बिना जाँच के सेंट्रल जेल भेजे गए 600 बंदियों से फैला कोरोना, 40 पॉजिटिव

Corona spread from 600 detainees sent to Central Jail without investigation, 40 positive
बिना जाँच के सेंट्रल जेल भेजे गए 600 बंदियों से फैला कोरोना, 40 पॉजिटिव
बिना जाँच के सेंट्रल जेल भेजे गए 600 बंदियों से फैला कोरोना, 40 पॉजिटिव

प्रदेश की सबसे सुरक्षित जेलों में शुमार जबलपुर सेंट्रल जेल में कोरोना बम फूटने से हड़कम्प मच गया है। करीब 40 बंदी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। पिछले पाँच महीने से इसी जेल में कोरोना का एक भी मरीज नहीं था, मगर प्रदेश की अन्य जेलों से 600 से ज्यादा बंदियों को यहाँ पर लाकर रखना खतरनाक साबित हो रहा है। पता चला है कि कोरोना की चपेट में न केवल बंदी, बल्कि जेलर और प्रहरी भी आ चुके हैं। जाँच में जिन बंदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई उनमें कोरोना के लक्षण नहीं थे। बहरहाल जेल में ही बंदियों के इलाज के लिये कोविड सेंटर बनाया गया है। 
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
प्रदेश भर की जेलों में कैदियों को कोरोना संक्रमण के दौरान ट्रांसफर करने से रोक लगा दी गई थी, ताकि किसी भी जेल में कोरोना न फैल सके, लेकिन बीच में कैदियों के तबादलों की ऐसी प्रक्रिया शुरू हुई कि जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल में 600 से अधिक कैदियों को प्रदेश की दूसरी जेलों से ट्रांसफर कर भेज दिया गया था। इस दौरान इन कैदियों में कोरोना के लक्षणों की जाँच भी की गई थी, लेकिन बंदी स्वस्थ दिखाई दे रहे थे। बीते दिनों जब छोटी गोल में बंद कुछ कैदियों को सर्दी-खाँसी के लक्षण दिखाई दिये तो जाँच हुई तो हंगामा मच गया। एक के बाद एक रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। 40 से अधिक कैदी संक्रमित हो गए हैं, जिनको आनन-फानन में अन्य कैदियों से अलग किया गया, लेकिन जैसे ही यह बात जेल की अन्य बैरकों में बंद कैदियों के बीच पहुँची तो वे सहम गए।
10 हजार व्यक्तियों का हुआ आना-जाना- जेल में पिछले 6 महीनों के अंदर कोरोना काल में तकरीबन 10 हजार से अधिक व्यक्तिओं का आना-जाना हुआ, क्योंकि जेल प्रबंधन ने हर दिन आने-जाने वाले लोगों का डाटा जुटाया तो पता चला कि 10 हजार से अधिक व्यक्तियों का जेल में आना-जाना हुआ था तब कोरोना नहीं था, लेकिन अगस्त माह में कोरोना का मरीज पाया गया।
डिप्टी जेलर-प्रहरी भी पॉजिटिव 
एक तरफ कैदी कोरोना पॉजिटिव हैं दूसरी तरफ एक डिप्टी जेलर और 3 जेल प्रहरियों को भी कोरोना संक्रमित पाया गया है। एक सप्ताह में 40 से अधिक व्यक्तियों को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जेल में हर कोई अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो गया है, जबकि जेल के अंदर 50 अस्थायी बैरक तक बनाई गई थीं, ताकि जिनको लक्षण दिखे उनको अलग रखा जा सके, लेकिन सारी कवायद एक सप्ताह के अंदर हुए कोरोना विस्फोट में पंगु साबित हो गई है। वहीं रिपोर्ट आने में हो रही देरी के कारण भी जेल के अंदर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारियों से मँगाई पूरी रिपोर्ट

सेंट्रल जेल में कोरोना संक्रमण के मामले को लेकर पूरी रिपोर्ट अधिकारियों से मँगवाई गई है। संक्रमण कैसे फैला जाँच करवा रहे हैं।
-कर्मवीर शर्मा, कलेक्टर, जबलपुर
पॉजिटिव मरीजों में सिमटम्स नहीं
 जिन कैदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई उनमें से तकरीबन 90 प्रतिशत मामलों में लक्षण तक नजर नहीं आ रहे हैं। प्राथमिकता के आधार पर जाँच चल रही है। पहले भी हमने रैंडम सैंपलिंग करवाई थी।
-  गोपाल ताम्रकार, जेल अधीक्षक, जबलपुर जेल 

Created On :   27 Aug 2020 1:47 PM IST

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