अदालत ने माना- आपराधिक साजिश में शामिल थे नवाब मलिक

Court admits - Nawab Malik was involved in criminal conspiracy
अदालत ने माना- आपराधिक साजिश में शामिल थे नवाब मलिक
ईडी के आरोप पत्र का संज्ञान  अदालत ने माना- आपराधिक साजिश में शामिल थे नवाब मलिक

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनी लांड्रिंग के मामले में जेल में बंद राज्य सरकार के मंत्री नवाब मलिक की मुश्किलें और बढ़ गई है। मुंबई की विशेष न्यायालय ने मलिक के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर आरोपपत्र का संज्ञान लेते हुए माना है कि पहली नजर में ऐसा लग रहा है कि मलिक जानबूझकर मनी लांडरिंग और कुर्ला स्थित गोवावाला कंपाउंड हथियाने के लिए आपराधिक साजिश में शामिल हुए। विशेष न्यायाधीश राहुल रोकडे ने मामला आगे चलाने की इजाजत देते हुए टिप्पणी की कि आरोपी नवाब मलिक ने दाऊद गिरोह के सदस्यों हसीना पारकर, सलीम पटेल, सरदार वली खान के साथ मिलकर मुनीरा प्लंबर की संपत्ति हड़पने की साजिश की। अदालत ने कहा कि मलिक ने हसीना पारकर की मदद से जिस तरह संपत्ति हड़पी वह प्रिवेंशन ऑफ मनी लांडरिंग कानून (पीएमएलए) के तहत अपराध है। इससे लग रहा है कि आरोपी सीधे तौर पर और सब कुछ समझते हुए मनी लांडरिंग के अपराध में शामिल हुआ। बता दें कि मलिक के खिलाफ दायर ईडी के आरोपपत्र में दावा किया गया है कि उन्होंने संपत्ति हथियाने के लिए हसीना पारकर और सरदार खान के साथ कई दौर की बैठक की। ईडी के आरोपपत्र में दाऊद के भाई इकबाल कासकर और हसीना पारकर के बेटे अलीशाह समेत 17 गवाहों के बयान शामिल हैं। 

अली शाह के हवाले से ईडी ने दावा किया है कि भगोड़ अंतर्राष्ट्रीय आतंकी दाऊद इब्राहिम साल 2014 में हसीना की मौत तक उसके संपर्क में था और दोनों के बीच पैसों का लेनदेन होता था। अली शाह ने कुर्ला की संपत्ति मलिक को बेचने को लेकर भी जानकारी दी थी। जबकि 1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे सरदार खान ने अपने बयान में मलिक, हसीना, सलीम पटेल के बीच संपत्ति हड़पने को लेकर हुई बैठकों की जानकारी दी।

भाजपा ने साधा निशाना

अदालत की टिप्पणी के बाद भाजपा ने इस मामले में उद्धव ठाकरे सरकार पर निशाना शुरू कर दिया। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जितनी कोशिश नवाब मलिक को मंत्रिमंडल में रखने के लिए की गई अगर उसकी आधी भी मेहनत ओबीसी आरक्षण के लिए की गई होती को ओबीसी भाई आरक्षण से वंचित नहीं रहते। वहीं भाजपा नेता किरीट सौमैया ने कहा कि अदालत ने कहा है कि मलिक और दाऊद गैंग के संबंध हैं। उन्होंने कहा कि क्या अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शरद पवार के साथ मिलकर सड़क पर उतरकर न्यायालय के खिलाफ आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे को सब पता था लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज किया। अब उद्धव ठाकरे को बताना चाहिए कि उनके और दाऊद के बीच क्या संबंध हैं। 

Created On :   22 May 2022 12:19 PM IST

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