- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- कोरोना की मार ने बदल दिया कारोबार,...
कोरोना की मार ने बदल दिया कारोबार, दूसरे काम धंधे में उतरे बिजली, पंक्चर, कूलर के कामगार
डिजिटल डेस्क जबलपुर। शायद ही कोई कोना होगा, जहाँ कोरोना कहर बनकर न टूटा हो। छोटी से छोटी सर्विस से लेकर मल्टीनेशनल कंपनियाँ बंद हैं। सबसे ज्यादा परेशानी रोजमर्रा से जुड़ी जरूरतों और परेशानियों को लेकर हो रही है। खास बात यह है कि सुबह की ढील में जरूरी सामान तो मिल रहा है, लेकिन सर्विसेस पूरी तरह से ठप पड़ी हैं। यही वजह है कि वक्त के साथ कूलर, पंक्चर और बिजली के सुधारकों ने अपना धंधा ही बदल लिया है। शुरूआती दिनों में लॉकडाउन मानसिक तौर पर तकलीफ देने वाला रहा, लेकिन कुछ समय बाद ही सभी ने खुद को हालातों के हिसाब से ढाला और दिनचर्या भी बदल ली। इसके चंद दिनों बाद सर्विस सेक्टर की कमी बड़ी समस्या खड़ी करने लगी। छोटे-छोटे सुधार के लिए बड़ी-बड़ी मशक्कतें करनी पड़ीं, लेकिन इसके बावजूद भी समस्या का कोई समाधान नहीं निकला। शहर की रफ़्तार थम गई है, लेकिन कोविड-19 की रोकथाम के लिए दौडऩे वाले सरकारी और गैर सरकारी सेक्टर को कई तरह की तकनीकी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मोबाइल बिगड़ा मतलब कुदरत रूठ गई
अति आवश्यक सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों के लिए मोबाइल और बाइक दो सबसे जरूरी संसाधन हैं। कुछ मामले ऐसे भी आए, जिनमें कर्मचारियों के सैल फोन में गड़बडिय़ाँ आईं। सूत्र बताते हैं कि विक्टोरिया के एक स्वास्थ्य कर्मी का मोबाइल खराब हो गया। परिवार से दूर होने के कारण मोबाइल के मामले में किसी और से मदद की उम्मीद नहीं की जा सकती है। स्वास्थ्य कर्मी का कहना है कि न तो रिपेयरिंग के चांस हैं और न ही किसी नए फोन की खरीददारी के। सीधा सा मतलब यह है कि आने वाले दिनों में ऐसे ही और भी व्यावहारिक परेशानियाँ बढ़ सकती हैं।
पंक्चर बंद, सब्जी चाहिए तो बताओ
कोरोना ने दुनिया बदलने के साथ लोगों का कारोबार भी बदल दिया है। रानीताल में पंक्चर की छोटी सी दुकान लगाने वाले पुष्पराज इन दिनों सब्जी के धंधे में उतर आए हैं। उनका कहना है कि जब गाडियाँ चलेंगी नहीं, तो उनमें खराबी का सवाल ही नहीं। लेकिन पेट पालने की जद्दोजहद तो चलती रहेगी। यही वजह है कि पंक्चर की दुकान बंद कर अब ठेले पर सब्जी की दुकान शुरू कर दी गई है। यही हाल ऐसे कई छोटे कामकाजी लोगों का है, जिन्होंने वक्त के हिसाब से अपने कामकाज को बदल लिया है।
Created On :   16 April 2020 3:00 PM IST