राज्य में एच 3 एन2 का खतरा बढ़ा- नागपुर और अहमदनगर में एक-एक की मौत
डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद खान। हरियाणा, कर्नाटक के बाद अब महाराष्ट्र में भी एच3एन2 इन्फ्लूएंजा लोगों की जानें लेने लगा है। महाराष्ट्र में 2लोगों की मौत एच3एन2 से होने की जानकारी सामने आई है। नागपुर और अहमदनगर में एक-एक मौत हुई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इन दोनों मौतों को संदिग्ध बताया है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक डेथ ऑडिट समिति के निरीक्षण के बाद ही उक्त मौतों की पुष्टि की जाएगी। इसके साथ ही राज्य में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा से संक्रमित मरीजों की संख्या अब 58 हो गई है। नागपुर में मृत व्यक्ति की उम्र 76 साल थी। उस मरीज को कई अन्य बीमारियां थी।
बता दें कि मई में देखे जानेवाले फ्लू के मरीज इस बार जल्द पाए जा रहे हैं। मौसम में बदलाव के चलते इस बार समय से पहले फ्लू के मामले पाए जाने और ऊपर से फ्लू का नया स्ट्रेन एच3एन2 का प्रकोप बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग चिंतित हो गया है। राज्य की सर्विलांस अधिकारी डॉबबीता कामलापुरकर ने "दैनिक भास्कर' को बताया कि इस वर्ष जनवरी से लेकर 13 मार्च तक एच3एन2 के 58 मरीज मिल चुके हैं। जबकि स्वाइन फ्लू के 303 मरीज मिल चुके हैं। इसके साथ ही इस वर्ष स्वाइन फ्लू से 3 मरीजों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक फिलहाल अस्पतालों में एच3एन2 के 48 मरीजों का इलाज जारी है।
इन्फ्लुएंजा टीकाकरण अभियान:-
महाराष्ट्र सरकार की ओर से वर्ष 2015 से उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों को स्वैच्छिक रूप से मुफ्त इन्फ्लूएंजा टीकाकरण उपलब्ध कराया गया है। वर्तमान में दूसरी और तीसरी तिमाही में गर्भवती माताओं को, मधुमेह,उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों और स्वास्थ्य कर्मियों को यह टीका लगाया जा रहा है। राज्य सरकार ने वर्ष 2022-23 के लिए इन्फ्लूएंजा टीके की 1 लाख खुराकें खरीदी हैं और ये खुराकें विभिन्न जिलों में वितरित की गई थी जिसमें से 99778 लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है।
फिलहाल मुंबई में कोई वृद्धि नही, स्क्रीनिंग पर जोर नीति आयोग से मिले दिशा - निर्देश के बाद मुंबई में भी इससे निपटने की तैयारी में बीएमसी का स्वास्थ्य विभाग जुट गया है। बीएमसी की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मंगला गोमारे ने बताया कि हमने अस्पतालों और डॉक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वे इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर श्वशन संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग करें। उन्होंने बताया कि फिलहाल हमारी नियमित निगरानी में मुंबई में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण के मामलों में कोई वृद्धि नहीं देखी गई है।
हालांकि महानगर के कस्तूरबा अस्पताल की प्रयोगशाला में एच3एन2 के एक या दो मामले देखे हैं, लेकिन कोई बड़ी वृद्धि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि मौसम के मिजाज में बदलाव के कारण, हम खांसी और सर्दी और बुखार के कई मामले देख रहे हैं, लेकिन जब तक हम परीक्षण नहीं करते हैं, तब तक उन्हें एच3एन2 या किसी अन्य फ्लू के रूप में घोषित करना आसान नहीं होता है। सभी एच1एन1 मामलों के लिए परीक्षण की सिफारिश भी नहीं की जाती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिए गए प्रोटोकॉल के तहत सभी रोगियों की एच1एन1 की जांच करने की आवश्यकता नहीं है।
क्या है इन्फ्लुएंजा
इन्फ्लुएंजा एक वायरस के कारण होने वाली बीमारी है। इन्फ्लुएंजा टाइप ए के विभिन्नउपप्रकारहैं, जिसमें एच1एन1,एच2एन2,एच3एन2आदि शामिल हैं। इस रोग के सामान्य लक्षण बुखार, खांसी, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ, निमोनिया आदि हैं। इस संबंध में सभी स्वास्थ्य केंद्रों में मरीज की जांच की जाती है और लक्षणों के अनुसार मरीजों का इलाज किया जाता है।
इन्फ्लुएंजा की रोकथाम और नियंत्रण के लिए उपाय योजना
• फ्लू जैसे रोगियों का नियमित सर्वेक्षण।
• वर्गीकरण के अनुसार फ्लू जैसे रोगियों का तुरंत उपचार।
• राज्य के उपजिला अस्पतालों के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में आइसोलेशन कक्ष स्थापित किया गया
• इलाज की सुविधा वाले सभी निजी अस्पतालों को स्वाइन फ्लू के इलाज की मंजूरी।
• ओसेल्टामिविर दवाई और अन्य सामग्री का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है।
• दूसरी और तीसरी तिमाही में गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ मधुमेह, उच्च रक्तचाप और कमजोर इम्युनिटी वाले व्यक्तियों के लिए इन्फ्लुएंजा टीकाकरण।
• खाद्य एवं औषधि विभाग के माध्यम से सभी निजी दवा दुकानों में ओसेल्टामिविर उपलब्ध कराने के लिए निर्देश।
• फ्लू की रोकथाम के लिए जनजागृति।
इन्फ्लुएंजा ए की वर्तमान स्थिति (01 जनवरी से 13 मार्च, 2023)
कुल मरीजों की जांच की गई- 2,56,624
संदिग्ध फ्लू के मरीजों को ओसेल्टामिविर दिया गया- 1,406
संक्रमित रोगी (एच1एन1)- 303
संक्रमित रोगी (एच3एन2)-58
फिलहाल अस्पताल में भर्ती मरीज-48
मृत्यु (एच1एन1-स्वाईन फ्लू)-3
संदिग्ध मौत (एच3एन2)-2
Created On :   15 March 2023 8:03 PM IST