कभी एसिड हमले के बाद झेली थी मुश्किल, चुनौंतियां अब दूसरों का बन गईं हैं सहारा

Difficult challenges once faced after acid attack have now become the support of others
कभी एसिड हमले के बाद झेली थी मुश्किल, चुनौंतियां अब दूसरों का बन गईं हैं सहारा
बुलंद हौसला कभी एसिड हमले के बाद झेली थी मुश्किल, चुनौंतियां अब दूसरों का बन गईं हैं सहारा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कभी खुद पर हुए एसिड हमले के बाद जिंदगी में बेहद मुश्किल दौर का सामना करने वाली दौलत बी खानने अपने बुलंद हौसले के चलते सिर्फ अपनी ही नहीं दूसरे कई लोगों की भी किस्मत बदल रहीं हैं। दौलत खान दूसरे एसिड हमलों के शिकार हुए लोगों और जरूरतमंदों का सहारा बन गईं हैं। अपनी स्वयंसेवी संस्था एसिड सर्वाइवर्स साहस फाउंडेशन के जरिए 100 से ज्यादा एसिड हमलों के शिकार लोगों की मदद कर चुकी दौलत खान ने मुंबई ही नहीं एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती इलाके में एक कंप्यूटर इंस्टिट्यूट खोला है जहां गरीब और जरूरतमंद बच्चों को मुफ्त कंप्यूटर की शिक्षा दी जा रही है। दौलत खान ने बताया कि सिर्फ सामान्य शिक्षा से आजकल नौकरी नहीं मिलती। यहां रहने वाले बच्चे जिन स्कूलों में पढ़ते हैं उनमें से ज्यादातर में कंप्यूटर की सुविधा नहीं है। ऐसे में अगर ये बच्चे स्कूली शिक्षा और डिर्गी हासिल कर लें तो भी उनके लिए कंप्यूटर की शिक्षा के बिना अच्छी नौकरी पाना बेहद मुश्किल होता है। इसी के चलते मैंने गरीब बच्चों को कंप्यूटर की बुनियादी शिक्षा देने के लिए इसी साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन यह इंस्टिट्यूट शुरू किया। यहां पढ़ने वाले बच्चों से किसी तरह की फीस नहीं ली जाती। फिलहाल यहां 30 बच्चे कंप्यूटर की शिक्षा हासिल कर रहे हैं। 

क्राउड फंडिंग से खोली थी सुपर मार्केट

इससे पहले लॉकडाउन के दौरान दौलत खान ने क्राउड फंडिंग की मदद से महानगर के बांद्रा इलाके में एक मिनी सुपर मार्केट खोला था। यहां उन लोगों को नौकरी दी गई थी जो एसिड हमले झेल चुके हैं। दौलत के मुताबिक इस स्टोर का मकसद यह है कि लोग सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे लोगों को देखें जो इस तरह की पीड़ा झेल चुके हैं। इससे समाज में उनकी स्वीकार्यता बढ़ेगी साथ ही इस हमले झेलने वालों के लिए भी जीवन थोड़ा सहज हो जाएगा। 

खुद झेल चुकीं हैं एसिड हमला

दौलत खान पर संपत्ति को लेकर विवाद के बाद उनकी ही बहन, जीजा ने एसिड हमला किया था। हमले में उनका चेहरा जल गया था। बाद में जब उन्होंने नौकरी खोजने की कोशिश की तो कहीं से मदद नहीं मिली। बेहद मुश्किल दौर के बावजूद दौलत खान ने 2016 में एसिड सर्वाइवर्स साहस फाउंडेशनकी शुरूआत की और एसिड हमलों के शिकार हुए दूसरे लोगों की मदद करनी शुरू कर दी। दौलत खान कहतीं हैं कि अभी बहुत कुछ करना बाकी है। एसिड हमले के पीड़ितों के लिए अस्पताल, योगा सेंटर भी बनाना चाहती हूं इसके लिए कोशिश जारी है। 

 

Created On :   12 Dec 2021 6:48 PM IST

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