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जिले में चार वन्यजीवों की मौत से हड़कंप
डिजिटल डेस्क, भंडारा। केवल वन्यप्रेमी ही नहीं बल्कि आमजन भी दुखी हो जाए ऐसी घटना बुधवार 12 मई 2021 को जिले में घटीत हुई। इस दिन बाघ के तीन मादा शावक तथा 20 वर्ष के एक नर भालु की मृत्यु की घटनाएं सामने आयी थी। इनमें से बाघ के दो मादा शावक की भंडारा वन परिक्षेत्र के दवडीपार उपवनक्षेत्र के तहत आने वाले गराडा बुज. ग्राम के टेकेपार सिंचाई प्रकल्प के सायफन कुएं में पानी में डूबने से मृत्यु हो गई थी। शावकों की मां दूसरे दिन रात्रि घटनास्थल पर अपने शावकों को ढुंढने के लिए भी पहुंची। वहीं पवनी वनपरिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 310 में बाघ का मादा शावक मृत मिला। इसी तरह भालु की मृत्यु सांप के काटने से हुई थी।
नवेगांव – नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प व कोका अभयारण्य, उमरेड - करांडला - पवनी अभयारण्य में सैकड़ों वन्यजीवों अधिवास है। इसलिए प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक यहां वन्यजीवों को देखने के लिए आते हैं। पर्यटकों को आकर्षित करने वालों की जिले में कमी नहीं है। किंतु बुधवार, 12 दिसंबर को भंडारा वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले दवडीपार उपवनक्षेत्र के तहत गराडा बुज ग्राम में दो मादा शावक सायफन कुएं में पानी डूबे थे। वन विभाग तथा पशु वैद्यकीय अधिकारियों के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार बाघिन मां ने सायफन कुएं में सुरक्षित स्थान देखकर शावकों को छोड़ा था। लेकिन घटना के दो से तीन दिन पहले जिले में हुई मुसलाधार बारिश के कारण सायफन कुओं में पानी भर गया और शावकों की मृत्यु हो गई। जब बाघिन घटनास्थल पर पहंुची तो देर हो चुकी थी। फिर भी बाघिन ने शावकों को बाहर निकालने की कोशिश की। बाघिन के पगमार्क सायफन कुएं के पास दिखे। इस घटना के बाद वन विभाग हरकत में आया और आसपास के लगभग 32 कुओं पर लोहे के कंपाउंड तैयार कर लगाए। भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो ऐसी तैयारियां की गई।
इसी तरह पवनी के वनपरिक्षेत्र के तहत गुडेगांव में बाघिन के साथ 5 मई से एक मादा शावक नजर आ रहा था। भूख के चलते शावक कमजोर हो चुका था। वन विभाग का दल इसपर नजर बनाए हुआ था। लेकिन 12 मई को शावक मृत हालत में मिला। इसी के साथ दवडीपार उप वनक्षेत्र खापा नियत क्षेत्र के कक्ष क्रमांक 286 के वाघबोडी गांव के पास भालु मृत मिला। भालु की मृत्यु सांप के काटने से हुई थी। तीन अलग-अलग जगह हुई घटनाओं में चार वन्यजीवों की मृत्यु हुई थी। इससे वन्यजीव प्रेमियों के साथ साथ सामान्य नागरिक भी दुखी हुए थे।
Created On :   28 Dec 2021 6:51 PM IST