महाराष्ट्र के कई जगहों पर प्रदर्शन, आघाडी सरकार में मतभेद

Demonstrations in many places of Maharashtra, differences in Aghadi government
महाराष्ट्र के कई जगहों पर प्रदर्शन, आघाडी सरकार में मतभेद
हिजाब विवाद महाराष्ट्र के कई जगहों पर प्रदर्शन, आघाडी सरकार में मतभेद

डिजिटल डेस्क, मुंबई। हिजाब को लेकर कर्नाटक के उडीपी के एक कॉलेज से शुरू हुआ विवाद महाराष्ट्र तक पहुंच गया है। बुधवार को इसको लेकर राज्य के औरंगाबाद, सोलापुर सहित कई शहरों में मोर्चा निकाला गया। इस बीच हिजाब विवाद को लेकर महा विकास आघाडी सरकार में मतभेद नजर आए हैं। शिवसेना नेता व राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा ने कहा कि स्कूलों में गणवेश (यूनिफार्म) जरूरी है। साथ ही उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को धार्मिक और राजनीतिक विवादों से दूर रखा जाना चाहिए। जबकि राकांपा प्रवक्ता व राज्य के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि भाजपा और संघ परिवार यह तय कर रहे हैं कि कौन क्या खाएगा, क्या पहनेगा। वहीं मुस्लिम समाज के लोग भी हिजाब के समर्थन में सड़कों पर उतर आएं हैं। सोलापुर में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं और पुरुषों ने हिजाब के समर्थन में प्रदर्शन किया। इससे पहले मुंबई, ठाणे, मालेगांव, बीड़ में भी इसी तरह का विरोध प्रदर्शन हो चुका है। सोलापुर में प्रदर्शन करने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे लोगों ने सवाल किया कि हिजाब को लेकर पहले कोई रोकटोक नहीं थी तो अब क्यों ऐसा किया जा रहा है। वहीं जमीयत उलेमाए हिंद ने मालेगांव में शुक्रवार को हिजाब दिवस मनाने का ऐलान किया है।   

बुधवार को मीडिया से बात करते हुए मंत्री मलिक ने कहा कि देश में कौन क्या खाएगा, क्या पहनेगा यह नागरिकों का मौलिक अधिकार है। भारतीय जनता पार्टी और संघ परिवार जिस तरह लोगों के खाने और पहनने पर नियंत्रण रखना चाहता है यह उनके मौलिक अधिकारों का हनन है। इस देश में दुपट्टा पहनना, हिजाब पहनना, घूंघट डालना भारतीय महिलाओं का अधिकार और जेवर है। जिस तरह संघ परिवार के लोग हिजाब को लेकर विवाद खड़ा कर रहे हैं क्या मुस्लिम लड़कियों के स्कूल, कॉलेज जाने से उन्हें परेशानी है। बेटी पढ़ाओ नारे का क्या हुआ इस तरह से क्यों लड़कियों को स्कूलों में नहीं बैठने दिया जा रहा। कोई दुपट्टे से अपना सिर ढंक ले यह भारतीय परंपरा है। कोई चेहरा छिपाकर स्कूल में नहीं जाना चाहता। हिजाब का मतलब है अपने बालों को सिर को ढंकना इसमें कोई आपत्ति की बात नहीं हो सकती। केरल हाईकोर्ट ने हिजाब को सही बताया था। लोगों के बीच नफरत फैलाने के लिए विवाद खड़ा किया गया है। वहीं आदित्य ठाकरे ने कहा है कि अगर स्कूल में गणवेश है तो विद्यार्थियों को इसका पालन करना चाहिए। स्कूल-कॉलेज में अच्छी शिक्षा पर ध्यान दिया जाना चाहिए राजनीतिक और धार्मिक विवाद पर नहीं। 

हिजाब के समर्थन में हस्ताक्षर अभियान 

इससे पहले मंगलवार को मुंबई के मदनपुरा, कुर्ला, मुंब्रा कई मुस्लिम बहुल इलाकों में हिजाब के समर्थन में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया और इसके समर्थन में प्रदर्शन भी किया गया।   

आदित्य ठाकरे शिवसेना नेता व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि‘स्कूल कॉलेज शिक्षा के केंद्र हैं, इनमें धार्मिक चीजों को नहीं लाना चाहिए। यहां धार्मिक या अन्य तरह की चीजें नहीं लानी चाहिए। स्कूलों में जहां जहां यूनिफॉर्म है, वहां यूनिफॉर्म के अलावा किसी और चीज को जगह नहीं देनी चाहिए।’
                                     
विजय वडेट्टीवार कांग्रेस नेता व मदद व पुनर्वसन मंत्री के मुताबिक हिजाब विवाद यूपी चुनाव को देखते हुए एक साजिश है। यह एक योजना के तहत किया गया है। वोटों के लिए हिंदु-मुस्लिम किया जा रहा है। महाराष्ट्र की जनता इससे सावधान रहे।’
                                     
                         

Created On :   9 Feb 2022 9:30 PM IST

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