पीपीपी मोड पर शुरू हुई सीटी स्कैन सुविधा, मिली 20 बेड के आईसीयू की सौगात

मौजूद रहे सांसद, विधायक व स्वास्थ्य अधिकारी पीपीपी मोड पर शुरू हुई सीटी स्कैन सुविधा, मिली 20 बेड के आईसीयू की सौगात

डिजिटल डेस्क जबलपुर। कोरोना की संभावित तीसरी लहर और नए वैरिएंट के खतरे के बीच जिला अस्पताल विक्टोरिया को नई सौगात मिली है। अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं के लिए पीपीपी मोड पर सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध करा दी गई। इसके साथ ही गंभीर मरीजों के लिए 20 बिस्तरों वाला नया आईसीयू भी शुरू हो गया। अस्पताल परिसर में सीएम रिलीफ फंड द्वारा निर्मित दूसरे ऑक्सीजन प्लांट को भी रविवार को लोकार्पित कर दिया गया। सांसद राकेश सिंह ने आईसीयू और सीटी स्कैन मशीन की शुरुआत फीता काटकर की। इस मौके पर पूर्व मंत्री द्वय एवं विधायक अजय विश्नोई व लखन घनघोरिया, विधायक अशोक रोहाणी, विधायक विनय सक्सेना, विधायक संजय यादव, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ. संजय मिश्रा, सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुररिया, सिविल सर्जन डॉ. राजकुमार चौधरी, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. जितेंद्र जामदार व डॉ. राजेश धीरावाणी मौजूद रहे।
ये सुविधाएँ शुरू हुईं
- 570 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन क्षमता का प्लांट।
- 20 बिस्तरों का नवीन आईसीयू।
- 32 स्लाइड्स क्षमता की सीटी स्कैन मशीन।
4 गुना कम खर्च में होगा सीटी स्कैन
जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को इसके लिए निजी क्षेत्र से करीब 4 गुना कम, 690 रुपए ही देने होंगे। यह दर रोगी कल्याण समिति द्वारा निर्धारित की गई है। अस्पताल में भर्ती आयुष्मान कार्ड धारी मरीजों को यह सुविधा नि:शुल्क मिलेगी। बाहर के मरीजों को कितना शुल्क देना होगा, अभी निर्धारित नहीं है। सूत्रों के अनुसार मरीजों की सुविधा को देखते हुए इसे शासन द्वारा निर्धारित शुल्क से कम रखा जाएगा। नवनिर्मित आईसीयू का शुल्क भी रोगी कल्याण समिति द्वारा तय किया गया है। कार्यक्रम में आरएमओ डॉ. पंकज ग्रोवर, डीआईओ डॉ. शत्रुघ्न दाहिया, डीटीओ डॉ. धीरज दवंडे, डॉ. केके वर्मा, डीपीएम सुभाष शुक्ला, अजय कुरील, ज्ञानेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
जनप्रतिनिधियों को बताई चिकित्सकों की कमी
आईसीयू रन करने के लिए कुछ ड्यूटी डॉक्टर्स और विशेषज्ञ चिकित्सकों की जरूरत होगी, ऐसे में मौके पर ही स्वास्थ्य अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों को विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से भी अवगत कराया। नया आईसीयू बनने के बाद जिला अस्पताल में अब दो आईसीयू हो गए हैं। जानकारी के अनुसार नये आईसीयू को मेडिसिन आईसीयू और पुराने आईसीयू को सर्जरी आईसीयू के रूप में प्रयोग किया जाएगा।

 

Created On :   26 Dec 2021 9:13 PM IST

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