चना खरीदी के नाम पर करोड़ों का गोलमाल, महाराष्ट्र से लाकर म.प्र. में की जा रही समर्थन मूल्य पर खरीदी

Crores of rupees of scam found in the name of purchase of gram
चना खरीदी के नाम पर करोड़ों का गोलमाल, महाराष्ट्र से लाकर म.प्र. में की जा रही समर्थन मूल्य पर खरीदी
चना खरीदी के नाम पर करोड़ों का गोलमाल, महाराष्ट्र से लाकर म.प्र. में की जा रही समर्थन मूल्य पर खरीदी

डिजिटल डेस्क, बालाघाट। म.प्र. में समर्थन मूल्य पर चना खरीदी के नाम पर गंभीर घोटाला देखने को मिल रहा है। बालाघाट जिले में किसान चने का उत्पादन मात्र अपनी जरूरत पूूरी करने के लिए करता था। गत वर्ष मंडियो में चने की आवक निरंक थी। अचानक म.प्र. में अकेले बालाघाट जिले में ही चने का उत्पादन कृषि विभाग ने 70 हजार हेक्टेयर भूमि में चना उत्पादित होने के आंकड़े जारी करते हुए 4 लाख क्विंटल चना उत्पादित होने की बात कही गई है, जबकि बालाघाट जिले में चने का उत्पादन ला जी एवं लालबर्रा में आंशिक रूप से होता है। कृषि विभाग अब तक चने का उत्पादन रकबा पांच हजार हेक्टयेर बताता था और अब जब समर्थन मूल्य पर चने की खरीदी हेतु बालाघाट को शामिल किया गया तो आनन-फानन में 31 मार्च तक किसानों के नाम पर कुचिए तथा व्यापारियों ने चने के लिए पंजीयन करा लिया और अब तक 90 हजार क्विंटल चने की खरीदी की जा चुकी है। खरीदे गए चने की कीमत 40 करोड़ से अधिक बताई जा रही है। जिले में एक लाख क्विंटल से उपर चना खरीदी होने की संभावना है। लगभग 12 करोड़ रूपए के घोटाले का अंदेशा स्पष्ट नजर आ रहा है।

3200 में महाराष्ट्र राज्य से चना लाकर मिट्टी मिलाकर कर रहे भण्डारण
बालाघाट एवं लालबर्रा में सर्वाधिक चना नागपुर तथा तुमसर महाराष्ट्र राज्य से लाया जा रहा है। प्रतिदिन 40 से 50 ट्रक चना व्यापारी, कुचिए बुला रहे है। जिनके द्वारा किसानों के नाम पर सोसाइटीयों में उक्त चना भण्डारण किया जा रहा है। 4536 किसानों के नाम से पंजीयन किया गया है और एक हेक्टेयर में 6 क्विंटल चना लेना है। इस तरह अग्रिम पंजीयन के जरिए गांव -गांव में खासकर लालबर्रा के व्यापारियों ने भारी मात्रा में चना सोसाइटीयों में किसानों के नाम पर तौल दिया है और विड्राल फार्म में दस्तखत लेकर उसका भुगतान भी सोसायटी प्रबंधक के साथ सांठगांठ कर प्राप्त कर रहे है।

BJP के कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्हें सूचना दे दी गई थी कि वे चने के लिए अधिकतम पंजीयन करा ले और व्यापार का लाभ उठा ले। जिसके चलते लालबर्रा क्षेत्र में सर्वाधिक पंजीयन कराने की पुष्टि एक पूर्व जनप्रतिनिधि एवं BJP नेता भी कर रहे है और उन्होंने बताया कि उनके गांव सहित आसपास के किसी भी गांव में एक क्विंटल चने का उत्पादन नही हुआ पर बालाघाट शहर की सीमा से लालबर्रा मार्ग पर लगभग 25 किमी के एरिया में सोसाइटीयों में भारी मात्रा में चना समर्थन मूल्य पर तौला गया है।

गलत नीति के चलते किसानों ने भी बेच दिया बिचौलियो को चना
अनेक क्षेत्र के किसानों ने बताया कि गत 10 अप्रैल से चना खरीदी प्रारंभ हुई थी, इसमें कई किसानों ने पंजीयन नही कराया था और खरीदी की व्यवस्था पहले सप्ताह में एक दिन मात्र लालबर्रा में एवं अन्य पांच सेंटरों में रखी गई थी। जिसके चलते किसानों ने पैसो की जरूरत को लेकर 3200 में चना बेच दिया और वह चना सोसाइटीयों में कुचियो एवं व्यापारियों ने किसानों के नाम पर तौल दिया। इस तरह प्रदेश के कृषि मंत्री के गृह वि.स.क्षेत्र एवं जिले में महाराष्ट्र से चना लाकर समर्थन मूल्य पर बेच दिया गया जिसका लाभ किसानों को नही मिला।
है।

जांच नही तो करेंगे आंदोलन
इस संबंध में कांग्रेस के नेता अनुराग चतुरमोहता ने कहा कि चना घोटाले को लेकर किसानों के नाम पर धोखाधड़ी एवं व्यापारियों को लाभ दिलाने के मामले में उनके द्वारा लालबर्रा क्षेत्र में आंदोलन किया जाएगा।इस मामले की जांच की मांग भी की जाएगी।

इनका कहना है...
चना खरीदी का काम नॉन कर रहा है। हम चने में भुगतान एवं परिवहन का काम कर रहे है। अब तक 79 हजार तीन सौ 90 क्विंटल से अधिक चना खरीदी हो चुका है। आगामी 9 जून तक खरीदी होनी है। 6100 किसानों ने पंजीयन कराया है जिसमें 4597 किसान चना जमा कर चुके है। अनियमितता को लेकर नागरिक आपूर्ति निगम को ही निगरानी करनी है।
अर्पित तिवारी, जिला प्रब धक, विपणन संघ

 

Created On :   4 Jun 2018 1:37 PM IST

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