जिले में कोरोना संक्रमण की दर साढ़े 8 फीसदी, राष्ट्रीय औसत से अधिक 

Corona infection rate in the district is 8 and a half percent, higher than the national average
 जिले में कोरोना संक्रमण की दर साढ़े 8 फीसदी, राष्ट्रीय औसत से अधिक 
 जिले में कोरोना संक्रमण की दर साढ़े 8 फीसदी, राष्ट्रीय औसत से अधिक 

संक्रमण का प्रतिशत कम करने बढ़ाए जा रहे सैंपल, रोजाना 600 से अधिक सैंपल कलेक्ट करने के निर्देश 
डिजिटल डेस्क शहडोल ।
जिले में अब तक कोरोना के 24 हजार 610 टेस्ट हो चुके हैं। 2107 सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव रही है। इस तरह संक्रमण की दर करीब साढ़े आठ (8.56) फीसदी है। यानि 100 सैंपल की जांच में आठ से अधिक मरीज मिल रहे हैं। यह राष्ट्रीय औसत 8 से अधिक है। इसको देखते हुए टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है। स्वास्थ्य अमले को निर्देश हैं कि रोजाना 600 से कम सैंपल नहीं होने चाहिए। पिछले तीन दिनों से सैंपल बढ़ा दिए गए हैं।
अभी तक जिनको बुखार, सर्दी, खांसी या सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, उन्हीं के सैंपल लिए जा रहे थे। पिछले तीन दिनों से बिना लक्षण वालों के भी सैंपल कलेक्ट किए जा रहे हैं। निर्देश हैं कि कोई भी संक्रमित व संदिग्ध मरीज छूटना नहीं चाहिए। 5 अक्टूबर को 720 सैंपल कलेक्ट किए गए थे, वहीं 6 अक्टूबर को 559 सैंपल कलेक्ट हुए हैं। इसी तरह आगामी आदेश तक ज्यादा से ज्यादा लोगों के सैंपल जांच के लिए लेने हैं। बता दें कि एक सप्ताह पहले तक सैंपल की लिमिट 300 तय कर दी गई थी।  निर्देश थे कि 300 से अधिक सैंपल की जांच नहीं करानी है। 
सैंपल लेने का समय बढ़ाया 
सैंपल कलेक्शन का काम सभी फीवर क्लीनिक में किया जा रहा है। इसके लिए समय भी बढ़ा दिया गया है। अब सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक सैंपल लिए जा रहे हैं। इसके पहले तक सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक ही सैंपल कलेक्ट किए जा रहे थे। रोजाना प्राप्त होने वाले सैंपलों को 50-50 फीसदी के अनुपात में जांच के लिए भेजा जाता है। यानि 50 फीसदी सैंपलों की जांच रैपिंड एंटीजन टेस्टिंग के जरिए हो रही है, जबकि 50 फीसदी आरटीपीसीआर में जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेजे जा रहे हैं। ज्यादा सैंपल होने पर मेडिकल कॉलेज में संख्या बढ़ा दी जाएगी। 
सैंपल की संख्या बढऩे से घटेगा संक्रमण प्रतिशत 
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सैंपल की संख्या बढ़ाई जाएगी तो संक्रमण का प्रतिशत कम होगा। वर्तमान में जिले में संक्रमण की दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है, क्योंकि काफी कम सैंपल हुए हैं। ज्यादा सैंपल की जांच होने पर इसमें कमी आएगी। जैसे पहले 100 सैंपल में अगर 10 पॉजिटिव मिल रहे हैं तो यह 10 फीसदी हो जाता है। वहीं दूसरे 100 सैंपल में 5, तीसरे 100 में भी पांच मिलते हैं तो 300 सैंपल में 20 पॉजिटिव कहलाएंगे। संक्रमण की दर सात फीसदी के आसपास पहुंच जाएगी। शासन के निर्देशानुसार सैंपल की संख्या बढ़ा दी गई है। 
इनका कहना है
रोजाना 600 से अधिक संैपल कलेक्ट करने के निर्देश मिले हैं। पिछले तीन दिनों से सैंपल की संख्या बढ़ा दी गई है। 600 से ज्यादा सैंपलिंग भी की जा सकती है। अन्य प्रदेशों की तुलना में मप्र में जांच किए गए सैंपल की संख्या कम है। इससे संक्रमण की दर ज्यादा हो रही है। 
-डॉ. राजेश पांडेय, सीएमएचओ

Created On :   7 Oct 2020 6:00 PM IST

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