माता के मंदिर से लौटते वक्त जमीन पर पड़ा मिला गरीब मजदूर को हीरा

diamond lying on the ground while returning from the mothers temple
माता के मंदिर से लौटते वक्त जमीन पर पड़ा मिला गरीब मजदूर को हीरा
पन्ना माता के मंदिर से लौटते वक्त जमीन पर पड़ा मिला गरीब मजदूर को हीरा

डिजिटल डेस्क,  पन्ना। पन्ना हीरा की धरती के नाम से विख्यात है यह धरती कब गरीब की किस्मत चमका दे यह किसी को पता नहीं है पल्लेदारी कर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले एक गरीब मजदूर को रक्षाबंधन के दिन माता के मंदिर से लौटते वक्त जमीन पर पडा हुआ चमचमाता हीरा मिलने की जानकारी सामने आई है। शहर के वार्ड क्रमांक 17 मोहल्ला रानीगंज में रहने वाले नंदी लाल रजक पिता गेंदा रजक उम्र 42 वर्ष जोकि बल्देव चौक स्थित शहर की एक पुरानी बड़ी हरगोविंद किराना की दुकान में पल्लेदारी का काम करता है। वह रक्षाबंधन के दिन यानी 11 अगस्त की सुबह 8 बजे के लगभग पैदल रानीगंज मोहल्ला स्थित कब्रिस्तान से होते हुए मरही माता के स्थान पर राखी का पाट चढाने गया था जहां से वह ०9 बजे के करीब जब वापिस लौट रहा था तो वहां पर तलैया के पास जमीन पर चमचमाते हुए कंकड पर उसकी अचानक नजर पड़ गई वह नहीं समझ पाया यह कंकड़ हीरा है। उसने उसको उठाकर अपनी जेब में डाल लिया जिस समय उसको यह कंकड चमकते हुए दिखलाई दिया। उस समय आसमान से हल्की-हल्की बारिश की बूंदे गिर रहीं थीं। अत्यंत सीधा-साधा यह गरीब अचानक मिले इस हीरे को लेकर घर आया और घर में मौजूद अपनी 20 वर्षीय पुत्र अरविंद को उसके बारे में जानकारी देने के बाद उसको घर में रखकर राखी बांधने के लिए अपनी ससुराल नागौद चला गया। दूसरे दिन 12 अगस्त को वह वहां से वापिस आया और अपने काम में लग गया क्योंकि वह 20 वर्ष पहले भी हीरे की खदान में काम कर चुका है इसलिए वह पूरी तरह से वह उसकी पहचान जानता था और उसने यह तय किया था कि उस हीरे को हीरा कार्यालय में जमा करेगा। शासकीय अवकाश होने की वजह से वह 16 अगस्त की सुबह अपने ही पड़ोस में रहने वाले बाल किशोर सिंगरौल के साथ कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में पहुंचा और उसका वजन और जांच करवाने के बाद उसके द्वारा जमा कर दिया गया  कार्यालय के द्वारा गरीब मजदूर को रसीद दी गई है उसके मुताबिक उसका वजन 2 कैरेट 83 सेंट बतलाया गया है।
मकान बनाकर व्यवसाय करेगा नंदीलाल  
पल्लेदारी कर अपने बच्चों का भरण पोषण करने वाले नंदी लाल की पत्नि का पहले ही देहांत हो चुका है उसके तीन बच्चे हैं जिसमें से एक बच्ची की वह शादी कर चुका है और दो बच्चे उसके साथ रह रहे हैं। उसे अचानक मिले हीरे के बारे में पूछे जाने पर कि जब इसकी नीलामी होने के बाद राशि तुम्हें मिलेगी तो उससे क्या करोगे तो वह बोला की सबसे पहले मैं अपने रहने के लिए पक्का मकान बनवा लूंगा और बची हुई राशि से अपना धंधा शुरू करूंगा।  

Created On :   20 Aug 2022 12:01 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story