कोरोना : जांच के लिए 400 सैंपल पेंडिंग, मशीन गर्म होने से 24 घंटे नहीं हो रहा काम, निमोनिया मरीजों की जांच भी अनिवार्य

Corona: 400 sample pending for testing
कोरोना : जांच के लिए 400 सैंपल पेंडिंग, मशीन गर्म होने से 24 घंटे नहीं हो रहा काम, निमोनिया मरीजों की जांच भी अनिवार्य
कोरोना : जांच के लिए 400 सैंपल पेंडिंग, मशीन गर्म होने से 24 घंटे नहीं हो रहा काम, निमोनिया मरीजों की जांच भी अनिवार्य

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना के लगातार पॉजिटिव मामले सामने आने के कारण की जांच करने वालों की संख्या बढ़ी है। शहर में 400 सैंपल जांच के लिए पेंडिंग है। नागपुर में शहर ही नहीं बल्कि विदर्भ और अन्य पड़ोसी राज्यों के सैंपल जांच के िलए आते है। सैंपल की अधिकता के कारण जांच में समय लग रहा है और संदिग्ध मरीजों को अस्पतालों के संदिग्ध वार्डों में रुकना पड़ रहा है जिससे नए संदिग्ध मरीजों को इंतजार करना पड़ रहा है।

मेयो में 24 घंटे हो रही जांच

इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) में रविवार को 21 सैंपल की जांच की गई जो निगेटिव आई। यह सैंपल मेयो के वार्डों में पिछले 2-3 दिन से भर्ती मरीजों के थे। मेयो की बड़ी मशीन खराब होने से वहां की छाेटी मशीन पर काम चल रहा है जिससे गति धीमी हुई है। हालांकि वहां 24 घंटे जांच की जा रही है। वहीं, रविवार को 21 सैंपल के लिए लगाए गए जिनकी रिपोर्ट देर रात आने की संभावना है। इसमें शनिवार को पॉजिटिव आए मरीज की पत्नी, उसके पांच बच्चों के अलावा 2 अन्य ऐसे 8 लोगों के सैंपल शामिल है। वहीं पॉजिटिव मरीज से संबंधित कुल 38 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है।

एम्स में 24 घंटे जांच नहीं हो पा रही

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में रविवार 36 सैंपल की जांच की गई जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसमें शनिवार को पॉजिटिव आने वाले मरीज के साथ वनामति में रहने वाले व्यक्ति उसके माता-पिता और कमरा 103 व 110 में रहने वाले 7 लोगों की रिपोर्ट भी शामिल है। एम्स में 24 घंटे जांच ना हो पाने के सवाल पर एम्स की डायरेक्टर डॉ.विभा दत्ता का कहना है कि हम 24 घंटे जांच इसलिए नहीं कर रहे है क्योंकि मशीन गर्मी हो रही है और मशीन की कंपनी वालों ने ऐसी स्थिति में उसे कुछ समय के िलए बंद करने का कहा है।

किट की भी है समस्या

मेयो-एम्स दोनों की मशीन अलग-अलग होने की वजह से उनकी किट भी अलग-अलग है। इस वजह से एक जगह किट खत्म होने पर उसे दूसरी जगह उपयोग नहीं कर सकते है। वहीं, किट का कमी के कारण भी समस्या आती है इस पर जिलाधिकारी रविन्द्र ठाकरे का कहना है कि उसको लेकर हम योजना बना रहे है। वहीं, मुंबई और पुणे से भी जल्द ही किट आने की संभावना है।

Created On :   5 April 2020 8:26 PM IST

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