263 किमी की अधूरी थर्ड लाइन और ग्रेड सेपरेटर पर भड़के सीआरएस

CRS flared up on 263 km incomplete third line and grade separator
263 किमी की अधूरी थर्ड लाइन और ग्रेड सेपरेटर पर भड़के सीआरएस
263 किमी की अधूरी थर्ड लाइन और ग्रेड सेपरेटर पर भड़के सीआरएस

डिजिटल डेस्क कटनी ।  कटनी-बीना रेलखंड से 263 किलोमीटर लंबे थर्ड लाइन प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने आए कमिश्नर रेल सेफ्टी (सीआरएस) अरविंद जैन हद दर्जे की लापरवाही पर अधिकारियों पर बरस पड़े।रेलवे अधिकारियों को फटकार लगाते हुए उन्होंने कहा, महत्वाकांक्षी परियोजना ग्रेड सेपरेटर और थर्ड लाइन का काम अभी तक अधूरा है, जबकि 2020 में यह पूरा हो जाना था और वर्ष 2021 में आधा साल बीत जाने के बाद भी बड़ी परियोजनाओं को लेकर बरती जा रही लापरवाही चिंता का विषय है। रविवार को उन्होंने कटनी से रीठी के बीच चल रहे ग्रेट सेपरेटर, थर्ड लाइन अर्थ वर्क में हो रही देरी के कारणों के बारे में इंजीनियरिंग विभाग के एक्सईएन, इलेक्ट्रिकल, सिग्नल एवं दूरसंचार विभाग के अधिकारियों से जवाब मांगा। इस पर रेल अधिकारियों ने टेंडर प्रक्रिया में और कोरोना संक्रमण की वजह से काम में देरी होने की बात कही। उन्होंने कहा, केन्द्र सरकार की ओर से इस बार के बजट में करोड़ों रुपए की राशि का आवंटन हुआ है और सभी तरह का सहयोग किया जा रहा है तो ग्रेड सेपरेटर और कटनी-बीना रेलखंड की थर्डलाइन प्रोजेक्ट को लेकर किसी प्रकार की कोताई नहीं बरती जानी चाहिए।  उन्होंने अधिकारियों को निर्धारित समय सीमा में काम पूरा करने के निर्देश दिए। रीठी पहुंचने के बाद सीआरएस ने स्टेशन बिल्डिंग, सिग्रल प्रणाली, रूट रिले इंटर लॉकिंग सिस्टम सहित निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को परखा। सुबह साढ़े आठ बजे रीठी से हरदुआ के बीच ट्रॉली निरीक्षण किया।
120 की गति से दौड़ाई ट्रेन 
रीठी- हरदुआ सेक्शन के 16 किलोमीटर में नए बने ट्रैक पर ट्रॉली निरीक्षण के बाद 12 कोच की सीआरएस स्पेशल को 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया। उन्होंने सभी बिन्दुओं का निरीक्षण करने के बाद काम की गुणवत्ता को लेकर सहमति जताई। सीएसआर टीम के साथ दोपहर लगभग दो बजे कटनी से एनकेजे पहुंचे । जहां से कटंगी खुर्द स्टेशन का ट्रॉली निरीक्षण किया। 
कटनी-बीना थर्ड लाइन प्रोजेक्ट
263 किमी लंबाई में बिछाई जानी है तीसरी लाइन
32 स्टेशन पूरे प्रोजेक्ट में हैं शामिल 
316 पुलों का निर्माण, 12 महत्वपूर्ण, 26 बड़े और 278 छोटे पुल 
2334.92 करोड़ रु थी शुरुआती लागत, बाद में 2917.06 करोड़ पहुंची 
2015 में प्रोजेक्ट को मिली थी स्वीकृति, 2020 में होना था पूरा 
 कटनी-सिंगरौली दोहरीकरण 
लंबाई 261 किलोमीटर 
लागत 2084.90 करोड़ 
 

Created On :   14 Jun 2021 2:13 PM IST

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