नौकरी दिलाने के लिए 12 लाख में हुई डील, ठगे जाने का अहसास होते ही आरोपियों को दबोचा

Deal made for getting job in 12 lakhs, arrested accused as soon as they feel cheated
नौकरी दिलाने के लिए 12 लाख में हुई डील, ठगे जाने का अहसास होते ही आरोपियों को दबोचा
नौकरी दिलाने के लिए 12 लाख में हुई डील, ठगे जाने का अहसास होते ही आरोपियों को दबोचा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर रेलवे स्टेशन पर आए एक यात्री से नौकरी का झांसा देकर एक युवती और उसके भाई ने 1 लाख रुपए की धोखाधड़ी की। आराेपी और फरियादी के बीच 12 लाख का सौदा हुआ था। आरोपियों ने दिल्ली आयकर विभाग का नियुक्ति पत्र भी बनाया था। फरियादी को धोखाधड़ी का शक होते ही उसने जीआरपी में शिकायत दर्ज कराई और दाेनों आरोपियों काे गिरफ्तार कर लिया गया। भाई को जमानत मिल गई, वहीं बहन को 2 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश न्यायालय ने दिए।

क्या है मामला
आरोपी अवंतिका आवले (26) और उसका भाई तुषार आवले (30) निवासी भीमनगर रामेश्वरी है। दोनों 4 सितंबर को नागपुर रेलवे स्टेशन पर आए थे। करीब 12.15 बजे फरियादी पी. श्रीनिवास वीराभद्र (55) निवासी डी. कुम्मलता राजमंडी इस्ट गोदावरी आध्रप्रदेश अपने मित्र राकेश दत्तूजी सावरकर के साथ दिल्ली जाने के लिए नागपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। ट्रेन नंबर 12615  जीटी एक्सप्रेस का इंतजार करने के लिए वह अपने मित्र के साथ वेटिंग हॉल में बैठे हुए थे। तभी आरोपी अवंतिका और उसका भाई तुषार फरियादी से मिले और बातचीत करने लगे। 

बातचीत में फरियादी ने नौकरी के लिए दिल्ली जाने की बात कही। जिससे दोनों आराेपियों ने फरियादी को अपने जाल में फंसाने के लिए कहानी बनाई। दोनों ने कहा कि हम दिल्ली के आयकर विभाग में काम करते हैं। यदि आप हमें कुछ रुपए दे सकते हो, तो हम आपकी नौकरी भी लगवा देंगे। इस पर फरियादी पी. श्रीनिवास ने अपने रिश्तेदार पवन धांडे को नौकरी पर लगाने की बात की। आरोपी और फरियादी के बीच में 12 लाख रुपए की डील फाइनल हुई। डील फाइनल होते ही फरियादी ने उसी समय 40 हजार कैश आरोपियों को दे दिए। उसके बाद 60 हजार ऑनलाइन ट्रांसफर किए। एक लाख रुपए लेने के बाद आरोपियों ने उन्हें दिलासा देने के लिए आयकर विभाग का नियुक्ति पत्र बनाकर वाट्सएप पर भेज दिया। बाकी 11 लाख रुपए नौकरी लगने के बाद देने की बात हुई थी। 

चल रही है जांच
दोनों आरोपियों की जोड़ी ने कितने लोगों को नौकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी की है इसकी जांच भी जीआरपी कर रही है। साथ ही इसमें कोई सरकारी कर्मचारी शामिल है या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है।

ऐसे पकड़ी गई धोखाधड़ी
फरियादी, आरोपी को एक लाख रुपए दे चुका था। शेष रुपए देने में फरियादी को देर हुई। इस बीच वह दोनों आरोपियों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन आरोपी की ओर से प्रतिसाद नहीं मिल रहा था। फरियादी पी. श्रीनिवास अपने रिश्तेदार पवन धांडे के साथ उनसे मिलने के लिए 2 नवंबर को दिल्ली गए। दिल्ली पहुंचने के बाद आरोपी अवंतिका उनसे मिलने के लिए टालमटोल कर रही थी।

होने पर श्रीनिवास और पवन दिल्ली आयकर विभाग गए और आरोपी अवंतिका और तुषार के बारे में पूछताछ की। वहां पर फरियादी को धोखाधड़ी का पता चला। इसके बाद फिर से आरोपियों से संपर्क करने की काेशिश, लेकिन उनकी और से कोई प्रतिसाद नहीं मिला। धोखाधड़ी की शिकायत आरोपी ने नागपुर लोहमार्ग पुलिस में की। जिसके बाद जीआरपी ने दाेनों आरोपियों काे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी तुषार आवले को जमानत दे दी गई और अवंतिका आवले को 2 दिसंबर तक हिरासत में रखने का आदेश न्यायालय ने दिया। प्रकरण की जांच करने के लिए जीआरपी की एक टीम को दिल्ली भेजा गया है।
 

Created On :   27 Nov 2019 11:53 AM IST

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