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सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में मर चुकी महिला को व्हील चेयर पर लाद निकालने ले गए एक्स-रे, मेडिकल में कुर्सी पर बैठे शख्स को आ गई मौत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मौत कब कहां किस रुप में आ जाए बता नहीं सकते, कुछ ऐसा ही वाकया रविवार को मेडिकल अस्पताल परिसर में देखने को मिला। जहां कुर्सी पर बैठे-बैठे ही एक व्यक्ती की मौत हो गई, हालांकि शव की पहचान होना बाकी है। अजनी थाने में आकस्मिक मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया गया। दरअसल मेडिकल परिसर में बैंक का एटीएम है। उसके सामने ही लोगों के बैठने के लिए सिमेंट की कुर्सी लगी है। रविवार रात करीब साढे़ दस बजे 8 वर्षीय व्यक्ती को वहां मृत अवस्था में देखा गया। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दी। तब अजनी थाने के उपनिरीक्षक ठाकुर सह दल-बल मौके पर रवाना हुए थे। उन्होंने लोगों की मदद से शव की पहचान करानी चाही, मगर किसी ने भी व्यक्ती को पहचानने से इनकार किया है। संदेह है कि वो बिमार होंगा। मेडिकल में वह इलाज कराने आया होंगा। कुर्सी पर बैठे-बैठे ही उसे मौत ने घेर लिया।
मर चुकी मरीज को व्हील चेयर पर लादकर एक्स-रे निकालने ले गए
दूसरे मामले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का है, जहां एक महिला मरीज के परिजन उसे जिंदा समझकर व्हील चेयर पर एक्सरे रूम से वार्ड तक घूमते रहे। एक्सरे रूम के कर्मचारियों ने परिजनों को तक नहीं बताया कि, जिसे वे जिंदा समझ रहे हैं, उसके एक्सरे रूम में आने के बाद प्राण पखेरू उड़ चुके हैं। मेडिकल के सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में कई दिनों से लिफ्ट बंद पड़ी है। लिफ्ट बंद होने के कारण मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। सूत्रों के अनुसार उत्तर नागपुर की एक महिला मरीज सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की चौथी मंजिल पर कुछ दिन से भर्ती थी।
शनिवार को उसे एक्सरे रूम में एक्सरे के लिए बुलाया गया था। स्ट्रेचर नहीं मिलने और लिफ्ट बंद होने के कारण परिजन उसे रैंप वाली सीढ़ियों से व्हील चेयर पर एक्सरे रूम में ले जा रहे थे। मरीज की हालत काफी नाजुक थी। चौथी मंजिल से परिजन उसे किसी तरह नीचे तक एक्सरे रूम में लेकर गए। वहां महिला मरीज ने परिजनों से बातचीत करने के बाद पानी पिया। उसके बाद एक्सरे रूम में चली गई। एक्सरे रूम से व्हील चेयर पर बाहर आने पर वह कोई हलचल नहीं कर रही थी। परिजनों का कहना है कि, यह लापरवाही की इंतहा है। डॉक्टरों ने तक परिजनों को कुछ नहीं बताया, बल्कि उनसे कहा गया कि, इसे वापस वार्ड में ले जाओ। नीचे से चौथी मंजिल पर वार्ड में ले जाने पतक महिला मरीज ने जब कोई हलचल नहीं की, तब उन्हें शक हुआ। डॉक्टरों को बुलाने पर पता चला कि, उसकी मौत हो गई है। परिजनों का कहना है कि, काश लिफ्ट शुरू होती तो उसकी जान बच जाती। मेडिकल के सुपर स्पेशालिटी में कई दिनों से लिफ्ट बंद पडी है, पर अस्पताल प्रबंधन को यह शायद यह पता ही नहीं है कि, लिफ्ट बंद पड़ी है।
परिजनों को लगा शायद इंजेक्शन दिया होगा
सूत्र बताते हैं कि, एक्सरे रूम से बाहर आने पर महिला मरीज काेई हलचल न देख परिजनों को लगा कि, कोई इंजेक्शन दिया गया होगा। महिला के परिजनों ने नाम न छापने की शर्त पर उक्त जानकारी देते हुए मांग की है कि, सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में बंद पड़ी लिफ्ट को शुरू किया जाए, ताकि अन्य मरीजों को जांच के लिए ले जाते समय ज्यादा परेशानी न हो।
प्रतिक्रिया देने से बचते रहे डाक्टर
सुपर स्पेशालिटी अस्पताल के ओएसडी डॉ. मिलिंद फुलपाटील से जब इस मामले में बातचीत करने की कोशिश की गई, तब वह प्रतिक्रिया देने से बचते नजर आए। घटना के बारे में बताने पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। बता दें कि, मेडिकल के सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में दूर-दराज से लोग उपचार कराने के लिए आते हैं। कुछ मरीजों के परिजनों का कहना था कि, यह अस्पताल अब बस नाम का रह गया है।
Created On :   23 Sept 2019 1:02 PM IST