Crime : बिल्डर परिवार को बंधक बनाने का मामले में गन ऑनलाइन खरीदने का हुआ खुलासा, जानिए - क्राइम से जुड़ी और खबरें

Crime: Revealed to buy gun online in case of taking builder family hostage
Crime : बिल्डर परिवार को बंधक बनाने का मामले में गन ऑनलाइन खरीदने का हुआ खुलासा, जानिए - क्राइम से जुड़ी और खबरें
Crime : बिल्डर परिवार को बंधक बनाने का मामले में गन ऑनलाइन खरीदने का हुआ खुलासा, जानिए - क्राइम से जुड़ी और खबरें

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बिल्डर परिवार को बंधक बनाने के मामले में हुड़केश्वर पुलिस ने आरोपी को शनिवार को अवकाशकालीन अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे 8 जून तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। आरोपी ने घटना को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल की लाइटर गन ऑनलाइन खरीदने का खुलासा हुआ है। आरोपी जितेंद्र तुलशीराम बिसेन (19), हुड़केश्वर खुर्द निवासी मजदूर ने शुक्रवार को दिनदहाड़े चाकू और लाइटर गन ने पिपला फाटा निवासी बिल्डर राजू वैद्य के बंगले में घुसकर मासूम समेत परिवार की छह महिलाओं को जान से मारने की धमकी देकर 50 लाख रुपए के फिरौती की मांग की थी। पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में आरोपी जितेंद्र को दबोचा था। जितेंद्र ने यू-ट्यूब पर आपराधिक वारदातें देख कर वैद्य परिवार को बंधक बनाने की प्लानिंग की थी। चूंकि, उसके पास घटना को अंजाम देने के लिए शस्त्र नहीं था, इसलिए उसने मोबाइल पर ऑनलाइन लाइटर गन बुक की। गन खरीदने के बाद वह राजू की गतिविधियों पर नजर रखने लगा और मौका मिलते ही वैद्य परिवार को उसने बंधक बना लिया था, लेकिन पुलिस ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया। अदालत मंे पेश कर जितेंद्र को 8 जून तक पुलिस ने पीसीआर में लिया है। घटना के दौरान बंगले में एक ही आरोपी होने का पता पुलिस को चल चुका था, जिससे बिल्डर परिवार के छह सदस्यों को बंधक बनाने  की बात पुलिस के गले नहीं उतर रही थी। आरोपी के पास पिस्टल होने का पुलिस काे पता था, लेकिन असली है या नकली, यह पता नहीं था। आरोपी बार-बार फिरौती की रकम के लिए  परिवार के सदस्यों को मार देने की धमकी दे रहा था। परिवार की सलामती के लिए बिल्डर पांच-दस लाख रुपए आरोपी को देने के लिए तैयार भी हो गया था, लेकिन पुलिस परिवार को सही-सलामत छुड़ाना चाहती थी, इसके लिए उसने आरोपी द्वारा गोली चलाने पर उसे शूट करने की तैयारी कर ली थी।  जितेंद्र के माता-पिता मूलत: मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के निवासी हैं। लगभग बीस वर्ष पहले वह रोजी-रोटी की तलाश में नागपुर आए। हुड़केश्वर खुर्द में एक व्यक्ति से 3 लाख रुपए में जगह खरीदी की और झोपड़ी बनाकर वहां रहने लगे। जगह के 3 लाख में से 1 लाख रुपए देना अभी भी बाकी है।

दूसरे दिन भी खाली हाथ लौटी पुलिस

उधर अपराध शाखा पुलिस ने रंजीत सफेलकर गिरोह पर शिकंजा कसते हुए अब तक दर्ज  अपराधों की तह तक पहुंचने के लिए छानबीन शुरू कर दी है। दूसरे दिन यानी शनिवार को यहां कुएं की सफाई में पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा और खाली हाथ लौटना पड़ा। सफाई कर्मचारियों ने अलग-अलग तरीका अपनाकर कुएं से पानी निकालने की कोशिश की, लेकिन जितना पानी निकाला गया, उतना ही पानी जमा होने से शाम तक सुराग ढूंढ़ने में सफलता नहीं मिल पाई। शुक्रवार को बारिश के कारण काम रोक दिया गया था। अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक संदीप पवार ने दोपहर तक सुराग मिलने का इंतजार किया। आखिरकार कामठी से चले गए। इससे पूर्व गुरुवार को गिरोह की निशानदेही पर जूना पुलिस स्टेशन अंतर्गत मोंढा परिसर के वर्षों पुराने कुएं का मुआयना कर बंद कुएं को खाली करने का निर्णय लिया गया। शुक्रवार को कुएं की सफाई का काम शुरू किया गया। कचरा ज्यादा होने से एक दिन कचरा निकालने में ही लग गया। सहायक पुलिस आयुक्त भीमराव नलावड़े और पुलिस निरीक्षक संदीप पवार घंटों खड़े रहे और कुएं से निकाले जा रहे कचरे में कर्मचारियों की मदद से सुराग ढूंढते रहे।

फर्जी दस्तावेज बनाकर किया दो प्लॉट पर कब्जा

फर्जी दस्तावेजों की मदद से व्यक्ति की संपत्ति हथियाने का मामला उजागर हुआ है। शनिवार को वाठोड़ा थाने में 4 आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। आरोपियों में एक ही मौत हो चुकी है। बाबुलबन निवासी राजकुमार ताटे (62) नामक व्यक्ति ने दिघोरी में आदिवासी समाज उन्नति सहकारी गृह निर्माण संस्था के ले-आउट में दो प्लॉट खरीदे थे। 29 दिसंबर 2012 से 22 मई 2014 के बीच में आरोपी मो. यूसुफ,प टेल सादिक अली, सिराज अहमद और मुरलीधर निमजे ने दोनों प्लॉट पर फर्जी दस्तावेजों की मदद से कब्जा कर लिया। इसे लेकर कई बार विवाद भी हुआ। आखिरकार मामला थाने पहुंचा। 

बंद कमरे में खेल रहे थे जुआ 17 जुआरी गिरफ्तार

तांडापेठ में प्रकाश सोशल क्रीड़ा मंडल की आड़ में जुआ अड्डा संचालित होने का खुलासा हुआ। शनिवार को पांचपावली पुलिस ने छापामार कार्रवाई में 17 लोगों को जुआ खेलते हुए रंगेहाथ दबोचा।  आरोपी जुआरियों में प्रकाश सावनेरकर (55), चैतराम गुमगांवकर (60) दोनों तांडापेठ, शिवशंकर गणदीवे (38), रवि उमरेडकर (37) दोनों नाईकवाडी, ज्ञानेश्वर बोकडे (57) बालाभाउपेठ, गोविंदा नंदनवार (52) बांग्लादेश, दीपक बेडे (42) नाईक तालाब, राजू उमरेडकर (46) तांडापेठ, कुलदीप सहारे (27) नाईकवाड़ी, लीलाधर सोनकुसरे (50) नाईक तालाब, अनिल गोखले (32) तांडापेठ, शकील कुरैशी (59) कामठी, रामचंद्र वाघ (52) गोलीबार चौक, रसूल पठान (51) हसनबाग, देवा पुणेकर (50) गोलीबार चौक, राहुल गोखले (34) तांडापेठ और नरेंद्र देवीकर (48) जुनी मंगलवारी निवासी हैं। शनिवार को ये सभी आरोपी तांडापेठ में प्रकाश सोशल क्रीड़ा मंडल की इमारत में एक बंद कमरे में ताश पत्ते पर जुआ खेल रहे थे। 

सड़क किनारे खड़ी बाइक चुराई, आरोपी गिरफ्तार

शातिर वाहन चोर को गिरफ्तार कर गिट्टीखदान पुलिस ने उसके कब्जे से दो दोपहिया वाहन जब्त किए हैं। इसमें एक वाहन आरोपी ने खेत के सामने सड़क िकनारे से चुराया था। आरोपी अमर शेडामे (27), दाभा निवासी है। शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात गश्ती के दौरान आरोपी  पुलिस के हाथ लगा। पुलिस ने बरामद दोपहिया वाहन (एम.एच.-31-एफ.एच.-4692) के बारे में पूछताछ करने पर वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने वाहन चुराने की बात स्वीकारी। इसी प्रकार बुटीबोरी के समीप सावंगी में खेत के सामने सड़क िकनारे खड़ी बाइक (एम.एच.-31-बी.टी.-9016) चुराने की बात स्वीकारी।

नौकरी का झांसा देकर परिचित ने ऐठे 4 लाख

नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी का प्रकरण उजागर होने पर शनिवार को आरोपी के खिलाफ नंदनवन पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया। डायमंड नगर निवासी मंजूषा रामेश्वर सदावर्ते (58) है, जबकि आरोपी उसका परिचित शंकर चैनसिंह जारवाल (30), रामदुलवाड़ी, जिला जालना निवासी है। शंकर ने मंजूषा को बताया था कि, उसकी सरकारी विभाग में अच्छी खासी पहुंच है। वह आसानी से उसके बेटे को पशु संवर्धन अथवा स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगा सकता है, लेकिन इसके लिए लाखों रुपए खर्च करने की बात उसने मंजूषा को बताई थी। सरकारी नौकरी होने से मंजूषा झांसे में आ गई और 14 मई 2019 से 9 मई 2021 के बीच में उसने शंकर को 4 लाख रुपए और बेटे के शैक्षणिक प्रमाणपत्र दिए, लेकिन रुपए और प्रमाणपत्र लेने के बाद भी मंजूषा के बेटे को नौकरी नहीं िमली। मंजूषा को ठगे जाने का संदेह होने पर उसने शंकर से रुपए और प्रमाणपत्र वापस मांगे, लेकिन वह आनाकानी करने लगा। मामला थाने पहुंचने पर शनिवार को शंकर के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज िकया गया है।

अवैध शराब विक्रेता गिरफ्तार

नया पुलिस स्टेशन अंतर्गत आने वाले रामगढ़ में अजय कृष्णा पानतावने (43) को घर में अवैध शराब जमा कर बिक्री करते हुए पकड़ा। उसके पास से 14 हजार 400 रुपए का माल जब्त किया। नागपुर शहर पुलिस के सामाजिक सुरक्षा विभाग को गुप्त जानकारी मिली कि, नया थाना अंतर्गत आने वाले रामगढ़ में आरोपी अजय पानतावने घर में देशी शराब बेच रहा है। उसके आधार पर सामाजिक सुरक्षा विभाग की महिला पुलिस कर्मचारी मंगला हरडे, राशीद शेख, रीना जाउरकर, चेतन गेडाम, अजय पौनीकर, संदीप चंगोले आदि ने शनिवार की शाम 4 बजे छापा मार कर उसके घर से 90 एमएल की 192 बोतल कीमत 5 हजार 760 रुपए, 180 एमएल की 144 बोतल कीमत 8 हजार 640 रुपए तथा 300 रुपए नकद, बाइक कीमत 70 हजार रुपए इस प्रकार कुल 84 हजार 700 रुपए का माल जब्त किया। लॉकडाउन के िनयमों के तहत शहर की सभी देसी-िवदेशी शराब की दुकानें बंद हैं। शनिवार को अवैध देसी शराब मोटरसाइकिल पर िबक्री के लिए ले जाते समय आरोपी पकड़ा गया। देसी राब की 96 बोतल ले जाते समय पुलिस ने नाकाबंदी कर पकड़ा तथा दो आरोपियों को िगरफ्तार िकया। गिरफ्तार आरोपियों के नाम योगेश तुकाराम सहारे (31), पवन िकशोर सहारे दोनों होली चौक, सावनेर निवासी हैं। आरोपियों के पास से देसी शराब की 96 बोतल कीमत 5800 रुपए, मोटरसाइकिल क्रमांक एमएच-40, एएस-4654 कीमत 30,000 रुपए इस प्रकार कुल 35 हजार 800 रुपए का माल जब्त कर आरोपियों को सूचना पत्र देकर रिहा िकया गया। आगे की जांच पीआई मारोती मुलुक के मार्गदर्शन में एएसआई राजेंद्र यादव कर रहे हैं।


 

Created On :   6 Jun 2021 12:15 PM GMT

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