कोरोना का असर : 6 करोड़ पर सिमटा पटाखा कारोबार

Coronas effect : cracker business reduced to 6 crores
कोरोना का असर : 6 करोड़ पर सिमटा पटाखा कारोबार
कोरोना का असर : 6 करोड़ पर सिमटा पटाखा कारोबार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना के कारण इस साल शहर का पटाखा कारोबार 6 करोड़ रुपए पर सिमट गया है। आम तौर पर हर साल शहर में 12 से 15 करोड़ रुपए के पटाखों की बिक्री हो जाती थी। कोरोना के कारण पटाखा बिक्री को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई थी, इसलिए विक्रेताओं ने माल भी कम मंगवाया। इस साल पटाखा व्यापारियों का 60% कारोबार का घाटा हुआ है। संक्रमण के डर से बाजार में खरीदार भी बहुत कम दिखाई दे रहे हैं। इस बीच एनजीटी द्वारा पटाखों को लेकर जारी किए गए बयान के बाद बाजार में खरीदारों की संख्या और भी कम हो गई है। नागपुर फायर वर्क्स डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सोहेल आमिन ने बताया कि, इस साल खरीदारों में भी उत्साह नहीं दिख रहा है। दिवाली को कुछ ही दिन बचे हैं और पटाखा की दुकानें सुनसान है। उम्मीद की जा रही है कि, दिवाली से पहले खरीदारों में उत्साह लौटेगा। इस साल शहर की आवश्यकता से 50% कम ही माल मंगवाया गया है। इसके बाद भी बिक्री काफी कम हो रही है। शहर में 10 से 12 पटाखों के होलसेल विक्रेता हैं। 

125 डेसिबल पर पहले ही बैन है

वरिष्ठ पटाखा व्यवसायी गोपीचंद बालानी के अनुसार कुछ वर्ष पहले न्यायपालिका ने 125 डेसिबेल से अधिक आवाज करने वाले पटाखों पर बैन लगाया था। उस समय से बाजार में ज्यादा आवाज वाले पटाखों की बिक्री बंद हो गई थी। पटाखों की बिक्री के लिए हमें अलग-अलग विभागों से परमिशन लेनी पड़ती है। सभी विभागों द्वारा पूरी जांच किए जाने के बाद ही व्यापारियों को पटाखा बिक्री का लाइसेंस दिया जाता है। इस साल भी इसी प्रक्रिया से लाइसेंस दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि, प्रशासन द्वारा बताए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। 
 

Created On :   11 Nov 2020 10:28 AM GMT

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