वसुंधरा अभियान पुरस्कार समारोह में उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को लगाई फटकार

Deputy Chief Minister reprimanded the officials at the Vasundhara Abhiyan award ceremony
वसुंधरा अभियान पुरस्कार समारोह में उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को लगाई फटकार
नाराजगी वसुंधरा अभियान पुरस्कार समारोह में उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को लगाई फटकार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने माझी (मेरी) वसुंधरा अभियान 2.0 के तहत दिए जाने वाले पुरस्कार समारोह में प्रशासन के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने मंच से ही पुरस्कार के प्रमाण पत्र में हुई गलती को लेकर प्रदेश के पर्यावरण विभाग की प्रधान सचिव मनीषा म्हैसकर को निशाने पर लिया। उपमुख्यमंत्री समारोह में पुरस्कार लेने के लिए जनप्रतिनिधियों को न बुलाए जाने से भी नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि आगे से पर्यावरण विभाग मुझे अपने कार्यक्रम में बुलाने के लिए 10 बार पहले सोचेगा। रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में विश्व पर्यावरण दिवस पर माझी वसुंधरा अभियान 2.0 के तहत सर्वोत्तम कार्य करने वाली स्थानीय संस्था, विभागीय व जिलास्तर के अधिकारियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे मौजूद थे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले महीने तक नगराध्यक्ष और उपनगराध्यक्ष कार्य कर रहे थे, लेकिन अवधि खत्म होने के कारण फिलहाल कई जगहों पर प्रशासक नियुक्त किए गए हैं। मगर पुरस्कार समारोह में जनप्रतिनिधियों को बुलाया गया होता तो उन्हें अच्छा लगता। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे बताया गया कि जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किए गया था लेकिन वे लोग समारोह में नहीं आए। लेकिन ऐसा हो ही नहीं सकता। कुछ तो गड़बड़ी हुई है। यह अगली बार से ऐसा नहीं होना चाहिए।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में अधिकारियों को थोड़ा कम सम्मान मिलेगा तो भी चल जाएगा। लेकिन जनप्रतिनिधियों को उचित सम्मान दिया जाना चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मैं किसी का अपमान नहीं कर रहा हूं। लेकिन दोबारा ऐसी स्थिति नहीं होनी चाहिए। इस बीच समारोह में दर्शकों की ओर से कुछ लोगों ने कहा कि आप सही बोल रहे हैं। इस पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा कहां हुआ महाराष्ट्र को थोड़ा तीखा लगता है लेकिन वह बात सभी ही होती है। उपमुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव म्हैसकर को प्रमाण पत्र में नाम और जिले में गलती होने को लेकर फटकारा। उन्होंने कहा कि प्रमाण पत्र में पहले आपने हस्ताक्षर किया। उसके बाद ही पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी उस पर हस्ताक्षर किया है। उपमुख्यमंत्री ने पुरस्कार पुरस्कार विजेता का चयन करने की पद्धति को बदलने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पुरस्कार मार्क्स के आधार पर दिए जाना चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने पर्यावरण विभाग को 100 करोड़ रुपए दिए हैं तो उसका वितरण ठीक से होना चाहिए। क्योंकि यह जनता के टैक्स का पैसा है। उपमुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव म्हैसकर से कहा कि आप मुझसे पर्यावरण विभाग के लिए 150 करोड़ रुपए मांग रही हैं। मैं गलती करने वालों को पैसे देने के लिए फुर्सत में बैठा हूं क्या? आगे से ऐसा नहीं होना चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आगे से पर्यावरण विभाग अपने कार्यक्रम में बुलाने के लिए पहले 10 बार विचार करेगा लेकिन मेरे स्वभाव ही ऐसा है। यदि गलती दिखेगी तो मैं सार्वजनिक रूप से बोलता हूं। यदि किसी ने अच्छा काम होगा तो उसकी प्रशंसा भी करता हूं। 

विमला आर और राधाकृष्ण बी को पुरस्कार

माझी वसुंधरा अभियान 2.0 के तहत उत्कृष्ट काम करनेवाली संस्था और प्रशासन के अधिकारियों को सम्मानित किया गया। अमृत - ऊंची उड़ान पुरस्कार के तहत नागपुर मनपा आयुक्त राधाकृष्ण बी सम्मानित किया गया। विभागीय जिलाधिकारी स्तर पर नागपुर की जिलाधिकारी विमला आर, औरंगाबाद के जिलाधिकारी सुनील चव्हाण, अमरावती की जिलाधिकारी पवनीत कौर, जलगांव के जिलाधिकारी अभिजीत राऊत को पुरस्कार प्रदान किया गया। विभागीय आयुक्त स्तर का पुरस्कार नाशिक के विभागीय आयुक्त राधाकृष्ण गमे को प्रदान किया गया। विभागीय स्तर का पुरस्कार औरंगाबाद मनपा के आयुक्त अस्तिक कुमार पांडे, चंद्रपुर मनपा आयुक्त राजेश मोहिते और अमरावती मनपा आयुक्त प्रवीण आष्टीकर समेत कई पुरस्कार प्रदान किया गया। 
 

Created On :   6 Jun 2022 3:17 PM IST

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