कोरोना : शनिवार को मिले 1741 नए मरीज, 4 पुलिसकर्मियों की मौत, 31 निजी अस्पतालों पर इलाज की जिम्मेदारी

Corona: 1741 new patients found on Saturday, 4 policemen killed
कोरोना : शनिवार को मिले 1741 नए मरीज, 4 पुलिसकर्मियों की मौत, 31 निजी अस्पतालों पर इलाज की जिम्मेदारी
कोरोना : शनिवार को मिले 1741 नए मरीज, 4 पुलिसकर्मियों की मौत, 31 निजी अस्पतालों पर इलाज की जिम्मेदारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शनिवार को 1741 नए मरीज पॉजिटिव पाए गए। अब कुल संक्रमित 38 हजार पार पहुंच गए हैं। रोजाना आंकड़ों में करीब 2000 की वृद्धि हो रही है। शनिवार को 45 लोगों की मौत हुई। कोराेना से होने वाली मौत का आंकड़ा 1261 पर पहुंच गया है, वहीं 1347 मरीज स्वस्थ होकर घर गए। कुल 1741 नए पाॅजिटिव नमूनों में मेयो से 160, मेडिकल से 74, एम्स से 107, माफसू से 88, नीरी से 40, निजी लैब से 404 और एंटीजन से 868 नमूने पाॅजिटिव आए हैं। इन मरीजों में 332 ग्रामीण, 1405 शहर और 4 जिले के बाहर के हैं। इन्हें मिलाकर कुल संक्रमित 38139 हो गए हैं। 45 लोगों की मौत हुई, जिसमें से 6 ग्रामीण, 35 शहर और 4 जिले के बाहर के हैं। कुल मृतकों की संख्या 1261 हो चुकी है। शुक्रवार को कुल 1347 मरीज स्वस्थ होकर घर गए। इन्हें मिलाकर कुल 25457 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें 13131 होम आइसोलेट हुए मरीज भी शामिल हैं, जो स्वस्थ हो चुके हैं। इस कारण रिकवरी दर 66.75 प्रतिशत पहुंच चुकी है।

31 निजी अस्पतालों पर कोरोना इलाज की जिम्मेदारी

संक्रमितों के बढ़ते आंकड़े को देख मनपा ने 31 नए निजी अस्पतालों को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में परिवर्तित करने का आदेश जारी किया है। संबंधित अस्पतालों को 24 घंटे में तैयारी की रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही शहर में अब डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों की संख्या 31 से बढ़कर 62 हो गई है। अस्पतालों को यह करना होगा : आदेश में कहा गया है कि 24 घंटे में अस्पताल की रिपोर्ट प्राप्त होने पर आगे के 48 घंटे में पॉजिटिव मरीजों को वहां भर्ती किया जा सकेगा। भर्ती मरीज का उपचार शासन की मार्गदर्शक सूचना के अनुसार करना होगा। मरीज का रियल टाइम रिपोर्ट मनपा के पोर्टल पर अपडेट करना अनिवार्य होगा। कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने के कारण सरकारी अस्पतालों पर बोझ बढ़ रहा है। इसे कम करने के लिए निजी अस्पतालों को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में परिवर्तित करने का कदम उठाया गया है। जो अस्पताल कोविड मरीजों को सेवा देने के लिए तैयार हैं, उन्हें तत्काल अनुमति मिलेगी।  

एक ही दिन में 4 पुलिसकर्मियों की मौत

शहर में कोरोना से एक ही दिन में चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार सक्करदरा थाने के पुलिस नायब, पुलिस मुख्यालय की महिला हवलदार, गणेशपेठ थाने के एएसआई और ग्रामीण पुलिस विभाग के हवलदार की शनिवार को कोरोना के कारण मौत हो गई। 
सक्करदरा का कर्मचारी निजी अस्पताल में भर्ती किया था, वहीं मौत हो गई। 
महिला कर्मचारी को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। मेयो में मौत हो गई। 
गणेशपेठ के एएसआई की निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। 
ग्रामीण पुलिस विभाग के हवलदार ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। 

ताजा स्थिति : पुलिस विभाग के 54 अधिकारी-कर्मचारी अलग-अलग अस्पतालों में उपचार ले रहे हैं। इसके पहले शहर पुलिस विभाग के 6 जवानों को कोरोना निगल चुका है।

कोरोना संक्रमण से कर्मचारी की मौत पर भड़के सहयोगी

कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए नागपुर महानगरपालिका का लगभग पूरा प्रशासनिक अमला जुटा है। सभी विभागों के कर्मचारियों की इसमें सेवा ली जा रही है, लेकिन उन्हें सुविधा देने में मनपा नाकाम साबित हो रही है। शुक्रवार को लकड़गंज जोन के एक पॉजिटिव कर्मचारी की अव्यवस्था के कारण मौत होने से कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने लकड़गंज जोन कार्यालय में प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय मनपा यूनियन के नेता विलास येवले के नेतृत्व में किए गए आंदोलन में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कर्मचारियों की तरह मनपा कर्मचारियों के लिए अलग से अस्पताल आरक्षित रखने की मांग की है, साथ ही प्रत्येक कर्मचारी को 50 लाख की बीमा सुरक्षा दी जाए। काम के घंटे तय करने आदि की भी मांग की गई। इस अवसर पर शिक्षक कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष विजय घोडमारे, भोला खोब्रागडे, नरेंद्र गुर्वे, राजकपूर मेश्राम, अनिल तांबे आदि उपस्थित थे। 
डाकघर विभाग में 39 पॉजिटिव, 2 की मृत्यु

एनएपीई नागपुर शहर ने कोरोना से बचाव की मांग की

कोरोना ने डाकघर विभाग को भी प्रभावित किया है। अब तक नागपुर शहर के डाकघर विभाग के 39 कर्मचारी पॉजिटिव आ चुके हैं, जबकि इनमें से 2 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। नेशनल एसोसिएशन ऑफ पोस्टल एम्प्लॉइज (एनएपीई) नागपुर शहर विभाग ने अधीक्षक से कोरोना से बचाव की मांग रखी है। रोस्टर के हिसाब से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए। जिनकी उम्र 50 साल से अधिक है, उनको बिना किसी मेडिकल सर्टिफिकेट की मांग कर छुट्टी दी जाए। पॉजिटिव मिलने वाले कार्यालयों को सैनिटाइज कर 8 दिन बंद रखा जाए। आउटसोर्स वाला कोई कर्मचारी यदि पॉजिटिव मिलता है, तो उसे उस दौरान का वेतन दिया जाए। केन्द्र की योजना में कर्मचारी को कोरोना उपचार के दौरान कितने रुपए मिलने वाले हैं, यह स्पष्ट किया जाए। इन समस्याओं को एनएपीई नागपुर शहर विभाग के सचिव धनंजय राऊत ने रखते हुए डाकघर विभाग के अधीक्षक से पूरा करने की मांग की है।

यहां मिले इतने पॉजिटिव


अयोध्या नगर में 29 और 1 की मृत्यु), जीपीओ 7, म्हालगी नगर 1, बेसा 1, नरेन्द्र नगर 1, सीताबर्डी 4, मानकापुर 1, यूनिवर्सिटी कैम्पस 1, महात्मा फुले बाजार 1 और 1 की मृत्यु, डीए मार्ग पोस्ट ऑफिस 1, हनुमना नगर पोस्ट ऑफिस 1 मरीज मिले हैं। 
शराब काराेबारी व एक्साइज अधिकारी कोरोना पॉजिटिव

कोविड-19 संक्रमण रोकने के लिए विभाग करेगा पहल 

कोरोना की एंट्री शराब दुकान व स्टेट एक्साइज विभाग में भी हो गई है। अधिकारी तो अस्पताल में भर्ती हो गए, लेकिन कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भी शराब कारोबारी दुकानों से शराब बेच रहे हैं। एक्साइज विभाग ने स्पष्ट किया कि कोविड-19 संक्रमण रोकने के लिए पुख्ता कदम उठाए जाएंगे।महल किला रोड का एक शराब दुकानदार कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी है। नंदनवन के शराब कारोबारी के घर के सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले। इसके अलावा कई दुकानदार व दुकान में काम करने वाले कोरोना पॉजिटिव मिले। कुछ दुकानदारों ने दुकान आना बंद तो किया, लेकिन इनके संपर्क में आनेवालों की जांच अब तक नहीं हो सकी है। ये आज भी घूम रहे हैं। स्टेट एक्साइज विभाग अब तक कोरोना पॉजिटिव शराब कारोबारियों से अनभिज्ञ है।

Created On :   6 Sept 2020 3:33 PM IST

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