबर, नाम और चैटिंग का पूरा विवरण सामने आया है। फिलहाल कंडक्टरों पर कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है। इस बीच टिकट जांचते समय कंडक्टर द्वारा किए जाने वाले हमलों के बाबत परिवहन विभाग ने पुलिस विभाग को पत्र देकर कार्रवाई में मदद की मांग की है। 

आपली बस में यात्रियों को बिना टिकट दिए ही पैसे लेने का मामला नया नहीं है। अधिकांश कंडक्टर इस तरह की हरकतें करते हैं। नियमानुसार किसी बस में टिकट के बिना यात्रा करते पाए जाने पर कंडक्टरों पर कार्रवाई का प्रावधान है। इसके लिए बाकायदा टिकट जांच के लिए दस्तों का गठन किया गया है। जांच में अब तक टिकट न देते हुए उनकी रकम जेब में डालने के कई मामले सामने आए हैं।

इस संबंध में कंडक्टरों पर कार्रवाई भी की गई है। इसी से घबराकर कुछ निलंबित कंडक्टरों ने वॉट्सएप ग्रुप बनाया और उसमें सभी कंडक्टरों को जोड़ा। इस ग्रुप के माध्यम से टिकट जांच का रूट, वह कहां हैं, किस मार्ग पर हैं आदि जानकारी ग्रुप पर शेयर की जाती है। कंडक्टर पर सिर्फ निलंबन की कार्रवाई होने से वे बेखौफ हैं। टिकट जांचने वाले कर्मचारियों से मारपीट तक के मामले सामने आ चुके हैं। कंडक्टरों की इस हरकत से मनपा परिवहन विभाग को हर महीने छह करोड़ का नुकसान उठाना पड़ रहा है। साथ ही, टिकट जांचने वाले कर्मचारियों को भी जान का खतरा है। 

कंडक्टरों की हरकतों को देखते हुए आयुक्त ने सबक सिखाने का निर्णय लिया है। उन्होंने परिवहन विभाग से अब तक कंडक्टरों पर कार्रवाई, व्हाट्सएप ग्रुप पर हुई चैटिंग का पूरा विवरण आदि तलब किया है। परिवहन विभाग ने यह रिपोर्ट आयुक्त को भेज दी है। अब कंडक्टरों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।

पुलिस से मदद की गुहार
टिकट जांचने में शहर बस के कंडक्टर टीम का सहयोग नहीं करते हैं। टीम के सदस्यों पर हमले भी करते हैं। इस बाबत पुलिस स्टेशन को शिकायत करने के बावजूद संबंधित  कंडक्टरों पर कार्रवाई नहीं की जाती है। टिकट जांचने वालों पर हमला, मारपीट करने वाले कंडक्टरों पर कार्रवाई में सहयोग करने से संबंधित पत्र भी परिवहन विभाग ने शहर के पांचों जोन के पुलिस उपायुक्त, यातायात शाखा, अपराध शाखा के उपायुक्त को लिखा है।
 

Created On :   4 Feb 2020 11:25 AM IST

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