- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- संतरानगरी के मौसम में ठंडक होते ही...
संतरानगरी के मौसम में ठंडक होते ही बढ़ी गर्म कपड़ों की मांग
डिजिटल डेस्क, नागपुर। इन दिनों मौसम में ठंडक घुल गई है। मौसम के बदलते मिजाज व पारा नीचे गिरने से वातावरण में ठंड अपना असर दिखाने लगी है। लोग ठंड से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय तलाशने लगे हैं। लिहाजा बाजार में गर्म कपड़ों की बिक्री में तेजी आ गई है। विशेषकर स्वेटर, टोपी, मफलर, दस्ताना, थरमोकॉट, इनर, जैकेट जैसे गर्म कपड़ों की मांग बढ़ गई है। फुटपाथ पर गर्म कपड़ों से सजी दुकानों में भीड़ बढ़ गई है।
कम कीमत में मिल जाते हैं
फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले कारोबारी आरिफ हसन का कहना है कि वह गर्म कपड़ों का थोक कारोबार लुधियाना से कर सीधे ग्राहक को बेचते हैं, जिससे दुकानों की तुलना में उनके यहां कीमतें कम होती हैं। जो कपड़े बाजार में लगी दुकानों में 500-700 में बिकते हैं, वहीं उनके यहां 500 तक में ही आ जाते हैं। बच्चों के गर्म कपड़े जो दुकान में 400 से 500 में आते हैं, वहीं उनके यहां 200 से 300 तक में आ जाते हैं। दूसरी ओर ग्राहकों को भी दुकानों की तुलना में सड़क किनारे लगी दुकानों में मोल-भाव करने में आसानी होती है, साथ ही कम कीमत गर्म कपड़े मिल जाते हैं।
बजट अनुसार मिल जाते हैं
गौरतलब है कि शहर की दुकानों में सजे गर्म कपड़ों की कीमतें ज्यादा होने से गरीब तबकों के लिए यहां खरीदारी करना मुश्किल हो जाता है। लिहाजा सड़क किनारे सजी दुकानों का लोग रुख करते हैं। बड़ी दुकानों की तुलना में सड़क किनारे सजी दुकानों में कीमतें 25 से 30 फीसदी तक कम रहती है, जो गरीब तबकों के बजट में भी आसानी से समा जाते हैं। इन दिनों बाजार में सस्ते से सस्ते व महंगे से महंगे ऊन बाजार में खरीदारी के लिए उपलब्ध हैं। रेडीमेड ऊनी कपड़े लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
इस साल नहीं लगा तिब्बत स्वेटर बाजार
शहर में गर्म कपड़ों के हर साल लगने वाले तिब्बत स्वेटर बाजार इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण नहीं लगे हैं। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के कारण वे अपना माल नहीं ला पाए हैं। ऐसे में अब लोगों को गर्म कपड़े खरीदने के लिए बर्डी, महल, कमाल चाैक, इतवारी आदि बाजारों का रुख करना पड़ रहा है।
Created On :   28 Nov 2020 3:36 PM IST