5 हजार बेड वाला कोविड केयर सेंटर हुआ तहस-नहस

Covid care center destroyed with 5 thousand beds
5 हजार बेड वाला कोविड केयर सेंटर हुआ तहस-नहस
5 हजार बेड वाला कोविड केयर सेंटर हुआ तहस-नहस

डिजिटल डेस्क, नागपुर। 5000 बेड के कोविड केयर सेंटर को लेकर मनपा प्रशासन की सभी ने पीठ थपथपाई थी। मई महीने में इस सेंटर का दौरा कर मनपा आयुक्त ने संतुष्टि जताई थी। 70 दिन तक यहां एक भी पेशंेट नहीं पहुंच पाया। अब सेंटर तहस-नहस हो गया है। बारिश और आंधी-तूफान सेे सेंटर की बैरिकेडिंग, कंपार्टमेंट और साइडिंग को काफी नुकसान पहुंचा है। जिसके चलते सेंटर की मरम्मत करनी पड़ रही है। मरम्मत के लिए यहां लगाए गए बेड हटा दिए गए हैं।

मरम्मत करने के लिए हटाए बेड

मनपा ने कलमेश्वर मार्ग पर येरला गांव के समीप राधास्वामी सत्संग ब्यास परिसर में 5000 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाने की घोषणा की थी। 10 मई को यहां 500 बेड तैयार किए गए थे। सत्संग ब्यास ने मनपा को अपने परिसर में बने शेड में केयर सेंटर बनाने की स्वीकृति दी थी। सेंटर में मैटिन बिछाई गई थी। इसके अलावा कपड़े की बैरिकेडिंग, कंपार्टमेंट, साइडिंग आदि लगाकर शेड को केयर सेंटर में बदला गया था। डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्य सेवाकर्मियों के लिए अलग से व्यवस्था की गई थी, लेकिन अब यहां के बेड हटा दिए गए हैं, क्योंकि पिछले कुछ दिनों में हुई जोरदार बारिश, आंधी-तूफान के चलते सेंटर को काफी नुकसान पहुंचा है।

संक्रमितों की बढ़ रही संख्या

जब यह सेंटर बना था, उस समय मनपा आयुक्त ने दावा किया था कि, यह सर्वसुविधायुक्त सेंटर है। इसे भविष्य में 5000 बेड की क्षमता वाला सेंटर बनाया जाएगा। उस समय यह भी कहा गया था कि, इस सेंटर की आवश्यकता न पड़े इसके लिए नागरिकों ने सावधानी बरतनी चाहिए। आयुक्त की बातें अब हकीकत में बदलने लगी हैं। दिन-ब-दिन संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। सूत्रों ने बताया कि, अब लोगों को छह से आठ  घंटे तक अस्पतालों में बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में 500 नहीं, इससे अधिक बेड के कोविड केयर सेंटर की आवश्यकता महसूस हो रही है।

सर्वसुविधा का दावा फेल

मनपा प्रशासन ने मई माह में यह सेंटर तैयार किया था। आयुक्त ने सेंटर का दौरा किया था। सूत्रों के अनुसार यह संकल्पना मनपा आयुक्त की ही बताई जा रही है। आयुक्त ने शहर में बढ़ रहे मरीजों संख्या को देखते हुए यह कदम उठाना अनिवार्य समझा था। सभी बेड को नंबर दिए गए थे। 100 बेड पर 20 डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों की टीम लगाई जाने वाली थी। भोजन, पीने का पानी, प्रसाधनगृह आदि की सुविधा तैयार थी। मरीज गंभीर होने पर उसे अस्पताल के कोविड वार्ड में शिफ्ट किया जाने वाला था। सामान्य मरीजों को सेंटर में रखा जाना था। मनपा के एक अधिकारी को इंसिडेंट कमांडेंट के रूप में रखा जाने वाला था। सारी घोषणाएं हो चुकी थीं, लेकिन इस सेंटर में बिस्तर के अलावा कोई व्यवस्था नहीं हो पाई। बरसात व आंधी-तूफान के चलते ही यह सेंटर तहस-नहस हो चुका है।

 

Created On :   26 July 2020 3:56 PM IST

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