धनगांव में एक दिन पहले उड़ा रंग-गुलाल, जमकर लोगों ने खेली होली

Dhangaon villagers celebrated holi a day before with full joy
धनगांव में एक दिन पहले उड़ा रंग-गुलाल, जमकर लोगों ने खेली होली
धनगांव में एक दिन पहले उड़ा रंग-गुलाल, जमकर लोगों ने खेली होली

डिजिटल डेस्क, मंडला। पूरे देश में गुरूवार को होली खेली जानी है, लेकिन मप्र के मंडला जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर ग्राम धनगांव में एक दिन पहले ही लोग होली के रंग में रंगे हुए दिखे, जमकर रंग-गुलाल उड़ी और सभी ने एक दूसरों को गले मिलकर होली की शुभकामनाएं दीं। बुधवार की सुबह होलिका दहन करने के बाद धुरेड़ी मनाई गई है। यहां तिलक होली खेलकर एक दिन पहले त्यौहार मनाने की सदियों पुरानी प्रथा का निर्वहन किया गया। दरअसल त्यौहार के दिन आने वाले परेशानियों को दैवीय प्रकोप मनाकर यहां के ग्रामीणों ने प्रमुख त्यौहार होली दिवाली और हरियाली अमावस्था देश से एक दिन पहले मनाने का फैसला लिया। अब यह परंपरा बन गया है। जिसके चलते धनगांव में पांच दिवसीय रंग पर्व एक दिन पहले शुरू हो गया।

फाग के कार्यक्रम किए आयोजित
जानकारी के मुताबिक पूरे देश में 20 मार्च को होलिका दहन किया गया। इसके बाद आज 21 मार्च को होली मनाई जाएगी, लेकिन मंडला से 40 किलोमीटर दूर धनगांव में 20 मार्च को ही होली मना ली गई है। ग्राम के बैसाखू पट्टा ने बताया है कि सुबह 7 बजे होलिका दहन किया गया है। इसके बाद सुबह धुरेड़ी मनाई गई है। सुबह रंग गुलाल उड़ाए गए। फाग के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। यहां देर शाम तक तिलक होली खेली गई है। दरअसल धनगांव में एक दिन पहले त्यौहार मनाने की प्रथा है। जिसका निर्वहन ग्रामीणों ने एक दिन पहले होली खेलकर किया है।

दैवीय प्रकोप के भय से बनी प्रथा
ग्राम के भदुआलाल ने बताया है कि यहां होली, दिवाली और हरियाली अमावस्या के दिन कोई ना कोई परेशानी बन जाती थी। ग्राम में किसी ना किसी का निधन हो जाता था, जिससे ग्रामीण त्यौहार नही मना पाते थे। इस परेशानी का हल बुर्जुगो ने निकाला। ग्रामीणों का मानना था कि दैवीय प्रकोप के कारण यह स्थिति बन रही है। ग्राम में एक दिन पहले त्यौहार बनाने का फैसला लिया गया।अब सदियों बाद यह ग्राम के लिए परंपरा बन गया है। ग्रामीण एक दिन पहले त्यौहार मना रहे हैं। यहां होलिका दहन के दिन ही धुरेड़ी मनाकर तिलक होली खेली गई।

एक दिन पहले भाईदूज
ग्राम धनगांव में होलिका दहन के साथ पूरा रंगपर्व एक दिन पहले मनाया जाता है। पूरे देश में आज धुरेड़ी मनाई जाएगी, लेकिन धनगांव में भाईदूज का त्यौहार मनाया जाएगा। यहां बहन अपने भाई को तिलक लगाएंगी। रंगपंचमी पर्व सभी जगह 25 मार्च हो है, लेकिन धनगांव में 24 मार्च को मनाया जाएगा। यहां के ग्रामीण अब एक दिन पहले त्यौहार मनाकर खुश हैं। अन्नू लाल मरावी ने बताया है कि पूरे देश से अलग धनगांव में त्यौहार मनाने की प्रथा है।

 

Created On :   20 March 2019 1:30 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story