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गर्भपात और नींद की गोलियां बेचने वालों पर विभाग ने की कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नियमों को ठेंगा दिखाने वाले दवा विक्रेताओं पर एफडीए ने वर्ष 2021 में लगातार कार्रवाई की है। इसमें नागपुर विभाग में सबसे ज्यादा कार्रवाई नागपुर में ही हुई है। शहर में 124 को कारण बताओ नोटिस देने के साथ 81 पर निलंबन की कार्रवाई की गई। 10 दुकानदारों के लाइसेंस भी रद्द किए हैं। इनमें पीपीई किट बेचने वालों से लेकर नींद की गोलियां तक बेचने वाले शामिल हैं। नागपुर विभाग की बात करें तो कुल 273 दवा विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस दिया गया, जबकि कुल 166 के खिलाफ लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई हुई है और 27 के लाइसेंस रद्द किए गए।
नियमानुसार, दवा दुकान में दवा बिक्री के वक्त फार्मासिस्ट का रहना जरूरी है, लेकिन कई दुकानों में फार्मासिस्ट नदारद रहते हैं। ऐसे दवा दुकानों पर पहली कार्रवाई फरवरी में की गई है। नारी रोड परिसर स्थित दवा दुकान में बिना बिल व बिना फार्मासिस्ट दवा बेची जा रही थी। संबंधित दुकान मालिक के खिलाफ कपिलनगर में मामला दर्ज किया गया। इसमें एक व्यक्ति को 7 दिन की जेल भी हुई है।
दो कार्रवाई लाइसेंस नहीं रहने के बाद भी दवा बिक्री करने वालों पर की गई है। पहली कार्रवाई फरवरी महीने में हुई है। इसमें एक महिला ने मौदा परिसर में बिना लाइसेंस दवा जमा कर रखी थी। कुल एक लाख 84 हजार की दवा जब्त की गई थी। एक अन्य कार्रवाई नरसाड़ा परिसर में की गई, 41 लाख की आयुर्वेदिक दवाएं इसलिए जब्त की गईं, क्योंकि संबंधित कंपनी के पास इसे रखने के लिए लाइसेंस ही नहीं था।
विभाग में यह कार्रवाई भंडारा, गोंदिया, वर्धा, चंद्रपुर, गड़चिरोली में
हुई, लेकिन सबसे ज्यादा नागपुर शहर में ही गाज गिरी।
भंडारा व गोंदिया में 31 को कारण बताओ नोटिस, 14 लाइसेंस निलंबन व 5 लाइसेंस रद्द हुए हैं।
वर्धा में 42 को कारण बताओ नोटिस, 23 के लाइसेंस निलंबन, 6 के लाइसेंस रद्द किए गए।
चंद्रपुर में 72 को कारण बताओ नोटिस, 37 पर निलंबन और 6 के लाइसेंस रद्द हुए हैं।
सबसे कम गड़चिरोली में मात्र 4 को कारण बताओ नोटिस व 11 पर निलंबन की कार्रवाई की गई है।
9 पर एफआईआर
अन्न व औषधि विभाग की ओर से वर्ष 2021 में की कार्रवाई विभिन्न कारणों पर आधारित रही। 9 मामले ऐसे भी पकड़े गए, जिसमें गर्भपात व नींद की गोलियां बेचने वाले शामिल हैं। नियमानुसार बगैर डॉक्टर की चिट्ठी किसी भी दवा दुकान से गर्भपात की गोलियां नहीं बेची जा सकतीं, लेकिन मुनाफे के चक्कर में दुकानदार इसका उल्लंघन करते हैं। योजनाबद्ध तरीके से 6 दवा दुकानों पर कार्रवाई की गई। इसके अलावा फर्जी डॉक्टर का एक मामला व नींद की गोलियां बेचने वाले 3 दवा दुकानों पर भी कार्रवाई की गई।
पहली कार्रवाई जनवरी महीने में की गई, कॉटन मार्केट चौक स्थित दवा दुकान से अवैध तरीके से पीपीई किट बेचते हुए दवा विक्रेता को पकड़ा गया। दुकान मालिक पर एफआईआर की गई।
दूसरी कार्रवाई अप्रैल महीने में की गई, वाडी परिसर में दवा दुकानदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया।
तीसरी कार्रवाई इसी महीने की 26 तारीख को की गई। इसमें भी दवा विक्रेता पर एफआई दर्ज किया गया।
Created On :   20 Jan 2022 3:31 PM IST