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पत्थर खदान धसकने से सांस की मौत, गर्भवती बहु जख्मी
डिजिटल डेस्क मंडला। घुघरी क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर संचालित स्टोन क्रेसर में आदिवासी मजदूरों का शोषण हो रहा है। मापदंड पूरे नहीं होने के बाद भी स्टोन क्रेसर धड़ल्ले से पत्थर तोड़ रही है। मनमानी जगह पर खदान बनाकर खनन किया जा रहा है। यहां के कुंटीदादर गांव के पास ऐसी एक पत्थर खदान में पत्थर तोड़ रही दो महिला एक बड़े हादसे की शिकार हो गई। खदान धसकने से एक महिला की मौत हो गई और गर्भवती महिला पत्थर के नीचे दब जाने के कारण बुरी तरह से जख्मी हो गई। घायल गर्भवती महिला को घुघरी स्वास्थ्य केन्द्र से गंभीर हालत में सुबह के समय मंडला रेफर किया है।
जानकारी के अनुसार घुघरी क्षेत्र में दर्जनों स्टोन क्रेसर लगाए गए है। जिनके पास नियामानुसार पत्थर खदान तक नहीं है। इसके बाद भी क्रेसर में पत्थर तोड़े जा रहे है। माईनिंग के नियमो का दरकिनार कर दूरांचल क्षेत्र की स्टोन क्रेसर में मनमानी चल रही है। ग्रामीणों ने बताया है कि स्टोन क्रेसर संचालको के द्वारा मनमाना उत्खनन किया जा रहा है। अवैध उत्खनन करा कर क्रेसर में पत्थर तोड़ें जा रहे है। बिना रायल्टी के गिट्टी का विक्रय किया जा रहा है। मदनपुर स्थित दीपक स्टोन क्रेसर के पास कुंटीदादर गांव में पत्थर के लिए जगह जगह खदानें बना ली गई। आरोप है कि क्रेसर संचालको के द्वारा अवैध रूप से किसी भी ग्रामीण की जमीन या सरकारी जमीन पर पत्थर निकाले जा रहे है। यहां कुंटीदादर की जमना बाई 45 वर्ष अपनी गर्भवती बहू महावती पति इंदरलाल मरकाम 19 वर्ष दोनो स्टोन क्रेसर के लिए पत्थर निकालने के लिए रोजाना की तरह गए। एक टे्रक्टर पत्थर भरने के बाद मृतिका जमना बाई अंदर गड्ढे में खुदाई करने लगी। पत्थर निकाल कर किनारे रखने लगी। इसी बीच पत्थर की खदान धसक गई। जिसमें जमना बाई पूरी तरह पत्थर दब गई। यहां गर्भवती बहू भी दब गई। चीख पुखार सुनकर पास में पत्थर निकाल रहे अन्य मजूदर मौके पर दौड़े। घटना में जमना बाई की पत्थर से दबने के कारण मौत हो गई। गर्भवती महिला बुरी तरह जख्मी हो गई है। 108 की मदद से घायल को घुघरी स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया। यहां से महिला को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर किया गया।
Created On :   22 Dec 2017 1:21 PM IST